scorecardresearch

Covid Vaccine: 2021 में कोरोना वैक्सीन से Pfizer को मिल सकता है एक तिहाई रेवेन्यू, बिक्री का अनुमान 70% बढ़ाया

Covid Vaccine: फाइजर के चीफ एग्जेक्यूटिव के मुताबिक जिस तरह से फ्लू के वैक्सीन लगातार बनी रहती है, वैसे ही कोरोना वैक्सीन की मांग लंबे समय तक बनी रहने वाली है.

Covid Vaccine: फाइजर के चीफ एग्जेक्यूटिव के मुताबिक जिस तरह से फ्लू के वैक्सीन लगातार बनी रहती है, वैसे ही कोरोना वैक्सीन की मांग लंबे समय तक बनी रहने वाली है.

author-image
Reuters
एडिट
New Update
He said now the state government is hoping for a positive reply from Johnson & Johnson and manufacturers of Sputnik V.

He said now the state government is hoping for a positive reply from Johnson & Johnson and manufacturers of Sputnik V.

Pfizer Covid Vaccine: दुनिया भर में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सबसे कारगर हथियार वैक्सीन है. अमेरिकी कंपनी Pfizer द्वारा बनाई गई कोरोना वायरस के वैक्सीन की मांग कई देशों में बढ़ी है और अब कंपनी ने इस साल 2021 में इसकी बिक्री के अनुमान को 70 फीसदी बढ़ा दिया है. कंपनी का अनुमान है कि इस साल 2600 करोड़ डॉलर (1.92 लाख करोड़ रुपये) मूल्य के वैक्सीन की बिक्री होगी. कंपनी ने अपना अनुमान इसलिए बढ़ाया है क्योंकि दुनिया भर की सरकारें कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए इसका अधिक से अधिक ऑर्डर कर रही हैं. साल 2021 में फाइजर कंपनी को अपने कोरोना वेक्सीन से ही कुल रेवेन्यू का एक-तिहाई रेवेन्यू हासिल होने की उम्मीद है.

कंपनी ने अपना अनुमान इस आधार पर लगाया है कि इस साल 2021 में उसने कई देशों के साथ 160 करोड़ वैक्सीन डोज डिलीवरी के लिए कांट्रैक्ट किया है. मॉडर्ना ने इस साल 2021 में 1840 करोड़ डॉलर (1.36 लाख करोड़ रुपये) की वैक्सीन के बिक्री का अनुमान लगाया है. फाइजर ने वैक्सीन से मुनाफे की उम्मीद है, वहीं अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन का कहना है कि महामारी खत्म होने तक वह अपनी कोरोना वैक्सीन को बिना मुनाफे के बेचेगी.

Advertisment

Covid-19: कोरोना से जंग में अब Amazon आई आगे, भारत भेजेगी 18.50 करोड़ के मेडिकल उपकरण

लंबे समय तक कोरोना वैक्सीन की बनी रह सकती है मांग

कंपनी को अनुमान है कि इस साल अभी और भी डोजेज के लिए कांट्रैक्ट होने वाले हैं. फाइजर के चीफ एग्जेक्यूटिव अलबर्ट बौर्ला का मानना है कि जिस तरह से फ्लू के वैक्सीन लगातार बनी रहती है, वैसे ही कोरोना वैक्सीन की मांग लंबे समय तक बनी रहने वाली है. इस साल 2021 की पहली तिमाही जनवरी-मार्च 2021 में कंपनी का सबसे अधिक बिकने वाला प्रॉडक्ट कोरोना वैक्सीन था. पहली तिमाही में कोरोना वैक्सीन के जरिए कंपनी को 350 करोड़ डॉलर (25.9 हजार करोड़ रुपये) का रेवेन्यू हुआ था जबकि कुल रेवेन्यू 1460 करोड़ डॉलर (1.08 लाख करोड़ रुपये) का था. फाइजर ने इस वैक्सीन को जर्मन सहयोगी बॉयोएनटेक के साथ साझेदारी में तैयार किया है. इस वैक्सीन को लेकर होने वाले खर्च और इससे होने वाले मुनाफे में फाइजर और बॉयोएनटेक की आधी-आधी हिस्सेदारी है.

चार हफ्ते तक रेफ्रिजेरेटर के सामान्य ताप पर स्टोर करना संभव

इसके अलावा कंपनी ने उम्मीद जताई है कि वह जल्द से जल्द इसी महीने मई में 16 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए पूर्ण रूप से अमेरिकी मंजूरी के लिए आवेदन करेगी. अभी फाइजर को वैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग को ही मंजूरी मिली है. इसके अलावा कंपनी को उम्मीद है जल्द ही अमेरिकी दवा नियामक 12-15 वर्ष की उम्र के बच्चों के लिए उसकी वैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग को मंजूरी दे देगी.

फाइजर ने उम्मीद जताई है कि 2-11 वर्ष के बच्चों के लिए सेफ्टी और एफिकेसी डेटा सितंबर तक आ सकता है और उसके बाद इस आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीन के आपातकालीन प्रयोग की मंजूरी के लिए आवेदन किया जा सकता है. इसके अलावा कंपनी ने अमेरिकी नियामक के पास नया डेटा फाइल किया है जिसके तहत वैक्सीन के स्टैंडर्ड रेफ्रिजेरेटर टेंपरेचर पर चार हफ्ते तक वैक्सीन को रखा जा सकता है जबकि इस समय इसे महज 5 दिनों के लिए ही इस तापमान पर स्टोर किया जा सकता है.