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Israel attacks Palestine: इजरायल के हवाई हमले के बाद गाजा के घनी आबादी वाले जाबालिया रिफ्यूजी कैंप का हाल. इस हमले में बड़ी संख्या में आम नागरिकों के मारे जाने और घायल होने की खबर है. (Photo : AP)
Israel-Hamas War Update : फिलिस्तीन के गाजा पट्टी इलाके में करीब तीन हफ्ते से जारी इजरायली हमलों के बीच बुधवार को पहली बार कुछ घायलों और विदेशी नागरिकों को राफा बॉर्डर से होकर मिस्र (Egypt) जाने की छूट दी गई है. गाजा में बुधवार को इजरायल के जमीनी हमलों के बीच पूरे इलाके में इंटरनेट और फोन सेवाओं समेत तमाम संचार सेवाएं एक बार फिर ठप हो गईं. यह खबर मिलते ही दर्जनों घायलों और विदेशी नागरिकों की भीड़ राफा बॉर्डर पर जमा हो गई. 7 अक्टूबर को हमास के आतंकी हमले के बाद से ही इजरायल ने गाजा को पूरी तरह से घेर रखा है, जिसके बाद सिर्फ हमास द्वारा रिहा किए गए चार बंधकों को ही गाजा से बाहर जाने दिया गया था. इस बीच, इजरायले के हवाई हमलों के बीच जमीन पर भी उसके टैंक अब गाजा सिटी के बाहरी क्षेत्र को पार करके फिलिस्तीनी नागरिकों की घनी आबादी वाले इलाकों की तरफ बढ़ रहे हैं.
मिस्र ने सिर्फ कुछ ही घायलों और विदेशी नागरिकों को आने की इजाजत दी है. उसका कहना है कि वह बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी शरणार्थियों को स्वीकार नहीं करेगा, क्योंकि उसे डर है कि इजरायल युद्ध खत्म होने के बाद भी उन्हें गाजा में लौटने नहीं देगा. मिस्र के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि करीब 80 घायल फिलिस्तीनियों को इलाज के लिए लाया जाएगा, जिसके लिए बॉर्डर के पास मिस्र में एक फील्ड अस्पताल बनाया गया है.
कतर की पहल पर मिली छूट
बताया जा रहा है कि कुछ घायलों और विदेशी नागरिकों को मिस्र जाने की यह छूट कतर की पहल पर मिस्र, इजरायल और हमास के बीच बनी सहमति की वजह से मिली है. लेकिन यह छूट दिए जाने से पहले इजरायल ने उत्तरी गाज़ा के बेहद घनी आबादी वाले जाबालिया रिफ्यूजी कैंप में ने बड़ा हवाई हमला किया, जिसमें भारी बमबारी की वजह से कम से कम 50 लोगों के मारे जाने की खबर है. हालांकि कुछ अनुमानों में दावा किया है कि इस हमले में मरने वालों की तादाद सैकड़ों में हो सकती है, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं.
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इजरायल-हमास जंग में 8500 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत
इजरायल-हमास जंग में अब तक जान गंवाने वालों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. अनुमान है कि अब तक इस लड़ाई में 8500 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जिनमें करीब 3500 बच्चे हैं. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि अब तक 8,500 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं. इनके अलावा 21,000 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. अनुमानों के मुताबिक लगातार जारी इजरायली हमलों की वजह से गाजा की 23 लाख की आबादी का करीब आधा हिस्सा विस्थापित हो चुका है. 7 अक्टूबर को हमास के आतंकी हमले में भी महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों समेत करीब 1400 इजरायली मारे गए थे. इजरायली सेना ने बुधवार को बताया कि उत्तरी गाजा में जारी जमीनी लड़ाई में उसके 9 सैनिक भी मारे गए हैं. इन्हें मिलाकर जमीनी जंग में अब तक मारे गए इजरायली सैनिकों की कुल संख्या 11 हो गई है.
रिफ्यूजी कैंप पर हमले में मारा गया हमास कमांडर : इजरायली सेना
जबालिया शरणार्थी शिविर के पास मौजूद एक अस्पताल के डायरेक्टर ने मीडिया को बताया कि हमले में सैकड़ों लोग घायल हुए हैं या मारे गए हैं, लेकिन उनकी सटीक संख्या अब तक मालूम नहीं है. इजरायल ने दावा किया है कि यह हमला हमास के सीनियर कमांडर इब्राहिम बियारी को निशाना बनाने के लिए किया गया था, जिसमें आतंकवादियों का एक कमांड सेंटर और भूमिगत सुरंग नेटवर्क नष्ट हो गए हैं और दर्जनों आतंकी भी मारे गए हैं. इजरायली सेना के प्रवक्ता ने दावा किया है कि बियारी 7 अक्टूबर के हमले का मुख्य साजिशकर्ता था.
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इजरायल ने युद्ध विराम की अपील ठुकराई
25 दिन से जारी इस जंग में बड़ी तादाद में आम नागरिकों के मारे जाने और घायल होने की वजह से दुनिया के कई देशों और शरणार्थियों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने मानवता के आधार पर युद्ध रोकने की अपील की है. संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा कि यह गाजा में रह रहे लाखों लोगों की जिंदगी का सवाल है. लेकिन इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध विराम की हर अपील को ठुकराते हुए कहा है कि गाजा पर हमले रोकने का उनका कोई इरादा नहीं है और हवाई हमलों के साथ ही जमीनी कार्रवाई भी जारी रहेगी.