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अगर आपको टू-व्हीलर खरीदने के लिए लोन चाहिए तो तमाम बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFCs) के ऑफर्स का फायदा उठा सकते हैं.
अगर आपको टू-व्हीलर खरीदने के लिए लोन चाहिए तो तमाम बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों (NBFCs) के ऑफर्स का फायदा उठा सकते हैं. लेकिन कर्ज लेने का फैसला करने से पहले ब्याज दरों के साथ-साथ लोन से जुड़ी शर्तों को भी ध्यान से देख लें. टू व्हीलर की फाइनेंसिंग कराते समय आपको किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए, इसकी जानकारी स्टार्टअप कंपनी OTO के सीइओ सुमित छाजेड़ (Sumit Chhazed) दे रहे हैं.
सबसे पहले योग्यता देख लें
सुमित के मुताबिक टू व्हीलर लोन लेने से पहले आपको उससे जुड़ी बुनियादी शर्तें और योग्यता जरूर चेक कर लेनी चाहिए. टू व्हीलर लोन लेने के लिए भारत का निवासी होना जरूरी है. साथ ही रिहायशी पता भी यहीं का होना चाहिए. लोन लेने वाले की उम्र 21 से 60 साल के बीच होनी चाहिए. हालांकि कुछ कर्ज देने वाले बैंक या नॉन-बैंकिंग कंपनियां 18 से 20 साल के लोगों को भी लोन दे देते हैं, लेकिन उसके लिए एक को-एप्लिकेंट होना जरूरी है. इसके अलावा अगर लोन लेने वाले के पास आय का कोई साधन नहीं है, तो उसका एक्सपीरियन क्रेडिट स्कोर 600 से 650 के बीच होना जरूरी है.
इनकम स्टेटस
लोन देने से पहले बैंक या नॉन-बैंकिंग कंपनियां सबसे पहले इनकम और एंप्लायमेंट स्टेटस चेक करते हैं. अगर सैलरी 30 हजार रुपये या उससे ज्यादा है, तो लोन मिलने में आसानी होती है. लोन पास कराने के लिए कम से कम 3 महीने की सैलरी स्लिप भी देनी पड़ती है. सेल्फ एंप्लायड यानी स्वरोजगार करने वालों से 6 महीने की सेविंग स्लिप मांगी जाती है. कुछ खास मामलों में 10 से 12 हजार रुपये महीना कमाने वाले लोगों को भी 1 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है.
लोन प्रॉसेसिंग
सुमित बताते हैं कि आजकल बैंक और नॉन-बैंकिंग कंपनियां पेपरलेस लोन प्रॉसेसिंग करती हैं. लेकिन लोन लेने से पहले आपको कर्ज देने वाले बैंक का कंपनी के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए. साथ ही एप्लीकेशन देने से पहले लोन प्रॉसेसिंग की पूरी प्रक्रिया के बारे में जान लेना चाहिए.
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लोन की अवधि
आमतौर पर टू-व्हीलर लोन 1 से 3 साल के होते हैं. कुछ बैंक या NBFC आपको 4 या 5 साल के लिए भी लोन दे सकते हैं. आप चाहें तो टू-व्हीलर लोन को 6 महीने में वापस भी कर सकते हैं.
लोन टू वैल्यू (LTV) रेशियो
सुमित बताते है कि ज्यादातर फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन टू व्हीलर लोन पर 90 से 95% तक लोन टू वैल्यू (LTV) रेशियो का ऑफर देते हैं. इसके लिए कर्ज लेने वाले शख्स का क्रेडिट प्रोफाइल मायने रखता है. लोन के लिए एप्लीकेशन देने से पहले आपको उस बैंक या NBFC का एलटीवी रेशियो जरूर चेक कर लेना चाहिए. लोन कोई भी हो, कर्ज लेने से पहले यह देखना तो बेहद जरूरी है कि आप उसे आसानी चुका सकते हैं या नहीं.
लोन की ब्याज दर
लोन किस ब्याज दर पर दिया जा रहा है यह जरुर चेक कर लेना चाहिए. आमतौर पर टू व्हीलर लोन 8-15% ब्याज पर जारी किए जाते हैं. ऐसे में आप कई फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन द्वारा पेश किए गए टू व्हीलर लोन को देख लें और जहां आपको कम दर ब्याज दर पर लोन मिले उसी विश्वसनीय संस्था से लोन लें.
अतिरिक्त चार्ज
कई फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन लोन तो कम ब्याज पर देने की बात करते हैं, लेकिन अतिरिक्त चार्ज के बारे में नहीं बताते. ऐसे में आपको लोन की सभी शर्तों, नियमों, लेट फीस, प्रॉसेसिंग चार्ज और बाउंस चार्ज की सही-सही जानकारी ले लेनी चाहिए.
स्पेशल ऑफर
त्यौहार के सीजन में बैंकों और एनबीएफसी की तरफ से ढेर सारे स्पेशल ऑफर दिए जाते हैं. कई बार टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनियां भी फाइनेंसिंग से जुड़े स्पेशल ऑफर देती हैं. आप इन सभी ऑफर्स को चेक करने के बाद लोन लेने का फैसला करें तो फायदे में रहेंगे.