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Flipkart में चीनी कंपनी Tencent ने खरीदी हिस्सेदारी, अथॉरिटी को अब दी पिछले साल के सौदे की जानकारी

फ्लिपकार्ट का कहना है कि यह सौदा ‘प्रेस नोट 3’ के दायरे में नहीं आता है जिसके तहत भारत की सीमा से लगे देशों से किसी भारतीय कंपनी को मिलने वाले निवेश की स्क्रूटनी का प्रावधान है.

फ्लिपकार्ट का कहना है कि यह सौदा ‘प्रेस नोट 3’ के दायरे में नहीं आता है जिसके तहत भारत की सीमा से लगे देशों से किसी भारतीय कंपनी को मिलने वाले निवेश की स्क्रूटनी का प्रावधान है.

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FE Hindi Desk
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Chinese technology conglomerate Tencent buys stake in Flipkart from Binny Bansal

टेनसेंट ने अपनी यूरोपियन सब्सिडियरी के जरिए फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल से फ्लिपकार्ट में उनकी हिस्सेदारी खरीदी है. (Image- Reuters)

चीन की तकनीकी कंपनी टेनसेंट (Tencent) ने दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट (Flipkart) में 26.4 करोड़ डॉलर (2060 करोड़ रुपये) की हिस्सेदारी खरीदी है. टेनसेंट ने यह हिस्सेदारी अपनी यूरोपियन सब्सिडियरी के जरिए फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बंसल से खरीदी है. ऑफिशियल डॉक्यूमेंट्स से इसका खुलासा हुआ है. बता दें कि फ्लिपकार्ट का मुख्यालय सिंगापुर में है और इसका कारोबार सिर्फ भारत में है.

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पिछले साल हुए सौदे का अब खुलासा

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यह सौदा पिछले साल 26 अक्टूबर 2021 को पूरा हुआ था और गवर्नमेंट अथॉरिटीज के साथ यह जानकारी चालू वित्त वर्ष 2022-23 की शुरुआत में साझा की गई. टेनसेंट क्लाउड यूरोप बीवी को अपनी हिस्सेदारी बेचने के बाद बंसल के पास अब फ्लिपकार्ट की 1.84 फीसदी हिस्सेदारी रह गई है और टेनसेंट के पास 0.72 फीसदी हो गई है जिसकी वैल्यू फ्लिपकार्ट के जुलाई 2021 में 3760 करोड़ डॉलर (2.94 लाख करोड़ रुपये) के वैल्यूएशन के हिसाब से 26.4 करोड़ डॉलर है.

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फ्लिपकार्ट ने सौदे को बताया स्क्रूटनी प्रावधान के दायरे से बाहर

यह सौदा फ्लिपकार्ट द्वारा पिछले साल जुलाई में 360 करोड़ डॉलर (28.13 हजार करोड़ रुपये) का फंड जुटाने के बाद हुआ. यह फंड जुटाने के बाद कंपनी का वैल्यूएशन 3760 करोड़ डॉलर पहुंच गया. इस फंडिंग राउंड में टेनसेंट ने भी हिस्सा लिया था. सूत्रों के मुताबिक यह सौदा सिंगापुर में हुआ था लेकिन फ्लिपकार्ट ने भारतीय अथॉरिटीज को सूचना दी है कि वह एक जिम्मेदारी कंपनी है और यह सौदा ‘प्रेस नोट 3’ के दायरे में नहीं आता है जिसके तहत भारत की सीमा से लगे देशों से किसी भारतीय कंपनी को मिलने वाले निवेश की स्क्रूटनी का प्रावधान है. टेनसेंट का कुछ भारतीय कंपनियों में निवेश है तो सरकार ने टेनसेंट के कुछ गेमिंग ऐप्स जैसे कि पबजी को प्रतिबंधित किया हुआ है.

(Input: PTI)

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