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Narges Mohammadi wins Nobel Peace Prize 2023: ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी महिलाओं के अधिकारों और मौत की सजा के खिलाफ अभियान चलाने के लिए जानी जाती हैं. (Photo: Nobel Prize/Twitter)
Iran’s Narges Mohammadi wins Nobel Peace Prize 2023: ईरान की मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी को 2023 का नोबेल शांति पुरस्कार देने का एलान किया गया है. महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज़ उठाने वाली 51 साल की नरगिस फिलहाल ईरान की जेल में बंद हैं. वे ईरान की प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ताओं में से एक हैं, जिन्होंने महिलाओं के अधिकारों और मौत की सजा को खत्म करने के लिए अभियान चलाया है. ईरान में उन्हें मानवाधिकार और महिलाओं के हक के लिए आवाज उठाने की वजह से कई मामलों में कुल मिलाकर 31 साल के लिए जेल की सजा सुनाई जा चुकी है.
शिरीन एबादी के संगठन से जुड़ी हैं नरगिस
नरगिस मोहम्मदी ईरान में प्रतिबंधित किए जा चुके मानवाधिकार संगठन डिफेंडर्स ऑफ ह्यूमन राइट्स सेंटर की उप प्रमुख हैं. 2003 की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता शिरीन एबादी इस संगठन की प्रमुख हैं. यानी पूरे 20 साल बाद इसी संगठन की एक और महिला नेता को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है. मानवाधिकार संगठन फ्रंट लाइन डिफेंडर्स (Front Line Defenders) के अनुसार वे इस वक्त ईरान की राजधानी तेहरान की एविन जेल में करीब 12 साल की जेल की सजा काट रही हैं. समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक उन्हें यह सजा इसलिए सुनाई गई है, क्योंकि उन्होंने 2021 में पेट्रोल की कीमतें बढ़ाए जाने के खिलाफ हुए एक देशव्यापी प्रदर्शन में हिस्सा लिया था. इससे पहले भी उन्हें मानवाधिकारों के लिए आवाज उठाने की वजह से कई बार जेल की सजा काटनी पड़ी है.
नोबेल शांति पुरस्कार पाने वाली 19वीं महिला
नरगिस मोहम्मदी पिछले 122 साल से दिए जा रहे नोबेल शांति पुरस्कार को हासिल करने वाली 19वीं महिला हैं. उनसे पहले फिलीपींस की मारिया रेसा को 2021 में रूस के दिमित्री मुराटोव के साथ संयुक्त रूप से नोबेल पीस प्राइज़ दिया गया था. नोबेल पीस कमेटी ने मोहम्मदी का नाम घोषित करने के साथ जारी अपने प्रशस्ति पत्र में कहा है, ''नार्वे की नोबेल समिति ने नरगिस मोहम्मदी को 2023 का नोबेल शांति पुरस्कार देने का फैसला किया है. यह फैसला ईरान में महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई और सबके लिए मानवाधिकारों एवं स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के उनके संघर्ष को ध्यान में रखते हुए किया गया है.
BREAKING NEWS
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 6, 2023
The Norwegian Nobel Committee has decided to award the 2023 #NobelPeacePrize to Narges Mohammadi for her fight against the oppression of women in Iran and her fight to promote human rights and freedom for all.#NobelPrizepic.twitter.com/2fyzoYkHyf
1895 में हुई थी नोबेल पीस प्राइज की स्थापना
नोबेल पीस प्राइस की स्थापना स्वीडिश उद्योगपति अल्फ्रेड नोबेल ने 1895 में अपनी वसीयत के जरिये की थी. यह पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की बरसी पर 10 दिसंबर को पोलैंड के ओस्लो में दिया जाता है. इस पुरस्कार के तहत सम्मान पत्र के अलावा 1.1 करोड़ स्वीडिश क्राउन यानी लगभग 10 लाख डॉलर की राशि दी जाती है.