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होम लोन की EMI बढ़ने की चिंता? ब्याज का बोझ घटाने के लिए आजमा सकते हैं ये तरीके

How to down Home Loan EMI: कुछ तरीके अपनाकर आप ईएमआई के बोझ को कुछ हल्का कर सकते हैं.

How to down Home Loan EMI: कुछ तरीके अपनाकर आप ईएमआई के बोझ को कुछ हल्का कर सकते हैं.

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FE Online
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after rbi hike policy rates people worrying about emi know here how to down interest burden

How to down Home Loan EMI: केंद्रीय बैंक आरबीआई (RBI) ने इस महीने की शुरुआत में अचानक दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला किया जिसके बाद बैंक भी कर्ज महंगा कर रहे हैं. ऐसे में अब लोन लेना महंगा हो गया है. कुछ समय पहले तक होम लोन की दरें रिकॉर्ड निचले स्तर पर थी लेकिन अब अपने घर का सपना पूरा करना भी महंगा हो गया है. हालांकि कुछ तरीके अपनाकर आप ईएमआई के बोझ को कुछ हल्का कर सकते हैं. नीचे कुछ ऐसे ही तरीकों के बारे में जानकारी दी जा रही है.

डाउनपेमेंट राशि बढाएं

जब आप होमलोन लेते हैं तो आपको कुछ राशि डाउनपेमेंट करनी होती है. होम लोन लेना अब महंगा हो रहा है तो कोशिश करें कि डाउनपेमेंट में अधिक राशि हो. इसे ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आपको लोन लेना है 25 लाख रुपये का 6.75 फीसदी की दर पर 20 साल के लिए तो आपकी ईएमआई बनेगी 19009 रुपये और आपको कुल 20,62,183 रुपये ब्याज में चुकाने होंगे. अब अगर आपने 2 लाख रुपये डाउनपेमेंट में चुका दिए हैं तो आपको 23 लाख रुपये का लोन लेना होगा. इस परिस्थिति में आपको 17488 रुपये की ईएमआई देनी होगी और कुल 18,97,207 रुपये का ब्याज चुकाना होगा. इसका मतलब हुआ कि आपको ईएमआई कम देनी होगी और ब्याज पर आपके 1,64,976 रुपये बचेंगे.

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लोन की अवधि बढ़ा लें

जल्द से जल्द लोन चुकता करने के लिए कम समय का लोन लेने पर ईएमआई का भार बढ़ जाता है. ईएमआई कम करने के लिए आप लोन की अवधि बढ़ा सकते हैं. हालांकि इस विकल्प का इस्तेमाल करते समय ध्यान दें कि ब्याज पर अधिक राशि खर्च होगी. जैसे कि 25 लाख का लोन 6.75 फीसदी की दर पर अगर 20 साल के लिए लिया गया तो 19,009 की ईएमआई बनेगी और 20,62,183 रुपये ब्याज में चुकाने होंगे. वहीं अगर लोन अवधि 25 वर्ष कर दिया जाए तो ईएमआई 17,273 रुपये रह जाएगी लेकिन ब्याज में 26,81,838 रुपये चुकाने होंगे.

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प्री-पेमेंट

अगर आपको किसी अन्य स्रोत से एकमुश्त रकम मिल गई है तो आप प्री-पेमेंट करके ईएमआई को कम करवा सकते हैं. प्री-पेमेंट की गई राशि से मूलधन यानी कि जो राशि कर्ज में ली गई है, उसे एडजस्ट किया जाता है और यह राशि कम हुई तो इसका असर ईएमआई पर दिखेगा. इस विकल्प को चुनने से पहले बैंक से पेनाल्टी इत्यादि की जानकारी जरूर हासिल कर लें.

होम लोन ट्रांसफर

अगर आपने जिस बैंक से लोन लिया है, उससे सस्ती दर पर किसी अन्य बैंक में कर्ज मिल रहा है तो वहां पर लोन ट्रांसफर करा लें. इस विकल्प का इस्तेमाल करते समय प्रोसेसिंग फीस इत्यादि की डिटेल्स लेकर वास्तविक फायदे का कैलकुलेशन जरूर कर लें.

(डिस्क्लेमर: ईएमआई और ब्याज का कैलकुलेशन होम लोन कैलकुलेटर से किया गया है.)

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