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बैंक अकाउंट बंद कराते समय इन 5 बातों का रखें ध्यान, वरना हो सकती परेशानी

बैंक अकाउंट बंद कराने अपना बैलेंस चेक कर लें साथ ही अपने अकाउंट की सारी स्टेटमेंट प्रिंट करवा लें

बैंक अकाउंट बंद कराने अपना बैलेंस चेक कर लें साथ ही अपने अकाउंट की सारी स्टेटमेंट प्रिंट करवा लें

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FE Hindi Desk
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इन 5 अहम बातों को जरूर जान लीजिए ताकि भविष्य में आपको किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े.

अपनी सेविंग पर इंटरेस्ट इनकम पाने के लिए ज्यादातर लोग कई सेविंग अकाउंट ओपेन कराते हैं या फिर नौकरी बदलने के बाद उन्हें अपनी नई सेविंग अकाउंट खुलवानी पड़ती है. ऐसे में लोगों के पास एक से ज्यादा बैंक बचत खाते हो जाते हैं. एक वक्त के बाद इनमें से कुछ बैंक अकाउंट की जरुरत भी खत्म हो जाती है. ज्यादातक लोग इन बैंक खातों से पैसे निकाल ट्रांजेक्शन करना पूरी तरह बंद कर देते हैं. इन बैंक खातों में न्यूनतम फंड न होने के कारण बैंक इन पर जुर्माना लगाते हैं. इन सब से बचने के लिए अगर आप अपने सेविंग अकाउंट को बंद करवाने की सोच रहे हैं तो इन 5 अहम बातों को जरूर जान लीजिए ताकि भविष्य में आपको किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े.

1 अकाउंट बैलेंस चेक करें और स्टेटमेंट प्रिंट करवा लें

सेंविंग अकाउंट बंद करवाने से पहले आप अपने खाते में पड़े बैलेंस की जानकारी हासिल कर लें साथ ही सभी ट्रांजेक्शन का डिटेल भी प्रिंट करवा लें. आपके खाते का स्टेटमेंट भविष्य में इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग के दौरान काम आ सकती है. अपने बैंक अकाउंट स्टेटमेंट का बिना बैकअप रखे अगर बंद करवाते हैं तो आईटीआर फाइलिंग के वक्त थोड़ी बहुत परेशानियां आ सकती हैं.

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2 खाते से जुड़े ऑटोमेटेड पेमेंट रद्द करवा दें

कई बार लोग अपने सेविंग अकाउंट के जरिए लोन रिपेंमेंट, बिल पेमेंट, नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम या अन्य सर्विस का सब्सक्रिप्शन लिए रहते हैं और इन सर्विसेज का लाभ पाने के लिए ऑटोमेटेड पेमेंट का विकल्प चुन लेते हैं. पैसाबाजार के सीनियर डायरेक्टर गौरव अग्रवाल बताते हैं कि ऐसे में सबसे जरूरी है कि आप अपने इन सभी ऑटोमेटेड पेमेंट सर्विसेज को रद्द करवा दें या फिर सभी प्लेटफार्म पर ऑटोमेटेड पेमेंट के लिए दि गई डिटेल अपडेट कर लें. वह आगे कहते हैं कि अगर आपने किसी भी ऑटोमेटेड पेमेंट के लिए किसी प्लेटफार्म पर अपने सेविंग अकाउंट का डिटेल शेयर नहीं किया है, तो फिर अपना खाता बंद करवाने के लिए आप बैंक शाखा में जाकर प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं.

3 बैंक चार्ज चेक करें

सेविंग अकाउंट बंद करने के लिए कुछ बैंक चार्ज लेते हैं. हालांकि ऐसा बहुत कम ही बैंक करते हैं. अगर कुछ बैंक जुर्माना लेते भी हैं तो एक साल के भीतर बंद कराए जाने वाले बैंक खातों पर ही लेते हैं. बात करें SBI की तो इस बैंक में कोई शख्स सेविंग अकाउंट ओपेन करवाकर 14 दिन के भीतर खाता बंद करवाता है तो उससे कोई चार्ज नहीं लिया जाता है. मगर वहीं शख्स 14 दिन के बाद और एक साल के भीतर अपना सेविंग अकाउंट बंद करवाता है तो उसे 500 रूपये जुर्माना भरना पड़ता है. जुर्माने से बचने के लिए आपको एक साल बाद ही अपना खाता बंद करवाना चाहिए.

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4 EPFO और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पोर्टल से डि-लिंक करवा लें

प्रॉविडेट फंड अकाउंट में निवेश करने के लिए EPFO और ITR फाइलिंग के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को अपना बैंक डिटेल देना जरूरी होता है. इस तरह के सेवाओं को लेने के लिए अगर आपने किसी विभाग से अपना अकाउंट लिंक कराया है तो उसे डि-लिंक करवा लें. अग्रवाल बताते हैं कि अगर आपने इन सेवाओं के लिए अपना डिटेल शेयर किया है तो अपडेट करवा लें.

5 म्युचुअल फंड कंपनी को दिए बैंक डिटेल भी अपडेट करवा लें

अगर आपने म्युचुअल फंड में निवेश किया है और वहां से रिडीम मिलती है तो यह आपके अकाउंट में आने से पहले AMC अकाउंट में ट्रांसफर की जाती है. उसके बाद आपके सेविंग अकाउंट में भेजी जाती है. अगर आपने म्युचुअल फंड कंपनी से अपनी वहीं सेविंग अकाउंट डिटेल साझा की है जिसको अब आप बंद करवाने जा रहे हैं तो उसे म्युचुअल फंड कंपनी को दिए डिटेल अपडेट करवा लें ताकि आपकी रिडीम न रूके. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपकी रिडीम रोक दी जाएगी. और यह तभी आपको मिलेगी जब आप अपना नया बैंक डिटेल अपडेट करवा लेंगे.

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