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Will Imran bounce back: पाकिस्तान के लाहौर में इमरान खान की पार्टी के ऑफिस के बाहर लगा पूर्व प्रधानमंत्री का पोस्टर. इमरान खान के चुनाव लड़ने पर रोक के बावजूद उनके निर्दलीय उम्मीदवारों के बड़ी संख्या में जीतने की खबरें आ रही हैं. (Photo : Reuters)
Pakistan election results are delayed, wins reported for independents backed by Imran: क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान क्या रिटायर्ड हर्ट करार दिए जाने के बावजूद ये मुश्किल मैच जीत जाएंगे? पाकिस्तान में गुरुवार को हुए आम चुनाव के अधिकांश नतीजे अब तक सामने नहीं आए हैं. जबकि पहले से घोषित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार की सुबह तक नतीजे आ जाने चाहिए थे. लेकिन पाकिस्तानी और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में छन-छनकर आ रही खबरों के मुताबिक अब तक जिन सीटों के नतीजे सामने आए हैं, उनमें बहुत सारी जगहों पर इमरान खान (Imran Khan) के समर्थन वाले निर्दलीयों ने जीत हासिल कर ली है. ये हाल तब है, जबकि इमरान खान और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के चुनाव लड़ने पर रोक लगी हुई है. उनके उम्मीदवारों के पास न तो कोई एक चुनाव निशान है और न ही इमरान खान उनके लिए प्रचार या वोट देने की अपील कर सकते हैं.
इमरान के निर्दलीयों के 21 सीटें जीतने की खबर
अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज के हवाले से बताया है कि जिन 50 सीटों पर वोटों की गिनती पूरी होने की खबर है, उनमें से 21 पर इमरान के निर्दलीय उम्मीदवार जीत गए हैं. पाकिस्तानी संसद में 265 सीटें हैं, लिहाजा बहुमत के लिए कम से कम 133 सीटें जीतना जरूरी है. एसोसिएटेड प्रेस (AP) की रिपोर्ट के मुताबिक कई पाकिस्तानी चैनल बता रहे हैं कि तीन बार के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो ज़रदारी की पार्टी पीपीपी के उम्मीदवारों को इमरान के निर्दलीय उम्मीदवार कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
रिजल्ट में धांधली की अटकलें तेज
इस तरह के माहौल में पाकिस्तानी चुनाव आयोग की तरफ से नतीजों का एलान करने में की जा रही रहस्यमयी देरी रिजल्ट में हेराफेरी किए जाने की अटकलों को हवा दे रही है. खास तौर पर चुनाव आयोग के अधिकारियों की खामोशी ने आशंकाओं को और बल दिया है. एपी की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि नवाज शरीफ भले ही नतीजों के एलान से पहले चुनाव में जीत का भरोसा जताते रहे हों, लेकिन राजधानी इस्लामाबाद में उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के बाहर सन्नाटा छाया है. वहां के माहौल में जीत के जश्न का कोई जोश नजर नहीं आ रहा है.