scorecardresearch

8th Pay Commission: सरकारी कर्मचारियों की उम्मीद के हिसाब से सैलरी में क्यों नहीं हो सकती बढ़ोतरी! फिटमेंट फैक्टर से जुड़ी जरूरी जानकारी

8th पे कमीशन से सैलरी बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन सैलरी 2.46 गुना बढ़ेगी यह दावा सही नहीं है. फिटमेंट फैक्टर की वजह से बढ़ोतरी कम हो सकती है. कर्मचारियों को सही जानकारी के अनुसार उम्मीद रखनी चाहिए.

8th पे कमीशन से सैलरी बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन सैलरी 2.46 गुना बढ़ेगी यह दावा सही नहीं है. फिटमेंट फैक्टर की वजह से बढ़ोतरी कम हो सकती है. कर्मचारियों को सही जानकारी के अनुसार उम्मीद रखनी चाहिए.

author-image
FE Hindi Desk
New Update
8th Pay commission AI Generated Image

सैलरी में फिटमेंट फैक्टर की वजह से 2.46 गुना बढ़ोतरी नहीं होगी, जैसा कुछ लोग समझ रहे या दावा कर रहे हैं. असली स्थिति जानें. (AI Image)

8th Pay Commission and Fitment Factor : सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के बीच अभी 8th पे कमीशन को लेकर काफी चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया से लेकर खबरों तक हर जगह सवाल उठ रहा है कि क्या अब केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी दो गुना से ज्यादा बढ़ जाएगी. लेकिन इसका जवाब उतना आसान नहीं है जितना लगता है क्योंकि फिटमेंट फैक्टर को लेकर आम धारणा पूरी तरह सही नहीं है.

फिटमेंट फैक्टर क्या है?

यह एक नंबर होता है जिसे आपके पुराने बेसिक वेतन से गुणा किया जाता है और इसके आधार पर नई बेसिक सैलरी तय होती है. जैसे 7वीं वेतन आयोग में यह नंबर 2.57 था, जिससे मिनिमम सैलरी 7,000 से बढ़कर 18,000 रुपये हो गया. लेकिन इसका मतलब यह नहीं था कि पूरी सैलरी 2.57 गुना बढ़ गई. असल में उस समय कुल सैलरी सिर्फ करीब 14.3% ही बढ़ी थी.

Advertisment

8वीं पे कमीशन में क्या हो सकता है?

हाल ही में Ambit Capital की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 8वीं पे कमीशन का फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है. इसका मतलब अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 50,000 रुपये है, तो नई सिफारिश के अनुसार यह 91,500 से 1,23,000 रुपये के बीच हो सकती है.

लेकिन असल बढ़ोतरी इससे भी कम हो सकती है. क्यों? क्योंकि 8वीं पे कमीशन लागू होने पर महंगाई भत्ता (DA) को बेसिक सैलरी में शामिल करके फिर से सेट किया जाएगा. इसी तरह, बाकी भत्ते भी नई बेसिक सैलरी के हिसाब से होंगे.

Ambit की रिपोर्ट के अनुसार, फिटमेंट फैक्टर 2.46 होने के बावजूद भी सैलरी में असल बढ़ोतरी केवल 30% से 34% के बीच हो सकती है. वहीं, Kotak Institutional Equities की रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर सरकार फिटमेंट फैक्टर न्यूनतम यानी 1.8 रखती है, तो सैलरी बढ़ोतरी सिर्फ 13% तक सीमित रह सकती है. यह उन लोगों के लिए निराशाजनक हो सकता है जो अपनी सैलरी दोगुनी या ढाई गुना होने की उम्मीद कर रहे हैं.

फिटमेंट फैक्टर और असली सैलरी बढ़ोतरी: जानिए पुराने पे कमीशनों का सच

Pay CommissionFitment FactorEstimated Hike in SalaryActual Hike
6th1.8686%20–25%
7th2.57157%14.3%
8th (Expected)1.83–2.4683%–146%Expected 30–34% (Ambit), 13% (Kotak)

इससे यह स्पष्ट है कि फिटमेंट फैक्टर का सीधा अर्थ कुल वेतन में उतनी वृद्धि नहीं है, जितनी आम जनता मानती है.

8वें वेतन आयोग पर लेटेस्ट अपडेट

सरकार ने अभी तक 8वें वेतन आयोग की टर्म ऑफ रिफरेंस (ToR) की आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की है. यह प्रक्रिया 7वें वेतन आयोग की तुलना में काफी देर से शुरू हुई है.

8वें वेतन आयोग को 1 जनवरी 2026 से लागू किया जाना था, लेकिन आयोग के सदस्यों की नियुक्ति और आधिकारिक अधिसूचना में देरी के कारण इसका वास्तविक लागू होना अब 2027 तक टल सकता है.

सरकारी कर्मचारियों को यह समझना ज़रूरी है कि फिटमेंट फ़ैक्टर सिर्फ़ मूल वेतन पर असर डालता है, और डीए व अन्य भत्तों का समायोजन बाद में किया जाता है. इसलिए, 2.46 फ़ैक्टर का मतलब यह नहीं है कि आपकी पूरी सैलरी 2.46 गुना बढ़ जाएगी.

8th Pay Commission