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The amount involved in all the fraud cases was recorded at Rs 71,543 crore in financial year 2019, the value of the fraud cases increased to reach Rs 1,85,644 crore last fiscal year.
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सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BOM) ने चुनिंदा टेन्योर वाले ऋणों के लिए मार्जिनल कोस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.20 फीसदी तक की कटौती की है. पुणे स्थित इस बैंक द्वारा एमसीएलआर में लगातार पांचवीं बार कटौती की गई है. बीओएम ने शुक्रवार को बयान में कहा कि 1 साल की एमसीएलआर को 0.10 फीसदी घटाकर 7.50 से 7.40 प्रतिशत किया गया है. एक दिन की एमसीएलआर को 7 से घटाकर 6.80 फीसदी किया गया है. इस तरह एक महीने की एमसीएलआर को 7.10 से घटाकर 6.90 प्रतिशत किया गया है.
एमसीएलआर के अलावा बैंक ने किसानों और खुदरा ग्राहकों को दिए जाने वाले कर्ज पर ब्याज दर में कटौती की है. किसानों को कृषि स्वर्ण ऋण अब एक साल के लिए 7.40 फीसदी की एमसीएलआर पर मिलेगा. पहले यह दर 7.80 फीसदी थी. इस कटौती के बाद इन बैंकों से होम लोन, ऑटो लोन, पर्सनल लोन लेना सस्ता हो गया है. साथ ही लोन की ईएमआई भी कम हो जाएगी.
इंडियन ओवरसीज बैंक का कर्ज सस्ता
सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) ने सभी टेन्योर वाले ऋण पर एमसीएलआर में 0.10 फीसदी की कटौती की है. यह कटौती 10 अगस्त से लागू होगी. शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि एक साल की एमसीएलआर को 7.75 से घटाकर 7.65 फीसदी किया गया है. एक दिन के कर्ज की एमसीएलआर को 7.30 से घटाकर 7.20 फीसदी और छह महीने की एमसीएलआर को 7.65 से घटाकर 7.55 फीसदी किया गया है.
IOB ने दो साल की एमसीएलआर को 7.75 से घटाकर 7.65 फीसदी कर दिया है. चेन्नई मुख्यालय वाले बैंक ने अपनी आधार दर को 9.45 से घटाकर 9.35 फीसदी करने की भी घोषणा की है. यह कटौती 10 अगस्त से लागू होगी.
यूको बैंक ने भी MCLR घटाया
सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक (UCO Bank) ने सभी टेन्योर वाले ऋणों के लिए MCLR में 0.10 फीसदी की कटौती की है. यूको बैंक ने शुक्रवार को कहा कि संशोधित ऋण दरें 10 अगस्त से प्रभावी होंगी. इससे बैंक का एमसीएलआर से जुड़ा कर्ज सस्ता हो जाएगा. बैंक ने कहा कि एक साल की एमसीएलआर अब घटकर 7.40 फीसदी रह जाएगी. अभी यह 7.50 फीसदी है. इसी तरह तीन महीने और छह महीने की एमसीएलआर को भी घटाकर क्रमश: 7.05 फीसदी और 7.30 फीसदी किया गया है.
(Input: PTI)