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केंद्र सरकार की सोशल सिक्योरिटी स्कीम अटल पेंशन योजना (APY) कम समय में ही बहुत लोकप्रिय हो गई है.
Atal Pension: केंद्र सरकार की सोशल सिक्योरिटी स्कीम अटल पेंशन योजना (APY) कम समय में ही बहुत लोकप्रिय हो गई है. इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वित्त वर्ष 2021-22 तक इससे 4 करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर्स जुड़ चुके हैं जिसमें से 99 लाख तो सिर्फ वित्त वर्ष 2021-22 में ही जुड़े हैं. यह जानकारी आज (21 अप्रैल) पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने दी है.
पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष 2021-22 के आखिरी में अटल पेंशन योजना के 4.01 करोड़ सब्सक्राइबर्स थे. एपीवाई के तहत जितने लोगों ने सब्सक्राइब किया है, उसमें 44 फीसदी महिलाएं हैं. इसके अलावा इस योजना से युवा भी बड़ी संख्या में जुड़ रहे हैं और पेंशन फंड नियामक के आंकड़ों के मुताबिक करीब 45 फीसदी एपीवाई सब्सक्राइबर्स 18-25 वर्ष के हैं.
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80% ने चुना एक हजार रुपये का पेंशन प्लान
पेंशन फंड नियामक के मुताबिक एपीवाई की सफलता के पीछे सभी श्रेणियों के बैंकों की सक्रिय साझेदारी है. एपीवाई के तहत 71 फीसदी एनरोलमेंट्स पब्लिक सेक्टर बैंकों (PSBs), 19 फीसदी क्षेत्रीय बैंकों (RRBs), 6 फीसदी निजी सेक्टर के बैंकों और 3 फीसदी पेमेंट व स्माल फाइनेंस बैंकों (SFBs) के जरिए हुए. एपीवाई के जरिए बुढ़ापे में अधिकतम 5 हजार रुपये और न्यूनतम एक हजार रुपये की पेंशन सुनिश्चित की जा सकती है. पीएफआरडीए के मुताबिक करीब 80 फीसदी सब्सक्राइबर्स ने एक हजार रुपये का पेंशन प्लान चुना तो 13 फीसदी ने 5 हजार रुपये वाला पेंशन प्लान चुना.
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योजना के बारे में जानें डिटेल्स
- भारत सरकार ने यह योजना यूनिवर्सल सोशल सिक्योरिटी सिस्टम के तौर पर 9 मई 2015 को लॉन्च किया था.
- इस योजना के तहत 18-40 वर्ष की उम्र के सभी भारतीय नागरिक निवेश कर सकते हैं जिनका किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में बचत खाता है.
- योजना के तहत पांच पेंशन स्लैब हैं- एक हजार रुपये, दो हजार रुपये, तीन हजार रुपये, चार हजार रुपये और पांच हजार रुपये जिसमें से एक चुनना होता है. सब्सक्राइबर के 60 वर्ष का होने पर चुने गए पेंशन स्लैब के हिसाब से पेंशन मिलती है. पेंशन स्लैब में योजना के दौरान बदलाव भी किया जा सकता है.
- सब्सक्राइबर की मौत होने पर नॉमिनी को पेंशन राशि दी जाती है.
- इस योजना के तहत कम से कम 20 साल का निवेश करना होता है.
- योजना के तहत कितना निवेश करना होगा, यह सब्सक्राइबर की उम्र पर निर्भर करता है. कम उम्र में ही योजना से जुड़ते हैं तो सस्ते में ही पांच हजार रुपये तक की पेंशन सुनिश्चित कर सकते हैं. इसे ऐसे समझ सकते हैं कि अगर आप 18 वर्ष की उम्र में एपीवाई सब्सक्राइब करते हैं तो हर दिन महज सात रुपये की बचत करके 60 वर्ष का होने पर 5 हजार रुपये की पेंशन सुनिश्चित कर सकते हैं जबकि 40 वर्ष की उम्र में एपीवाई के लिए हर दिन कम से कम 145.40 रुपये की बचत करनी होगी और 18 वर्ष की उम्र में योजना का हिस्सा बनने पर 42 साल में 105840 रुपये (210 रुपये महीना) का योगदान करना होगा जबकि 40 वर्ष की उम्र में योजना का हिस्सा बनने पर 348960 (1454 रुपये महीना) का योगदान करना होगा.
(Input: PTI)