/financial-express-hindi/media/post_banners/9dYDJvNAtuQAnEJUA2Oq.jpg)
रिलायंस इंडस्ट्रीज की योजना सोलर एनर्जी क्षेत्र में स्थिति और मजबूत करने की है.
Reliance Industry New Deal: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कैलिफोर्निया स्थित सोलर एनर्जी सॉफ्टवेयर डेवलपर सेंसहॉक (SenseHawk) में 3.2 करोड़ डॉलर (करीब 256 करोड़ रुपये) में 79.4 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने की घोषणा की है. कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी एक फाइलिंग के जरिए दी है. कंपनी ने कहा कि इस अधिग्रहण के साथ ही सोलर एनर्जी क्षेत्र में रिलायंस की स्थिति और मजबूत होने की उम्मीद है.
कितनी है कुल ट्रांजेक्शन वैल्यू
RIL ने जानकारी दी कि कंपनी ने SenseHawk में मेजॉरिटी स्टेक हासिल करने के लिए डेफिनिटिव एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें कुल ट्रांजेक्शन वैल्यू 32 मिलियन अमेरिकी डॉलर है. इसमें भविष्य के ग्रोथ के लिए फंडिंग, प्रोडक्ट के कमर्शियल रोलआउट और R & D यानी अनुसंधान एवं विकास शामिल हैं. SenseHawk सोलर एनर्जी इंडस्ट्री के लिए सॉफ्टवेयर-बेस्ड मैनेजमेंट टूल्स का डेवलपर है. SenseHawk द्वारा डेवलप सॉफ्टवेयर से कंपनियों को प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और स्वचालन का उपयोग करने में मदद मिलती है.
कैसा है कंपनी का कारोबार
पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में SenseHawk का कारोबार 23 लाख डॉलर रहा था.रिलायंस ने बयान में कहा कि उसने SenseHawk में मेजॉरिटी स्टेक हासिल करने के लिए 3.2 करोड़ डॉलर के कुल लेनदेन मूल्य के लिए एग्रीमेंट किया है. SenseHawk कंपनियों को प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और सौर परियोजनाओं की योजना से लेकर उत्पादन तक व्यवस्था बनाने में मदद करती है.
SenseHawk के 15 देशों में ग्राहक
सेंसहॉक ने 15 देशों में फैले अपने 140 से अधिक ग्राहकों को उनकी करीब 600 साइटों पर 100 से अधिक गीगावॉट के लिए एंड-टू-एंड समाधान दिये हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने अधिग्रहण के बारे में कहा कि उनकी कंपनी ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए प्रतिबद्ध है. इसका 2030 तक 100 गीगावॉट सौर ऊर्जा उत्पादन में मदद का इरादा है. SenseHawk के सहयोग से हम सौर परियोजनाओं की लागत कम करेंगे, उत्पादकता बढ़ाएंगे और प्रदर्शन में सुधार करेंगे. रिलायंस ने कहा कि उसे इस वर्ष के अंत तक अधिग्रहण पूरा करने की उम्मीद है.