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In case of a complete shutdown, the government has assessed that 18.53 million people or 30 per cent of the labour force will be unemployed.
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वैश्विक आतंकवाद वित्तपोषण निगरानी संस्था FATF ने शुक्रवार को पाकिस्तान को ग्रे सूची में ही रखे रहने का फैसला किया और उसे चेतावनी दी कि अगर वह लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों को पैसे देना बंद नहीं करता है तो उसे कड़ी कार्रवाई का सामना करना होगा. सूत्रों ने यह जानकारी दी है. पेरिस में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के चल रहे पूर्ण सत्र में यह फैसला किया गया. सूत्रों के मुताबिक, FATF ने पाकिस्तान को ग्रे सूची में ही रखने का फैसला किया है.
उसने कहा कि FATF ने पाकिस्तान को यह चेतावनी भी दी कि अगर वह जून महीने तक पूरी कार्य योजना नहीं बनाता है तो उसके कामकाज पर असर पड़ सकता है. पूर्ण सत्र में कहा गया कि पाकिस्तान ने लश्कर, जैश और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी समूहों को वित्तीय सहायता पर लगाम कसने के लिए दिये गये 27 कार्यों में से कुछ ही किये हैं. सूत्रों के अनुसार FATF ने कहा कि पाकिस्तान को अपनी कार्ययोजना जल्दी तरीके से जून तक पूरी करनी होगी.
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पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट में डाला जा सकता है
पाकिस्तान के ग्रे सूची में ही बने रहने से उसके लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), विश्व बैंक, एडीबी और यूरोपीय संघ से वित्तीय सहायता प्राप्त करने में कठिनाई आएगी और इस तरह आर्थिक संकट का सामना कर रहे देश के लिए मुश्किलें और बढ़ जाएंगी. अगर पाकिस्तान FATF के निर्देशों का पालन नहीं करता है तो पूरी संभावना है कि उसे उत्तर कोरिया और ईरान के साथ काली सूची में डाल दिया जाए.