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एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाना और उसे बनाए रखना अच्छी आदत है.
अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, तो आप को पता होगा कि अच्छे क्रेडिट स्कोर के क्या-क्या फायदे होते हैं. अच्छे क्रेडिट स्कोर के आधार पर आपको लोन तो आसानी से मिलता ही है, साथ ही कम ब्याज का लोन भी मिल जाता है. जबकि खराब या कम क्रेडिट स्कोर वाले व्यक्तियों को कोई भी बैंक जल्दी से लोन देने को तैयार नहीं होता है और अगर लोन देता भी हो तो उसके लिए ज्यादा ब्याज दर वसूल करता है. औम तौर पर 750 और उससे ज्यादा स्कोर को अच्छा माना जाता है.
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाले कस्टमर्स को अच्छे क्रेडिट स्कोर के लिए अपने कार्ड के बिल के भुगतान में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करनी चाहिए. क्रेडिट स्कोर एक रात ठीक होने वाली चीज नहीं है. अगर आप का क्रेडिट स्कोर कम है तो आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने वाले हैं, जिन्हें अपना कर आप अपने क्रेडिट स्कोर को बढ़ा सकते हैं.
लोन की EMI और क्रेडिट कार्ड बिलों का समय पर भुगतान करें
पैसा बाज़ार डॉट कॉम की प्रोडक्ट चीफ राधिका बिनानी ने कहा कि जब भी कोई बैंक या कंपनी किसी व्यक्ति के क्रेडिट स्कोर का हिसाब लगाती है तो वो सबसे पहले व्यक्ति के द्वारा क्रेडिट कार्ड व लोन EMI के भुगतान के पैटर्न को देखी है. इसलिए हमेशा ये कहा जाता है कि क्रेडिट कार्ड के बिल या EMI का भुगतान समय पर कर देना चाहिए. इसके लिए आप को प्रत्येक पर बिल डेट के लिए रिमाइंडर सेट कर लेना चाहिए. ताकि आप बिल की डेट न भूलें.
इसके साथ ही आप को क्रेडिट कार्ड के न्यूनतम देय राशि के भुगतान की जगह पर बकाया राशि का एक बार में ही पूरा भुगतान कर देना चाहिए. ऐसे में बहुत से लोगों को लगेगा कि न्यूनतम देय राशि का भुगतान करना उनके लिए आसान या सुविधाजनक है. लेकिन यह आपके क्रेडिट स्कोर को तो खराब करता ही है. साथ ही कई बार क्रेडिट कार्ड कंपनियां आप से बकाया राशि के ऊपर अतिरिक्त शुल्क वसूल करने लगती हैं.
गैर जरूरी पूछताछ से बचें
जब आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो बैंक या फाइनेंस कंपनियां आप से कई तरह के सवाल जवाब करती हैं. कई बार सवाल ऐसे हो जाते हैं कि आप जवाब ही नहीं दे पाते हैं. ऐसे में इसका असर भी आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है. इसलिए कभी भी शॉर्ट टर्म में अलग-अलग कंपनियों से लोन अप्लाई करने से बचना चाहिए.
साथ ही किसी बैंक या फाइनेस कंपनी को क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए सीधे अप्लाई करने की जगह पर आपको ऑनलाइन वित्तीय बाज़ार पर सर्च जरूर करना चाहिए.
साझेदारी में लिये गए लोन की रखें जानकारी
जब आप किसी के साथ साझेदारी में लोन लेते हैं, तो आप लोन की जानकारी जरुर रखनी चाहिए, क्योंकि अगर आप का साझीदार लोन की EMI भरना भूल जाता है. तो इसका भी आप के क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ेगा. इसलिए किसी के साथ साझेदारी में लोन लेते समय यह सुनिश्चित कर ले की लोन की EMI का कैसे और कौन भुगतान करेगा. साथ ही आप को यह देखना होगा कि वादे के मुताबिक आप के साझीदार ने EMI का भुगतान कया है या नहीं.
क्रेडिट लिमिट का रखें ध्यान
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय यह हमेशा ध्यान रखें कि आप अपने कार्ड की अधिकतम सीमा तक लोन न लें. क्योंकि ऐसा करने से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है.
DPD बंद करें और कभी भी डेबिट सेटलमेंट के लिए न जाएं
कई बार छूटे हुए भुगतान की राशि आपकी क्रेडिट रिपोर्ट के 'डेज़ पॉस्ट ड्यू' सेक्शन में दिखाई देती है. ऐसे में यदि आपके पास एक या अधिक कार्डों पर डीपीडी हैं, तो आपको बकाया राशि का तुरंत भुगतान करना चाहिए साथ ही यह ध्यान रखन चाहिए कि भुगतान समय पर हो. अगर आप पूरी बकाया राशि का भुगतान करने में असमर्थ हैं, तो कंपनी आपको एकमुश्त निपटान की पेशकश करती है, जिसमें आपको बकाया राशि के एक हिस्से का भुगतान करना होता है और बाकी को कंपनी माफ करने की बात कहती है.
आम तौर पर सभी लोग इस तरह के निपटान के विकल्प को ही चुनते हैं. लेकिन इस विकल्प का चयन करना ये बताता है कि आप इस बात को स्वीकार करते हैं कि आप पूरी बकाया राशि का भुगतान नहीं कर सकते हैं. कंपनी द्वारा इसकी सूचना क्रेडिट ब्यूरो को दी जाती है.