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अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई ऐसे देश हैं, जिन्होंने यूक्रेन की ओर मदद का हाथ आगे बढ़ाया है.
Facebook, YouTube block Ads from Russian State Media: रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को रूसी परमाणु बलों को ‘हाई अलर्ट’ पर रहने का आदेश दिया है. हालांकि, यूक्रेन बिना किसी शर्त के रूस के साथ बातचीत के लिए तैयार है. इस बीच, अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई ऐसे देश हैं, जिन्होंने यूक्रेन की ओर मदद का हाथ आगे बढ़ाया है और इसके साथ ही वे युद्ध रोकने का आह्वान भी कर रहे हैं. इसके अलावा, कई देश रूस पर यूक्रेन के प्रति उसकी आक्रामकता को लेकर प्रतिबंध भी लगा रहे हैं.रूस ने यूक्रेन के कुछ हिस्सों में इंटरनेट टावरों पर हमला कर वहां इंटरनेट बंद कर दिया है. ऐसे समय में दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क भी यूक्रेन के बचाव में उतर गए हैं. यहां हमने यह भी बताया है कि Youtube और Facebook जैसी दुनिया की बड़ी टेक कंपनियां किस तरह रूस पर प्रतिबंध लगाते हुए यूक्रेन का बचाव कर रही हैं.
एलन मस्क ने यूक्रेन की ओर बढ़ाया मदद का हाथ
रूस यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर नियंत्रण हासिल करने में कामयाब हुआ है. वहीं, कुछ इलाकों में इंटरनेट और मोबाइल टावरों को नष्ट कर दिया गया है. इसकी वजह से यूक्रेन के लोगों को इंटरनेट या नेटवर्क की समस्या हो रही है और वे अपनों से बातचीत या संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. ऐसी स्थिति में यूक्रेन के उप प्रधानमंत्री मयखैलो फेदोरोव ने एलन मस्क को ट्वीट करते हुए मदद की गुहार लगाई. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि आप (एलन मस्क) मंगल पर घर बनाना चाहते हैं, लेकिन यहां रूस यूक्रेन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है. आपके रॉकेट सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में प्रवेश कर रहे हैं, लेकिन रूस यूक्रेन में नागरिकों को रॉकेट लॉन्च के ज़रिए निशाना बना रहा है.
इसके बाद उन्होंने एलन मस्क से इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए यूक्रेन के लोगों को स्टारलिंक (Starlink) स्टेशन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया. स्टारलिंक स्पेसएक्स के तहत मस्क द्वारा लॉन्च किए जा रहे सैटेलाइट्स का एक नेटवर्क है. स्टारलिंक के ज़रिए किसी एक सैटेलाइट का इस्तेमाल करने वाले कस्टमर्स तक सीधे इंटरनेट पहुंचाया जाता है.
यूक्रेन के उप प्रधानमंत्री के इस ट्वीट के केवल 10 घंटे बाद ही एलन मस्क ने ट्वीट किया कि यूक्रेन में स्टारलिंक सर्विस एक्टिवेट हो गई है. अगर इंटरनेट की सुविधा देश के प्रत्येक नागरिक को नहीं मिल पाती है, तो स्टारलिंक यह सुनिश्चित करने में सक्षम होगा कि यूक्रेन में कम से कम अहम सैन्य अभियान जारी रहे.
Google ने रूसी मीडिया पर लगाई रोक
Google के पास कई ऐसे प्लेटफ़ॉर्म हैं जिनका इस्तेमाल मीडिया संगठनों द्वारा किया जा सकता है. हालांकि, यूक्रेन पर रूस की आक्रामकता को देखते हुए Google ने शनिवार को रूस के सरकारी स्वामित्व वाले मीडिया प्लेटफ़ॉर्म RT को ब्लॉक कर दिया. इसके साथ ही, Google ने अन्य चैनलों पर भी वीडियो विज्ञापन से मिलने वाले पैसे पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा, Google ने यह भी कहा कि रूस के कई मीडिया चैनल अपने ऐप या वेबसाइटों पर पैसा कमाने के लिए ऐड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. इसके साथ ही वे न तो Gmail और सर्च जैसी सेवाओं पर विज्ञापन दे पाएंगे और न ही गूगल टूल्स का इस्तेमाल करके विज्ञापन खरीद पाएंगे.
फेसबुक ने भी उठाया ये कदम
शुक्रवार को फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) ने भी रूसी मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया था. मेटा ने अपने प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन चलाने से होने वाली कमाई पर रोक लगा दी है. मेटा ने कहा कि चार रूसी मीडिया संगठनों पर फेसबुक ने प्रतिबंध लगाया है और कंपनी ने रूस की मांगों के बावजूद प्रतिबंध हटाने से इनकार कर दिया.
अमेरिकी ने भी लगाए प्रतिबंध
कई कंपनियों ने रूस के खिलाफ अपने दम पर कदम उठाए हैं, वहीं अमेरिका ने भी रूस पर प्रतिबंध का एलान किया है. रूस के कई बैंकों में प्रतिबंध की घोषणा की गई है, जिसकी वजह से इन बैंकों के कार्डहोल्डर अब Apple Pay और Google Pay जैसे डिजिटल पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं. इसके तहत, सेंट्रल बैंक ऑफ रशिया के अनुसार, VTB ग्रुप, Sovcombank और Otkritie सहित कम से कम पांच बैंकों में प्रतिबंध लगाया गया है. इसके साथ, इन बैंकों के कार्डहोल्डर अब विदेशों में अपने कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे, और न ही वे उन कंपनियों को डिजिटल पेमेंट कर पाएंगे जो उन देशों में रजिस्टर हैं जिन्होंने ये प्रतिबंध लगाए हैं.
(Article: Bulbul Dhawan)