scorecardresearch

Tax Planning: नए वित्त वर्ष में कैसी हो आपकी टैक्स प्लानिंग, जानिए किस स्कीम पर कितनी कर सकते हैं बचत

नए वित्तीय वर्ष में टैक्स सेविंग के तरीके समझना बहुत जरूरी है. यहां हमने बताया है कि टैक्स बचाने के लिए आप किन स्कीम्स में निवेश कर सकते हैं और उनमें कितनी बचत कर सकते हैं.

नए वित्तीय वर्ष में टैक्स सेविंग के तरीके समझना बहुत जरूरी है. यहां हमने बताया है कि टैक्स बचाने के लिए आप किन स्कीम्स में निवेश कर सकते हैं और उनमें कितनी बचत कर सकते हैं.

author-image
FE Online
एडिट
New Update
As the new financial year begins, it’s time for you to do your tax planning

नया वित्तीय वर्ष 2022-23 शुरू हो चुका है. ऐसे में आपके लिए टैक्स सेविंग के तरीके समझना बहुत जरूरी है.

Tax Planning: नया वित्तीय वर्ष 2022-23 शुरू हो चुका है. ऐसे में आपके लिए टैक्स सेविंग के तरीके समझना बहुत जरूरी है, ताकि आपकी मेहनत की कमाई यूं ही टैक्स में ना चली जाए. नए साल में टैक्स नियमों में बदलाव और अपनी आय में वृद्धि की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए आपको नए सिरे से टैक्स कैलकुलेशन करनी चाहिए. आपको अपने अनुमानित एनुअल इनकम की गणना करनी चाहिए और इसके साथ ही टैक्स बचाने के लिए सभी उपलब्ध तरीकों पर विचार करना चाहिए, ताकि टैक्स में बचत की जा सके.

ट्रेडस्मार्ट के सीईओ विकास सिंघानिया ने कहा, "एक बार जब हमारी इनकम टैक्सेबल हो जाती है तो टैक्स प्लानिंग काफी अहम हो जाता है. टैक्स प्लानिंग स्ट्रक्चर के बारे में पूरी जानकारी होने पर हम खुद को अनावश्यक करों का भुगतान करने बचा सकते हैं और अधिक बचत करने के लिए सही जगहों पर निवेश कर सकते हैं. इस तरह हम अपने गोल्स को भी हासिल कर सकते हैं.”

Advertisment

टैक्स सेविंग इन्वेस्टमेंट आमतौर पर लंबी अवधि के इन्वेस्टमेंट होते हैं और लॉक-इन पीरियड के साथ आते हैं. इसलिए आपको सोच-समझकर ही निवेश करना चाहिए, ताकि टैक्स बचाने के अलावा, इसके ज़रिए आप अपने लॉन्ग टर्म गोल्स को भी हासिल कर सकें. आइए जानते हैं कि आप टैक्स बचाने के लिए अपनी जरूरत के अनुसार किन विकल्पों को चुन सकते हैं.

FPI ने मार्च में भारतीय बाजारों से निकाले 41,000 करोड़, आगे कैसा रहेगा निवेशकों का रुझान? जानिए एक्सपर्ट्स की राय

पीपीएफ और एफडी

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और टैक्स सेविंग FD, वित्तीय वर्ष के दौरान निवेश की गई राशि पर 1.50 लाख रुपये तक टैक्स डिडक्शन का फायदा उठा सकते हैं.

एनपीएस

नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) रिटायरमेंट अवधि के दौरान मंथली इनकम जनरेट करने के लिए एक रिटायरमेंट प्लानिंग स्कीम है. सरकारी और निजी दोनों क्षेत्र के कर्मचारी इसका फायदा उठा सकते हैं.

SCSS

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) को 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को रेगुलर इनकम प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें 1.50 लाख रुपये तक के टैक्स बेनिफिट का फायदा उठाया जा सकता है.

Mcap of Top 10 Firms: टॉप 10 कंपनियों के मार्केट कैप में 2.61 लाख करोड़ रुपये का इजाफा, जानिए किसे कितना हुआ फायदा

लाइफ इंश्योरेंस

लाइफ इंश्योरेंस 1.50 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट प्रदान करता है, जबकि ULIP इंश्योरेंस और टैक्स डिडक्शन के साथ मार्केट-लिंक्ड रिटर्न प्रदान करता है.

हेल्थ इंश्योरेंस

हेल्थ इंश्योरेंस आपको अपने, पति या पत्नी और बच्चों के लिए भुगतान किए गए रेगुलर प्रीमियम पर 25,000 रुपये तक का टैक्स बचा सकते हैं. जबकि माता-पिता दोनों को भी कवर करने पर इसे 50,000 रुपये तक बढ़ाया जा सकता है.

ELSS

इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) एक और अच्छा विकल्प है, जहां आप टैक्स में बचत कर सकते हैं. यह आपको शेयर बाजार में निवेश करने और 3 साल की न्यूनतम लॉक-इन अवधि के साथ-साथ टैक्स बचाने की अनुमति देता है.

अन्य विकल्प

ऐसे अन्य निवेश विकल्प भी हैं जहां आप टैक्स में बचत कर सकते हैं. जैसे NSC (मिनिमम डिपॉजिट 100 रुपये, निवेश अवधि 5 वर्ष), सुकन्या समृद्धि योजना (बालिकाओं के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने के लिए), और होम लोन में निवेश के ज़रिए भी आप टैक्स बचा सकते हैं.

(Article: Amitava Chakrabarty)

Income Tax Tax Liability Tax Planning Tax