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TDS on e-commerce participants has also been reduced to 0.75 per cent from 1 pr cent. (PTI Photo)
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अगर आप बैंक लोन लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो जरा गौर करें. मई माह की शुरुआत में ही तीन बैंकों ने अपने MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स) में कटौती कर दी है. इनमें देश का सबसे बड़ा बैंक SBI, इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र शामिल हैं. सभी बैंकों ने कुल मिलाकर MCLR 0.15 फीसदी तक घटाया है. इस कटौती से नए लोन ग्राहकों के साथ-साथ मौजूदा कर्जधारकों को भी फायदा होगा. आइए जानते हैं तीनों बैंकों के नए MCLR के बारे में...
SBI
SBI ने विभिन्न अवधि के लिए MCLR में 0.15 फीसदी की कटौती की है, जो 10 मई से लागू हो गई है. यह बैंक द्वारा MCLR में लगातार 12वीं और वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी कटौती है. बैंक के नए MCLR इस तरह हैं...
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इंडियन ओवरसीज बैंक
इंडियन ओवरसीज बैंक ने भी 10 मई से अपनी MCLR को घटाया है. यह कटौती 0.10 फीसदी तक की है. IOB के मुताबिक, तीन माह की अवधि के लिए MCLR को 8.10 फीसदी से घटाकर 8.05 फीसदी और छह माह की अवधि पर 8.15 से घटाकर 8.10 फीसदी किया गया है. एक वर्ष की अवधि के कर्ज पर ब्याज दर 8.25 फीसदी से घटाकर 8.15 फीसदी, दो साल की अवधि के लिए 8.30 फीसदी से घटाकर 8.20 फीसदी की गई है. तीन साल अवधि के कर्ज पर इंडियन ओवरसीज बैंक में MCLR अब 8.25 फीसदी है. वहीं ओवरनाइट व एक माह के लिए MCLR क्रमश: 7.80 और 7.95 फीसदी है.
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बैंक ऑफ महाराष्ट्र
पुणे स्थित बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी MCLR 0.10 फीसदी तक घटाया है. 7 मई से प्रभावी नई दरें इस तरह हैं...
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