/financial-express-hindi/media/post_banners/vcFTDKTbhIYdixY6gR2s.jpg)
Trump, in a Sunday morning tweet, said "Nobody briefed or told me or Vice President Mike Pence or chief of staff Mark Meadows about the so-called attacks on our troops in Afghanistan by Russians." (Reuters)
/financial-express-hindi/media/post_attachments/Z1PY0JEjM8CD86yoGjMi.jpg)
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल गवर्नमेंट की हायरिंग स्ट्रेटेजी में बदलाव के लिए बड़ा कदम उठाया है. ट्रंप ने शुक्रवार को हुई अमेरिकन वर्कफोर्स पॉलिसी एडवायजरी बोर्ड की बैठक में एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए. इस ऑर्डर में फेडरल गवर्नमेंट को डिग्री बेस्ड हायरिंग की जगह स्किल बेस्ड हायरिंग को वरीयता देने का निर्देश दिया गया है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस मौके पर कहा कि फेडरल गवर्नमेंट अब इस बात पर फोकस नहीं करेगी कि आप कहां के स्कूल में पढ़े हैं बल्कि अब नौकरी के लिए स्किल्स और प्रतिभा को वरीयता दी जाएगी.
प्रतिभाओं को बेहतर तरीके से पहचानने में मिलेगी मदद
ट्रंप द्वारा साइन किए गए नए आदेश को लागू करने की जिम्मेदारी कार्मिक प्रबंधन कार्यालय की होगी. इस नई स्ट्रैटेजी से वंचित क्षेत्रों के उन लोगों को नौकरी पाने में मदद होने की उम्मीद है, जो 2 या 4 साल का डिग्री कोर्स पूरा करने का खर्च नहीं उठा सकते. अमेरिकी राष्ट्रपति की सलाहकार और उनकी बेटी इवांका ट्रंप ने कहा कि नया आदेश सरकार को नियुक्त किए जाने वाले अमेरिकियों की प्रतिभा और क्षमता को बेहतर तरीके से पहचानने में मददगार होगा.
‘मन की बात’: भारत अगर मित्रता निभाना जानता है तो आंख में आंख डालकर जवाब देना भी जानता है- PM मोदी
खत्म नहीं हो जाएगी डिग्री की जरूरत
इस नए आदेश से व्हाइट हाउस अनिवार्य रूप से डिग्री की आवश्यकता को खत्म नहीं कर रहा है बल्कि इस बात को प्रोत्साहन दे रहा है कि नौकरियों के लिए स्किल्स को प्राथमिकता दी जाए और डिग्री कम महत्वपूर्ण रहे. अमेरिका के कॉमर्स सेक्रेटरी विल्बर रॉस का कहना है कि कोरोनावायरस महामारी के चलते लाखों अमेरिकियों को अपने काम से हाथ धोना पड़ा है. ऐसे में अप्रेंटिसेस और वोकेशनल ट्रेनिंग की बड़े पैमाने पर आवश्यकता है.
Input: Bloomberg, AP, Fox News