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France Election 2022: इमैनुएल मैक्रों लगातार दूसरी बार बने फ्रांस के राष्ट्रपति, दक्षिण पंथी मरिन ले पेन को हराया, यूरोप के लिए क्या हैं मायने?

इमैनुएल मैक्रों ने नेशनल रैली पार्टी की दक्षिण पंथी उम्मीदवार नेता मरिन ले पेन को हरा दिया है. मैक्रों को 58.2 फीसदी और ले पेन को 41.8 फीसदी वोट मिले.

इमैनुएल मैक्रों ने नेशनल रैली पार्टी की दक्षिण पंथी उम्मीदवार नेता मरिन ले पेन को हरा दिया है. मैक्रों को 58.2 फीसदी और ले पेन को 41.8 फीसदी वोट मिले.

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France Election 2022: इमैनुएल मैक्रों लगातार दूसरी बार बने फ्रांस के राष्ट्रपति, दक्षिण पंथी मरिन ले पेन को हराया, यूरोप के लिए क्या हैं मायने?

इमैनुएल मैक्रों लगातार दूसरी बार फ्रांस के राष्ट्रपति चुने गए हैं. (File)

Emmanuel Macron Re-Elected: इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) लगातार दूसरी बार फ्रांस के राष्ट्रपति चुने गए हैं. 2002 के बाद लगातार फ्रांस के राष्ट्रपति चुने वाले वह पहने नेता हैं. उन्होंने नेशनल रैली पार्टी की दक्षिण पंथी उम्मीदवार नेता मरिन ले पेन को हरा दिया है. आखिरी राउंड की वोटिंग में मैक्रों को 58.2 फीसदी और ले पेन को 41.8 फीसदी वोट मिले. फ्रांस में 2002 के बाद कोई नेता दोबारा राष्ट्रपति नहीं चुना गया था, लेकिन मैक्रों ने इस सिलसिले को तोड़ दिया. कोरोना वायरस महामारी से बेहतर तरीके से निपटने के चलते उनकी लोकप्रियता देश में बढ़ी थी. फिलहाल इस जीत के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें ​ट्विटर पर बधाई दी है.

यूरोप के लिए बेहद मायने रखते हैं नतीजे

अंतरराष्‍ट्रीय विश्‍लेषक बार बार कहते आए हैं कि ये चुनावी नतीजे पूरे यूरोप के लिए बेहद मायने रखते हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक नाटो विरोधी मरिन ले पेन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन सहानुभूति रखती हैं. ऐसे में जब यूक्रेन युद्ध के बीच मैक्रों की जीत से अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगियों को काफी राहत मिली है. 6 करोड़ 70 लाख की आबादी वाला फ्रांस दुनिया की 7वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. फ्रांस तीसरी सबसे बड़ी न्यूक्लियर पावर भी है. यूरोपियन यूनियन (EU) के फाउंडर मेंबर्स होने के साथ वो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के 5 परमानेंट मेंबर्स में से एक है. ऐसे में उनकीर जीत ने यूरोप में नया समीकरण बनने पर विराम लगा दिया है.

जीत का अंतर कुछ कम हुआ

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इस बार इमैनुएल मैक्रों की जीत का अंतर कुछ कम हुआ है. 2017 में मैक्रों को 66.1 फीसदी जबकि ली पेन को 33.9 फीसदी वोट मिले थे. चुनाव के आधिकारिक आंकड़े आने के पहले ही ली पेन ने अपनी हार स्वीकार कर ली. उन्होंने कहा कि फ्रांस के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी.

पीएम मोदी ने बधाई दी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमैनुएल मैक्रों को फ्रांस के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं. मैक्रों को दुनिया भर से बधाई मिल रही है.

ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्वीट किया कि फ्रांस के राष्ट्रपति के तौर पर आपको रि-इलेक्ट होने की बधाई. हम उन मुद्दों पर मिलकर काम करना जारी रखेंगे जो हमारे देशों के साथ दुनिया के लिए सबसे ज्यादा मायने रखते हैं. जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने मैक्रों के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा मुझे खुशी है कि हम आपस में सहयोग जारी रखेंगे. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कनाडा और फ्रांस के लिए जरूरी मुद्दों पर काम जारी रखने के लिए आशान्वित हूं.

(source: Reuters, AP, New York time)

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