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एप्पल को दिए गए ऑफर के बाद से अब टेस्ला की वैल्यू 10 गुना तक बढ़ चुकी है. (Image- Reuters)
iPhone बनाने वाली कंपनी Apple ने कुछ समय पहले एलन मस्क के साथ मीटिंग कर लिया होता तो वह इलेक्ट्रिक कार के सेग्मेंट में पहले से ही प्रवेश कर चुकी होती. एप्पल द्वारा इलेक्ट्रिक कार बनाए जाने की योजना सामने आने के बाद टेस्ला के सह-संस्थापक और सीईओ एलन मस्क ने ट्वीट कर इससे जुड़ा एक दिलचस्प वाकया बताया है. मस्क के मुताबिक, कुछ समय पहले उन्होंने इलेक्ट्रिक कारमेकर टेस्ला को बेचने की योजना बनाई थी और इस प्रस्ताव को लेकर वह एप्पल के पास गए थे. हालांकि इस प्रस्ताव पर एप्पल के सीईओ को रुख ठंडा रहा और सीईओ टिम कुक ने इस मुद्दे पर बैठक ही नहीं की. एक दिन पहले ऐसी खबरें आई थीं कि एप्पल सेल्फ ड्राइविंग कार बनाने की योजना पर काम कर रही है. एप्पल की इलेक्ट्रिक कार 2024 तक बाजार में आ सकती है.
10 गुना बढ़ चुकी है Tesla की वैल्यू
टेस्ला के सीईओ जब एप्पल के पास अपना प्रस्ताव लेकर गए थे तो उसकी मार्केट वैल्यू आज के वैल्यू का दसवां भाग थी. मस्क एप्पल के सीईओ टिम कुक के पास प्रस्ताव लेकर गए थे कि वह टेस्ला का अधिग्रहण कर लें. हालांकि कुक ने इस प्रस्ताव में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. जिस समय मस्क इस प्रस्ताव को लेकर गए थे, उस समय टेस्ला की मार्केट वैल्यू करीब 4.6 लाख करोड़ रुपये (6160 करोड़ डॉलर) की थी जो आज 10 गुना बढ़कर करीब 45.6 लाख करोड़ (6.15 हजार करोड़ डॉलर) हो चुकी है. यह वो समय था जब टेस्ला बड़े बाजार के लिए अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार डिजाइन कर रहा था.
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टेस्ला बनी सबसे बड़ी ऑटोमेकर
करीब दो साल पहले तक टेस्ला अपने प्रोडक्शन लक्ष्य से पीछे चल रहा था और उसे प्रॉफिट भी नहीं हो पा रहा था. हालांकि उसके बाद टेस्ला की किस्मत पलटी और अब कई वर्षों के नुकसान के बाद टेस्ला लगातार मुनाफे में चल रही है. इस साल उसके शेयर भाव में 665 फीसदी की तेजी दिखी जिसने उसे दुनिया की सबसे अधिक नेटवर्थ वाली ऑटोमेकर कंपनी बना दिया और अब वह एसएंडपी 500 इंडेक्स पर वह टॉप 10 बड़ी कंपनियों में शुमार हो गई है.