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यूएन के सेक्रेटरी जनरल के मुताबिक इस साल के आखिरी तक दुनिया के 40 फीसदी लोगों का वैक्सीनेशन पूरा करने पर फोकस करना होगा.
Covid Vaccine Updates: कोरोना महामारी को लेकर चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. अब यूनाइटेड नेशंस के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरस ने गुरुवार को कहा कि अगर दुनिया आपसी सहयोग के बिना इससे लड़ाई लड़ती है तो कोरोना वायरस को हरा नहीं पाएंगे. उन्होंने दुनिया के सभी देशों को आने वाले दिनों में वैक्सीनेशन पर ध्यान देने को कहा है और कहा है कि इस साल के आखिरी यानी दिसंबर 2021 तक दुनिया के 40 फीसदी लोगों का वैक्सीनेशन पूरा करने पर फोकस करना होगा. इसके अलावा उन्होंने न्यूयॉर्क में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यूएन के सदस्य देशों को अगले साल 2022 के मध्य तक 70 फीसदी का लक्ष्य लेकर चलना चाहिए. यह लक्ष्य विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने तय किया है.
वैक्सीन असमानता का इकोनॉमी और स्वास्थ्य पर असर
गुटेरस के मुताबिक वैक्सीन को लेकर असमानता कोरोना के वैरिएंट के प्रसार की मदद कर रही है और इससे लोगों के स्वास्थ्य और दुनिया भर की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है. एक अनुमान के मुताबिक दुनिया भर के 98 देश साल के अंत का 40 फीसदी वैक्सीनेशन टारगेट पूरा करने की स्थिति में नहीं है. 40 देश तो ऐसे हैं जो अपनी जनसंख्या के 10 फीसदी हिस्से का भी वैक्सीनेशन 31 दिसंबर तक कराने की स्थिति में नहीं हैं. कम आय वाले देशों में 4 फीसदी से कम लोगों को ही वैक्सीन की डोज लगी है.
भारत में 55% से अधिक को वैक्सीन की दोनों डोज
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक अधिक आय वाले देशों में वैक्सीनेशन की दर अफ्रीकी देशों की तुलना में 8 गुना अधिक है. मौजूदा दर से अफ्रीकी देशों में अगस्त 2021 तक भी 70 फीसदी लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो पाएगा. भारत की बात करें को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को जानकारी दी थी कि देश के 55 फीसदी से अधिक वयस्कों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है जबकि 87 फीसदी लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है.