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निवेश का बेहतर विकल्प ही आप को दिला सकता है शानदार रिटर्न और इन्वेस्टमेंट बेनिफिट्स
FD vs RD vs PPF : अगर आप अपने भविष्य के लिए सेविंग्स करना चाहते हो, तो आप को समय से किसी प्लान में निवेश कर लेना चाहिए. आज कल मार्केट में निवेश के अनेकों विकल्प मौजूद हैं, लेकिन कौन सा विकल्प आप के लिए सही है. इस बात का फैसला आप नहीं कर पा रहे हैं तो हम आप को इन्वेस्टमेंट के कुछ ऐसे प्लान बताएंगे, जिससे आप के निवेश पर रिस्क भी कम होगा और आप को बेहतरीन रिटर्न हासिल होगा. आप को अपने करियर के शुरूआती दौर में ही निवेश के बारे में सोचना चाहिए. ताकि आप अपने भविष्य के लिए पैसों को सुरक्षित कर सकें. वैसे तो निवेश का सबसे अच्छा तरीका टर्म डिपॉजिट है. टर्म डिपॉजिट में निवेश पर आप को सेविंग अकाउंट के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिलता है. टर्म डिपॉजिट अकाउंट खुलवाने के लिए आप किसी भी प्राइवेट या सरकारी बैंक में जा सकते हो. खाते से जुड़ी कुछ फॉर्मेलिटीज को पूरा करके आप अपने पैसे का निवेश आसानी से कर सकते हैं. इस निवेश की खास बात ये है कि अगर आप को पैसे की जरूरत पड़ती है तो आप यहां से आसानी से पैसा निकाल सकते हैं.
फिक्स डिपॉजिट (FD)
फिक्स डिपॉजिट एक सेविंग स्कीम है. जिसमें एक निश्चित अवधि के लिए रकम का निवेश किया जाता है. इसमें अवधि पूरी होने पर निवेशित रकम पर तय ब्याज दर से पैसा मिलता है. FD में आपको मैच्योरिटी पर प्रिंसिपल और कंपाउंडेड इंटरेस्ट मिलता है.
आरडी स्कीम (RD)
आरडी स्कीम में बचत की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसमें बिना जोखिम के शानदार रिटर्न मिलता है. आरडी में निवेश पूरी तरह से सुरक्षित रहता है. आरडी में जमा पैसे की गारंटी सरकार द्वारा दी जाती है. अगर इस स्कीम में कभी निवेश डूबता भी है, तो उसकी भरपाई सरकार द्वारा की जाती है.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड यानी पीपीएफ भी सरकार की ही एक उपक्रम द्वारा चलाई जा रही स्कीम है. इसमें भी निवेश 100 परसेंट सुरक्षित रहता है. पीपीएफ पर ब्याज की दर सरकार द्वारा तय की जाती है. पीपीएफ में निवेश के लिए एक वित्त वर्ष में एकमुश्त या अधिकतम 12 किश्तों में पैसा जमा कराया जा सकता है. इस स्कीम में 1.5 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है. पीपीएफ में निवेश करने वाले निवेशक को तीन तरह से टैक्स बेनिफिट होते हैं. पीपीएफ में निवेश किए गए पैसे पर टैक्स डिडक्शन का लाभ तो मिलता ही है, साथ ही ब्याज व मैच्योरिटी राशि पर कोई टैक्स नहीं लगता.