/financial-express-hindi/media/post_banners/BdeZKtLNgPColg5R23OF.jpg)
अब जापान में लोगों को पांच दिन की जगह चार दिन काम करने की इजाजत होगी. (Image: Reuters)
अब जापान में लोगों को पांच दिन की जगह चार दिन काम करने की इजाजत होगी. जापान की सरकार ने अपनी सालाना आर्थिक नीति गाइडलाइंस को पेश किया है. इनमें कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को पांच की जगह हफ्ते में चार दिन काम करने की इजाजत देना शामिल है. सरकार का मकसद देश में काम और जीवन जीने में संतुलन को बेहतर बनाना है. इसके तहत कर्मचारियों द्वारा दफ्तर में बिताने वाले समय को कम किया जा रहा है.
कोरोना वायरस महामारी ने जापानी कंपनियों के काम करने के तरीकों में बड़ा बदलाव लाया है. राजनेता मैनेजमेंट को इस बात के लिए सहमत करना चाहते हैं कि कम कामकाजी घंटों, रिमोट वर्किंग आदि कुछ कदम महामारी के खत्म होने के बाद भी जारी रखने चाहिए.
कंपनियों को भी फायदा होने की उम्मीद
सरकार ने अपने कैंपेन को लेकर कहा कि चार कामकाजी दिनों के साथ कंपनियां उन समर्थ और अनुभव कर्मचारियों को अपने साथ रख पाएगी, जिन्हें बच्चों की परवरिश या वृद्ध लोगों की देखभाल के लिए नौकरी छोड़नी पड़ रही है. हफ्ते में चार काम के दिन होने से लोगों को अतिरिक्त शिक्षा हासिल करने या अपनी नौकरी के अलावा साथ में दूसरे कोई काम लेने का फायदा भी मिलेगा.
सरकार को इससे ज्यादा फायदा दिखता है कि हर हफ्ते एक अतिरिक्त छुट्टी मिलने से लोगों को बाहर निकलने और खर्च करने का प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा. ऐसी भी उम्मीद की जा रही है कि युवा लोगों के पास इससे आपस में मिलने, शादी और बच्चे पैदा करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा, जिससे देश में कम होती जन्म दर, बढ़ती ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या और घटती आबादी की मुश्किल का समाधान करने में मदद होगी.
हाल ही में जापान में प्रशासन ने संकट में फंसी देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई तरीके अपनाए हैं, लेकिन वित्तीय नीति ने अपना काम कर दिया है और केंद्रीय बैंक के भी पास मौजूद विकल्प सीमित हैं. इसलिए लोगों के लाइफस्टाइल में सुधार लाना और जापान के लोगों के काम करने के तरीके बदलना इस दिशा में अगला कदम है.