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पर्सनल फाइनेंस यानी कमाने, बचाने और निवेश की योजनाओं को सही तरीके से अपनाया जाए, तो निश्चित तौर पर भविष्य में बेहतर नतीजे सामने आते हैं.
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Best Financial tips for 2020: नए साल की शुरुआत में कुछ ही घंटे बचे हैं. नया साल नई उम्मीदें लेकर आता है. हर कोई नए साल को लेकर कई तरह की प्लानिंग करता है, इनमें लाइफ स्टाइल से लेकर पर्सनल फाइनेंस तक शामिल रहता है. पर्सनल फाइनेंस यानी कमाने, बचाने और निवेश करने की योजनाओं को सही तरीके से अपनाया जाए, तो निश्चित तौर पर भविष्य में बेहतर नतीजे सामने आते हैं. दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि नए साल में नई योजनाओं को निश्चित रूप से आगे बढ़ाना चाहिए लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी कुछ ऐसी गलतियों से बचने का भी संकल्प लेना चाहिए जो आपको असमय शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचा सकती है.
पर्सनल फाइनेंस एडवाइजर और BPN फिनकैप के सीईओ एवं डायरेक्टर ए के निगम का कहना है कि नए साल में नई योजनाओं पर निश्चित रूप से अमल करना चाहिए. लेकिन, सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि हमें कुछ ऐसी गलतियों से बचना चाहिए जो जाने-अनजाने हमें परेशान कर सकती हैं. 2020 में निगम ने ऐसी छह गलतियों से बचने की सलाह दी.
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1. अत्य​धिक खर्च न करें
अत्यधिक खर्च किसी के लिए भी अच्छा नहीं रहता है. जहां तक संभव हो आपको गैर-जरूरी खर्चों से बचना चाहिए. ये ऐसे खर्चे होते हैं, जो न केवल आपके मंथली बजट को बिगाड़ सकते हैं बल्कि आपकी बचत और निवेश संबंधी योजनाओं को भी प्रभावित कर सकते हैं. अत्यधिक खर्च से मतलब कि हमें अनावश्यक आउटिंग, रेस्त्रां, ट्रैवल आदि से बचना चाहिए. इसका मतलब यह नहीं कि आप सबकुछ बंद कर दें. बल्कि इसकी प्लानिंग सही तरीके से करें. यानी, आप मंथली या सालाना आधार पर एक निश्चित बजट निर्धारित कर लें और इससे ज्यादा खर्च करने से बचें.
2. कर्ज पर निर्भरता
निगम कहते हैं, कर्ज पर निर्भरता न केवल आर्थिक रूप से परेशान करती है बल्कि इसका सबसे ज्यादा असर मानसिक रूप से होता है. कर्ज तनाव बढ़ने की एक सबसे प्रमुख वजह होता है. ऐसे में नए साल में कोशिश यह करें कि ईएमआई का ज्यादा बोझ न बढ़ाए. आप उतना ही कर्ज लें जिसकी किस्त चुकाने के बावजूद आपके रोजमर्रा के खर्चों पर कोई असर न पड़े और आपकी लाइफ स्टाइल पहले की तरह चलती रहे. समय-समय पर ईएमआई को कम करने की कोशिश करते रहनी चाहिए. कर्ज ज्यादा रहने का एक अहम पहलू यह भी है कि आप निवेश संबंधी फैसलों को अक्सर इसके चलते टाल देते हैं. जोकि लंबी अवधि में आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने से रोक सकते हैं.
3. निवेश नहीं करना
अक्सर लोग बचत और निवेश में फर्क नहीं करते हैं. इसलिए आमतौर पर वह बचत को बैंक अकाउंट में रखे रहते हैं. नए साल में निवेश करने का संकल्प जरूर लें. निवेश के जितने भी विकल्प हैं, उनमें अपनी उम्र और रिस्क उठाने की क्षमता के आधार पर निवेश पोर्टफोलियो बनाएं. इसमें संभव हो तो किसी फाइनेंशियल एडवाइजर की मदद लें. निवेश की आदत आपको छोटी अवधि से लेकर लंबी अवधि के लक्ष्यों को हासिल करने में मददगार रहता है.
4. बचत से रिपेमेंट
हर व्यक्ति को एक बात हमेशा ध्यान रखनी चाहिए कि अपने किसी भी कर्ज के भुगतान को अपनी बचत से न करें. यानी, कर्ज से छुटकारा पाने के चक्कर में आप अपनी पूरी मंथली बचत का इस्तेमाल न करें. इसे ऐसे समझिये, यदि आप मंथली खर्चों और देनदारियों के बाद एक निश्चित रकम की बचत करते हैं और इसका इस्तेमाल भी कर्ज को जल्दी खत्म करने के चक्कर में रिपेमेंट के लिए करते हैं तो यह सही नहीं है.
इसकी बजाय आप इस बचत का इस्तेमाल निवेश के लिए कर सकते हैं.
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5. लक्ष्य न बनाना
हर व्यक्ति के पास कई तरह की जिम्मेदारियां होती हैं. जिन्हें उसे पूरा करना होता है. इसके लिए जरूरी यह नहीं कि सिर्फ निवेश शुरू कर दें. बल्कि उससे भी महत्वपूर्ण यह बात है कि सबसे पहले वित्तीय लक्ष्य जरूर निर्धारित करना चाहिए और उसके अनुसार निवेश की योजना पर काम करना चाहिए. वित्तीय लक्ष्य यानी भविष्य में घर-गाड़ी खरीदना, बच्चों की शिक्षा, बच्चों की शादी और रिटायरमेंट प्लानिंग का निर्धारण कर लेना चाहिए. वित्तीय लक्ष्य तय होने से निवेश का विकल्प, निवेश की रकम, निवेश की अवधि और उससे जुड़े जोखिम उठाने की क्षमता का आकलन करने में मदद मिलती है. इसलिए नए साल में लक्ष्य जरूर निर्धारित करें.
6. स्वास्थ्य बीमा न लेना
ए के निगम का कहना है, आमतौर पर लोग स्वास्थ्य बीमा यानी हेल्थ इंश्योरेंस नहीं लेने की बड़ी चूक करते हैं. जबकि आज के समय में स्वास्थ्य बीमा ​अनिवार्य रूप से लेना चाहिए. यह आपको अचानक हेल्थ इमरजेंसी में बड़ी राहत पहुंचाता है. स्वास्थ्य बीमा नहीं रहने पर सबसे बड़ा नुकसान यह है कि अचानक हेल्थ इमरजेंसी की स्थिति में आपकी बचत खत्म हो जाती है. ऐसा भी मुमकिन है कि आप कर्ज में भी फंस जाए. इसलिए नए साल में सबसे जरूरी काम हेल्थ इंश्योरेंस लेने का करना चाहिए.