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अमेरिका में बुधवार को जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा विकसित की जा रही कोरोना वायरस वैक्सीन ने फेज 3 क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर दिए हैं.
COVID-19 Vaccine Updates: अमेरिका में बुधवार को जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा विकसित की जा रही कोरोना वायरस वैक्सीन ने फेज 3 क्लिनिकल ट्रायल शुरू कर दिए हैं. यह इस स्टेज पर पहुंचने वाली चौथी कंपनी बन गई है. अमेरिका में AstraZeneca, Pfizer और Moderna के वैक्सीन कैंडिडेट पहले से फेज तीन ट्रायल से गुजर रहे हैं. हालांकि, फिलहाल AstraZeneca के ट्रायल पर कुछ समय के लिए रूक गए हैं.
पहली सिंगल डोज वैक्सीन
जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को लेकर कुछ अतिरिक्त उत्सुकता भी है. क्योंकि यह पहली वैक्सीन हो सकती है जो सिंगल डोज होगी. दूसरे सभी दावेदारों के लिए प्रभावी होने के लिए डबल या कई डोज की जरूरत होती है. जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को सिंगल डोज वैक्सीन के तौर पर विकसित किया गया है. लेकिन फेस 3 ट्रायल के नतीजे यह पता लगा पाएंगे क्या यह सिंगल डोज वैक्सीन के तौर पर प्रभावी है या नहीं.
सिंगल डोज वैक्सीन के अपने फायदे हैं, खासतौर पर वर्तमान की इमरजेंसी की स्थिति में यह लाभ देगी. दूसरे कैंडिडेट के मुकाबले, दोगुने लोगों पर वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा सकता है जिससे तेज इस्तेमाल और खर्च में कटौती होगी.
जॉनसन एंड जॉनसन के ट्रायल भी अब तक के सबसे बड़े स्तर पर होने की योजना है. कंपनी की ट्रायल के लिए 60,000 प्रतिभागियों को भर्ती करने की योजना है. Pfizer अपनी वैक्सीन को 44,000 प्रतिभागियों पर टेस्ट कर रही है जबकि Moderna और AstraZeneca ने लगभग 30,000 प्रत्येक लोगों को लिया है.
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दिसंबर तक आएंगे नतीजे
जॉनसन एंड जॉनसन ने कहा है कि उसे दिसंबर तक यह पता लगने की उम्मीद है कि उसकी वैक्सीन प्रभावी है या नहीं. यह काफी हद तक Modern और AstraZeneca द्वारा एलान किए गए कार्यक्रमों से मिलता-जुलता है. दूसरी तरफ, Pfizer ने कहा कि उसे प्रभावी होने का डेटा अक्टूबर के आखिर तक ही हासिल होने की आशा है. अगर नतीजे संतुष्ट करने वाले होते हैं, तो उसकी तुरंत इमरजेंसी ऑथराइजेशन के लिए अप्लाई करने की उम्मीद है. अमेरिका में रेगुलेटरी बॉडी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा कि वह इमरजेंसी ऑथराइजेशन फेज तीन ट्रायल के पूरा होने से पहले ही देने को तैयार है, अगर बेनेफिट्स जोखिम से ज्यादा हैं.