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पाकिस्तान G20 देशों से मई-दिसंबर 2020 की अवधि के लिए 1.8 अरब डॉलर की अस्थायी कर्ज की उम्मीद कर रहा है.
नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को G20 के 14 सदस्य देशों से 80 करोड़ अमेरिकी डॉलर की कर्ज राहत मिली है, जबकि उसे सऊदी अरब और जापान सहित समूह के छह अन्य देशों से अभी भी पुष्टि की दरकार है. एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. दुनिया के 20 सर्वाधिक अमीर देशों के समूह से पाकिस्तान ने इस साल अगस्त तक 25.4 अरब डॉलर लिए थे. इस साल 15 अप्रैल को G20 देशों ने पाकिस्तान सहित 76 देशों के लोन रिपेमेंट को मई से दिसंबर 2020 तक रोकने की घोषणा की थी, हालांकि इसके लिए प्रत्येक देश द्वारा औपचारिक अनुरोध करने की शर्त लगाई गई.
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि पिछले सात महीनों के दौरान 14 देशों ने पाकिस्तान के साथ अपने समझौतों की पुष्टि की, जिससे फिलहाल इस्लामाबाद को 80 करोड़ डालर की ऋण राहत मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक इन 14 देशों के अलावा दो अन्य देशों ने भी पाकिस्तान को कर्ज देने के लिए संपर्क किया था.
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जापान, रूस, सऊदी समेत 6 देशों की मंजूरी बाकी
आधिकारिक दस्तावेजों के अनुसार, पाकिस्तान ने अभी तक जापान, रूस, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यूनाइटेड किंगडम के साथ ऋण पुनर्गठन के नियमों को अंतिम रूप नहीं दिया है. आर्थिक मामलों के मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन छह देशों ने अभी तक कर्ज राहत संबंधी समझौतों की पुष्टि नहीं की है, लेकिन इन देशों के साथ अगले महीने के अंत तक समझौता पूरा होने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इन छह देशों को भी रिपेमेंट नहीं कर रहा है. यह माना जा रहा है कि ये सदस्य अंततः सौदों पर हस्ताक्षर करेंगे. पाकिस्तान G20 के सदस्य देशों से मई-दिसंबर 2020 की अवधि के लिए 1.8 अरब डॉलर की ​अस्थायी कर्ज सहायता की उम्मीद कर रहा है. इसमें 1.47 अरब डॉलर का प्रिंसिपल लोन रिपेमेंट और 32.3 करोड़ डॉलर का ब्याज शामिल है.