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आज वर्ल्ड टूरिज्म डे (World Tourism Day) है.
World Tourism Day – Rethinking Tourism: टूरिज्म सेक्टर में एक बार फिर से डिमांड बढ़ने लगी है. त्योहारी सीजन में सेक्टर को और सपोर्ट मिलेगा. उम्मीद है कि फेस्टिव सीजन में सेक्टर की डिमांड कोरोना महामारी के पहले के लेवल पर या ज्यादा भी हो सकती है. ट्रिप के लिए ज्यादातर लोग एक महीने पहले फ्लाइट्स और ट्रेनों की बुकिंग करा रहे हैं. जानते हैं कि महामारी और उसके बाद टूर एंड ट्रैवल सेक्टर में क्या बदलाव देखने को मिल रहा है.
कोरोना महामारी के चलते पिछले दो साल में टूरिज्म समेत कई सेक्टर में काफी बदलाव आया है. इस महामारी ने दुनिया भर में काफी तबाही मचाई जो इससे पहले कभी देखने को नहीं मिली थी. इस महामारी ने सभी इंडस्ट्री को काफी नुकसान पहुचाया है. कह सकते हैं कि उनके लिए यह सबसे ज्यादा संकट बनकर उभरा. इस संकट से टूरिज्म सेक्टर भी अछूता नहीं रहा. यह सेक्टर भी इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ. हालांकि इसमें अब रिकवरी की हो रही है.
यात्रियों में काफी उत्साह है. वह एक बार फिर से यात्रा पर जाने के लिए उत्सुक हैं. बीते कुछ सालों में वह उन जगहों को काफी याद कर रहे हैं जहां अब तक नहीं जा पाए हैं. वे नेचर और लोगों से फिर एक बार फिर से जुड़ना चाहते हैं . वे उन जहगों पर जाने के लिए बेचैन हैं जो काफी हरे-भरे, कम प्रदूषित हैं. महामारी के बाद, इस बात की अहमियत कम है कि आप कब यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं और कहां की प्लानिंग कर रहे हैं. इस बात की अहमियत ज्यादा है कि आप किसके साथ जा रहे हैं और जिसके साथ जा रहे हैं उनके साथ आपकी यात्रा सफल होगी या नहीं, फुल इंज्वॉय कर पाएंगे या नहीं.
एक्सपीडिया (Expedia) ने साल 2022 को गोट (GOAT) यानी ग्रेट ऑफ ऑल ट्रिप्स (Greatest of All Trips) बताया है. आप जहां भी जाने की तैयारी कर रहे उसके बारे में अच्छी तरह से जानकारी जुटा लें या फिर उन जगहों के बारे में जानने के लिए ट्रैवल एजेंट की मदद लें. यह सबसे आसान विकल्प है. ट्रैवेलपोर्ट (Travelport) की एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि महामारी को कारण, 33 फीसदी यात्रियों ने टूर पर जाने की प्लॉनिंग करने से पहले ट्रैवल एजेंट की मदद ली.
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टेक्नोलॉजी ने यात्रा बनाई सुगम और आसान
InterGlobe Technology Quotient के प्रेसीडेंट और सीईओ अनिल पराशर बताते हैं कि महामारी के बाद ट्रैवल पैटर्न बदल गया है. अब यात्री ट्रिप में काफी नए अनुभव चाहते हैं. टेक्नोलॉजी के विकसित होने से ट्रैवल इंडस्ट्री में काफी अहम बदलाव हुआ है. इससे कारोबार पर भी असर पड़ा है. आज के समय में कॉन्टैक्टलेस पेमेंट, वर्चुअल रियलिटी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने ट्रैवलर को यात्रा पर जाने के लिए एक नया आत्मविश्वास दिया है. साथ ही ट्रिप को काफी आसान बनाया है. पराशर बताते है कि टेक्नोलॉजी में आए बदलाव ने यात्रा को सुगम बनाया है. इसकी वजह से लोगों की दिलचस्पी टूरिज्म में बढ़ी है. इसके कारण यात्री नए जगहों पर जाकर लोगों से कनेक्ट हो पाते हैं और उनके बारे में जान पाते हैं. साथ ही उनसे जुड़कर इको-फ्रेंडली ट्रैवल का मजा ले पाते हैं. टूरिज्म कंपनियां भी यात्रियों को लुभाने के लिए नए-नए ऑफर दे रहे हैं.
(Article : Tarun Bhardwaj)