/financial-express-hindi/media/post_banners/cpuusIV6RVWESn2bVShx.jpg)
समझौते के पहले चरण के तहत चीन को अमेरिका से 200 अरब डॉलर के सामानों की खरीद करने की बाध्यता है. (Reuters)
/financial-express-hindi/media/post_attachments/MQIHcnY3qvXWPwFbD8a6.jpg)
US-China Trade Deal: दुनिया में चल रहे कोरोना संकट के बीच अमेरिका और चीन एक बार फिर ट्रेड डील के मसले पर आमने-सामने आते नजर आ रहे हैं. दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के साथ व्यापार समझौता तोड़ने की मंगलवार को धमकी दी. क्योंकि उन्हें लगता है कि कोराना वायरस महामारी के संकट में चीन उसका पालन नहीं कर रहा है. उन्होंने कोरोना वायरस पर नई जानकारियां देने के लिये होने वाले नियमित दैनिक व्हाइट हाउस संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यदि चीन ने समझौते के प्रावधानों का सम्मान नहीं किया तो वह उसके साथ हुए व्यापार समझौते को समाप्त कर देंगे. राष्ट्रपति ट्रम्प ने 2017 में चीन के साथ 375.6 अरब डॉलर के अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने की मांग के साथ 2018 में चीन के साथ ट्रेड वार की शुरुआत की थी.
चीन के वुहान शहर से शुरू हुई कोरोना वायरस महामारी के कारण अमेरिका में अब तक करीब आठ लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं और 45 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. यह संक्रमण और इस वायरस के कारण होने वाली मौतों का दुनिया का सर्वाधिक आंकड़ा है. वहीं, चीन में इससे 82,788 लोग संक्रमित हुए हैं और 4,632 लोगों की मौत हुई है.
Facebook डील से Jio टॉप 5 मूल्यवान कंपनियों में शामिल, इंफोसिस और एयरटेल को किया पीछे
जनवरी में US-चीन में साइन हुई थी डील
चीन और अमेरिका ने इस साल जनवरी में दो साल से अधिक समय से जारी टैरिफ वार को समाप्त करते हुए व्यापार समझौते के पहले चरण पर हस्ताक्षर किए थे. इस समझौते के पहले चरण के तहत चीन को अमेरिका से 200 अरब डॉलर के सामानों की खरीद करने की बाध्यता है. इसके योजना के हिसाब से आगे चलते रहने के अनुमान हैं. हालांकि अमेरिका-चीन आर्थिक एवं सुरक्षा समीक्षा आयोग ने एक रिपोर्ट में कहा है कि चीन प्राकृतिक आपदा (कोरोना वायरस महामारी) अथवा किसी अन्य आकस्मिक घटना की स्थिति में व्यापार समझौते में एक नया प्रावधान जोड़ सकता है, जिससे दोनों देशों के बीच नए सिरे से बातचीत की जरूरत पड़ सकती है.
चीन ने नया प्रावधान जोड़ा तो समझौता खत्म: ट्रम्प
ट्रम्प ने कहा, ‘‘यदि ऐसा हुआ तो हम समझौते को समाप्त कर देंगे और हम यह किसी भी अन्य की तुलना में बेहतर तरीके से करेंगे.’’ ट्रंप से पूछा गया था कि वह इस बात को लेकर भरोसे में हैं कि चीन प्राकृतिक आपदा के उस प्रावधान का इस्तेमाल नहीं करेगा, जिसका जिक्र व्यापार समझौते में किया गया है. ट्रम्प ने कहा, ‘‘चीन को लेकर मैं जितना सख्त हूं, और कोई नहीं है.’’ उन्होंने फिर से दोहराया कि चीन कई साल से अमेरिका का फायदा उठाता आ रहा था और जब तक वह राष्ट्रपति नहीं बने, यह होता रहा.
उन्होंने कहा, ‘‘एक बार गौर करिये, एक साल में 200 अरब डॉलर, 300 अरब डॉलर, 400 अरब डॉलर, 500 अरब डॉलर. कोई भी इस तरीके से कैसे होने दे सकता है? अब यदि आप पिछले साल के आंकड़े देखेंगे तो व्यापार घाटा कम हो गया है.’’