/financial-express-hindi/media/post_banners/KbJYfoWs08WMC4F4Kwch.jpg)
/financial-express-hindi/media/post_attachments/iC3uwBbtIPXPkvyibJN6.jpg)
अमेरिकी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए लाए गए खरबों डॉलर के राहत पैकेज के प्रस्ताव को अमेरिकी सीनेट की मंजूरी नहीं मिल सकी. इस प्रस्ताव को डेमोक्रेटस की तरफ से कोई समर्थन नहीं मिला, जबकि वायरस संक्रमण के चलते पांच रिपब्लिकन सांसद अनुपस्थित रहे. डेमोक्रेट का कहना था कि रिपब्लिकन योजना लाखों अमेरिकी श्रमिकों को पर्याप्त सुरक्षा देने में विफल रही है और इसमें कोरोना वायरस संकट के दौरान पर्याप्त स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को दरकिनार कर किया गया है. विधेयक में कोरोना वायरस महामारी के चलते हुई बंदी के कारण अमेरिकी परिवारों को सहायता देने और बंद पड़े हजारों कारोबार को मदद देने के लिए 1700 अरब डॉलर के अनुमानित पैकेज का प्रस्ताव था.
कोरोना संकट: इन तीन भारतीय बिजनेसमैन ने बढ़ाया मदद का हाथ
रिपब्लिकन, डेमोक्रेट और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के बीच गहन बातचीत के बावजूद पैकेज को लेकर सहमति नहीं बन सकी और सदन में विधेयक को पारित होने के लिए जरूरी मत नहीं मिल सके. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पांच रिपब्लिकन सांसद वोट नहीं दे सके. इससे पहले इस पैकेज को पारित कराने के लिए सांसदों के बीच रविवार को बंद दरवाजे में बातचीत हुई, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकल सका. सीनेट के नतीजे से कांग्रेस पर भारी दबाव बढ़ जाएगा. उसे अब इस मतभेद से उबरना होगा.
शेयर बाजारों पर असर
अमेरिकी सीनेट के इस नतीजे का असर सोमवार को बाजार खुलने पर दिखाई देगा. मुख्य यूएस स्टॉक एक्सचेंज इंडिकेटर्स फ्यूचर में 4 फीसदी से ज्यादा टूट गए थे. वहीं, हांगकांग के बाजार 5 फीसदी की गिरावट के साथ ही खुले.