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दावे के मुताबिक स्पुतनिक वैक्सीन के एक डोज की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 10 डॉलर (739.75 रुपये) पड़ेगी.
Covid-19 Vaccine Updates: रूस ने दावा किया है कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए उसने जो स्पुतनिक-5 वैक्सीन तैयार किया है, वह बहुत प्रभावकारी है और उसकी कीमत बहुत कम है. दावे के मुताबिक वैक्सीन के एक डोज की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 10 डॉलर (739.75 रुपये) पड़ेगी. यह अमेरिकी वैक्सीन की कीमत से लगभग आधी है. अमेरिकी वैक्सीन के एक डोज की कीमत लगभग 20 डॉलर के करीब है. रसियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड ने इस वैक्सीन के लिए फंडिंग किया है, उसने दावा किया है कि कोरोना वैक्सीन की दो डोज लगाई जाएगी और स्पुतनिक-5 की दो डोज की अंतरराष्ट्रीय कीमत 20 डॉलर (1479.79 रुपये) या उससे भी कम होगी. रसियन लोगों के लिए यह मुफ्त में उपलब्ध होगी.
अगले साल वैक्सीन होगी उपलब्ध
फंड के प्रमुख किरिल दिमित्रीव के मुताबिक अगले साल रूस के बाहर इसकी 100 करोड़ डोज तैयार हो जाएगी. रूस के उपप्रधानमंत्री तात्याना गोलीकोवा का कहना है कि इस साल स्पुतनिक-5 की 20 लाख डोज तैयार की जाएगी और अगले साल मास वैक्सीनेशन प्रारंभ हो जाएगा.
फाइजर के पास इस साल के अंत तक वैक्सीन का 5 करोड़ डोज उपलब्ध होगा. इसमें से 2.5 करोड़ डोज अगले महीने अमेरिकियों के लिए उपलब्ध होगा.
अमेरिकी डोज की कीमत औसतन 20 डॉलर
दो अमेरिकी कंपनियों मॉडर्ना और फाइजर ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन तैयार किया है. मॉडर्ना ने अमेरिकी सरकार से वैक्सीन की आपूर्ति के लिए जो करार किया है, उसके मुताबिक उसके एक डोज की लागत 15-25 डॉलर की होगी. इसके अलावा दूसरी अमेरिकी कंपनी फाइजर ने जो वैक्सीन तैयार किया है, उसके एक डोज की कीमत 20 डॉलर पड़ेगी.
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कौन-सी वैक्सीन कितनी प्रभावकारी
रूस ने मंगलवार को दावा किया कि उसकी कोविड19 वैक्सीन Sputnik V 95 फीसदी से ज्यादा प्रभावी है. दो हफ्ते पहले स्पुतनिक-5 वैक्सीन को लेकर दावा किया गया कि यह 92 फीसदी तक प्रभावकारी है. इसके विपरीत अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना का दावा है कि उसकी वैक्सीन 94.5 फीसदी प्रभावकारी है और फाइजर का दावा है कि उसकी वैक्सीन 95 फीसदी प्रभावकारी है.
रसियन टीके को लेकर विशेषज्ञों की चेतावनी
रूस ने अगस्त में स्पुतनिक-5 को एडवांस्ड टेस्टिंग किए बिना ही नियामकीय मंजूरी दे दी गई थी. यह परीक्षण व्यापक तौर पर इस्तेमाल होने के पहले सुरक्षा और प्रभावकारी होने की पुष्टि करने के लिए किया जाना आवश्यक होता है. हालांकि, नियामकीय मंजूरी मिलने के दो हफ्ते बाद 40 हजार वालंटियर्स पर एडवांस्ड स्टडी की गई. यह परीक्षण अभी भी जारी है लेकिन यह स्वास्थ्य कर्मियों और शिक्षकों को उपलब्ध कराया जा रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक बेटी को भी यह टीका लग चुका है.
दूसरी तरफ अमेरिकी कंपनियों ने जो वैक्सीन तैयार किए हैं, उनका अब तीसरे चरण का परीक्षण पूरा हुआ है. फाइजर ने कुछ दिनों पहले अमेरिकी नियामक फूड एंड ड्रग एडमिनिसट्रेशन (FDA) से कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग की मंजूरी के लिए आवेदन किया था. एफडीए की मंजूरी के मिलने पर गले महीने से ही इसके शॉट्स लगने शुरू हो जाएंगे. मोडेर्ना भी एफडीए के पास वैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग की मंजूरी के लिए आवेदन करने की तैयारी कर रही है.