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Image: Reuters
फेस्टिव सीजन में शॉपिंग आम बात है. इस दौरान किचन और साज-सज्जा की छोटी-मोटी चीजों से लेकर बड़े-बड़े अप्लायंसेज तक की खरीदारी होती है. एक-दूसरे को देने के लिए गिफ्ट खरीदे जाते हैं. लिहाजा कभी-कभी खर्च बजट से बाहर जाता दिखने लगता है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड आपके फेस्टिव खर्च को संभालने में काम आ सकता है. साथ ही आपको कुछ फायदे भी करा सकता है, कैसे आइए जानते हैं...
मजबूत Credit Score बनाने में सहायक
क्रेडिट कार्ड से किया गया ट्रांजैक्शन एक तरह से कर्ज ही होता है, जिसे तय अवधि में चुकाना होता है. इसलिए तय समयावधि में क्रेडिट कार्ड के बकाए के रिपेमेंट का क्रेडिट स्कोर पर उतना ही सकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जैसा कि अन्य तरह के लोन रिपेमेंट का. हालांकि क्रेडिट कार्ड में तय समयावधि के अंदर रिपेमेंट करने पर कोई ब्याज नहीं देना पड़ता है, ऐसे में क्रेडिट स्कोर बनाने के लिए क्रेडिट कार्ड सस्ता और सुविधाजनक तरीका है. आपको केवल समय से क्रेडिट कार्ड बकाए को चुकाना होता है और क्रेडिट लिमिट के 30 फीसदी से अधिक खर्च से बचना होता है. ऐसा नहीं करने पर क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
रिवॉर्ड प्वॉइंट्स, कैशबैक, डिस्काउंट जैसे फायदे
फेस्टिव सीजन में खरीदारों को आकर्षित करने के लिए कई मर्चेंट व रिटेलर क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शंस पर ज्यादा रिवॉर्ड प्वॉइंट्स, डिस्काउंट, वाउचर, कैशबैक आदि की शक्ल में फायदों की एक विस्तृत रेंज की पेशकश करते हैं. इन सब ऑफर्स की वजह से क्रेडिट कार्ड के जरिए ट्रांजैक्शन करने पर आपकी कुल लागत कम हो जाती है. हालांकि एक बात का ध्यान रखें कि रिवॉर्ड्स प्वॉइंट्स को समय-समय पर रिडीम भी करते रहें क्योंकि अधिकतर क्रेडिट कार्ड में इनकी एक्सपायरी डेट भी होती है.
कई क्रेडिट कार्ड से बढ़ा सकते हैं ब्याज फ्री पीरियड
जब आप क्रेडिट कार्ड से किसी बिल का पेमेंट करते हैं तो आपको रिपेमेंट के लिए एक इंटरेस्ट-फ्री पीरियड मिलता है. इस पीरियड के दौरान आपको कोई भी ब्याज नहीं चुकाना पड़ता, केवल खर्च की गई धनराशि ही लौटानी होती है. यानी इस अवधि में आप बिना अतिरिक्त खर्च के अपना पूरा बकाया चुका सकते हैं. यह पीरियड 18 दिन से लेकर 55 दिन तक का हो सकता है. जिन लोगों के पास एक से ज्यादा क्रेडिट कार्ड हैं, उन्हें एक ही कार्ड से बड़ा अमाउंट खर्च करने के बजाय अलग-अलग क्रेडिट कार्ड से खर्च करना चाहिए. इससे उनके पास क्रेडिट को चुकाने के लिए ज्यादा इंटरेस्ट फ्री पीरियड रहेगा.
बड़े खर्चों को EMI में बदलने की सुविधा
लैपटॉप, टेलीविजन या स्मार्टफोन जैसे महंगे सामानों की खरीद के लिए जब ग्राहक एकमुश्त भुगतान नहीं कर पाता है तो वह EMIका सहारा लेता है. फेस्टिव सीजन में तो यह बेहद आम बात है. ऐसे में क्रेडिट कार्ड की EMI सुविधा आपके लिए बड़े काम की होती है. आप क्रेडिट कार्ड से बड़े खर्च को पूरी तरह या आंशिक रूप से अपनी रिपेमेंट क्षमता के आधार पर EMI में कन्वर्ट करा सकते हैं. EMI कन्वर्जन का टेनर 5 साल तक जा सकता है, जिससे ग्राहक आराम से अपने बकाए को चुका सकता है. हालांकि इस दौरान ब्याज लगेगा या नहीं, लगेगा तो कितना लगेगा इसके बारे में पता कर लें.
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नो कॉस्ट EMI की सुविधा
कई क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता, मर्चेंट्स के साथ साझेदारी कर नो कॉस्ट EMI की पेशकश करते हैं. यह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की खरीदारी के लिए होती है. नो कॉस्ट EMI में ब्याज लागत का वहन व्यापारी करता है, जबकि ग्राहक को सिर्फ खरीदारी पर खर्च हुई धनराशि ही EMI के जरिए देनी होती है. कुछ कार्ड जारीकर्ता, मर्चें/मैन्युफैक्चरर के साथ साझेदारी के आधार पर अपने क्रेडिट कार्डधारकों को नो कॉस्ट EMI के जरिए खरीदारी पर अतिरिक्त छूट की पेशकश भी करते हैं.
फंड की तुंरत जरूरत के लिए प्री-अप्रूव्ड लोन
क्रेडिट कार्ड धारकों को आकस्मिक जरूरत पड़ने पर क्रेडिट कार्ड पर प्री-अप्रूव्ड लोन भी आसानी से मिल जाते हैं. हालांकि इसके लिए आपका ट्रांजेक्शन ट्रैक रिकॉर्ड और रिपेमेंट हिस्ट्री अच्छे होने चाहिए. प्री-अप्रूव्ड लोन कार्डधारकों की क्रेडिट लिमिट पर पास होता है. प्री-अप्रूव्ड लोन में कोई डॉक्युमेंटेशन नहीं होता है, जिसकी वजह से यह जल्द से जल्द प्रॉसेस हो जाता है. कभी-कभी यह तुरंत मिल जाता है और कभी-कभी महज कुछ घंटे लगते हैं. कुछ क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता अपने चुनिंदा कार्डधारकों को लोन अमाउंट के साथ, उनकी क्रेडिट लिमिट के इतर अतिरिक्त क्रेडिट की सुविधा भी देती हैं. हालांकि ध्यान रहे कि इस तरह के लोन पर पर्सनल लोन से कुछ अधिक दर से ब्याज चुकाना पड़ सकता है.
Article By- साहिल अरोड़ा, डायरेक्टर, Paisabazaar.com