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France Police Shooting: फ्रांस दंगा, विरोध प्रदर्शन और लूट सहित कई हिंसक घटनाओं की चपेट में है (Reuters)
France Police Shooting: फ्रांस दंगा, विरोध प्रदर्शन और लूट सहित कई हिंसक घटनाओं की चपेट में है. लोगों के सड़कों पर उतरने और वाहनों को आग लगाने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. तस्वीरों को देखकर कोई भी कह सकता है कि स्थिति भयावह है. पुलिस अधिकारियों की प्रदर्शनकारियों के साथ तीखी झड़प और हर दिन बीतने के साथ स्थिति और खराब होती जा रही है. कई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, विरोध प्रदर्शन को देखते हुए फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने स्थिति का आकलन करने के लिए मंत्रियों के साथ एक आपातकालीन बैठक की.
फ्रांस में अशांति किस कारण भड़की?
हिंसा तब शुरू हुई जब एक पुलिस अधिकारी ने पेरिस के पास नाहेल नाम के 17 वर्षीय लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी. कथित तौर पर नाहेल कार चला रहे थे जब मंगलवार सुबह नेल्सन मंडेला स्क्वायर के पास एक ट्रैफिक स्टॉप पर उन्हें करीब से गोली मार दी गई. नाहेल की बायीं बांह और छाती में गोली लगने से मौत हो गई. वहीं विरोध प्रदर्शन करने वाले कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह नाहेल की जाति (अल्पसंख्यक समुदाय) थी जिसने उसकी हत्या में एक कारक की भूमिका निभाई. नाहेल की हत्या की तुलना अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या से की गई है.
ट्रैफिक स्टॉप पर वास्तव में क्या हुआ?
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लोकल प्रोसिक्यूटर पास्कल प्राचे ने कहा कि फ्रांसीसी पुलिस ने पेरिस के बाहरी इलाके में सुबह 7:55 बजे नेहल को बस लेन में मर्सिडीज चलाते हुए देखा. उन्होंने सायरन और लाइट की मदद से कार को रोकने की कोशिश की लेकिन नाहेल ने बात नहीं मानी. कहा जा रहा है कि इससे पैदल यात्रियों के जीवन खतरे में आ गए थे. इसके बाद पुलिस ने कार को ट्रैफिक जाम में फंसा लिया और अधिकारियों ने उसे इग्निशन बंद करने के लिए कहकर रोकने की कोशिश की, लेकिन वो कार को भगाने लगा, जिसके बाद पुलिस ने गोली चलाई.
लगातार फैल रही है हिंसा
विरोध प्रदर्शन मार्सिले, ल्योन, टूलूज़, स्ट्रासबर्ग और लिली जैसे शहरों के साथ-साथ पेरिस तक भी फैल गया है जहां नाहेल को गोली मार दी गई थी. शनिवार को लगभग 45,000 पुलिस अधिकारी और कुछ बख्तरबंद वाहन सड़कों पर तैनात किए गए थे. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनल मिनिस्टर गेराल्ड डर्मैनिन ने खुलासा किया है कि विरोध प्रदर्शन उग्र होने से कुल 1,100 से अधिक लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. मार्सिले के मेयर बेनोइट पायन ने राष्ट्रीय सरकार से तुरंत अतिरिक्त सैनिक भेजने का आह्वान किया. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि फ्रांस के तीसरे सबसे बड़े शहर ल्योन में, पुलिस बल ने अशांति को शांत करने के लिए बख्तरबंद कर्मियों के वाहक और एक हेलीकॉप्टर तैनात किया है.