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Budget 2021 expectations: The main purpose of bringing the requirement of 1 per cent TDS was to capture all major property transactions.
Home Loan Tips: कई बार होम लेने की जरूरत ज्यादा उम्र में या कह लें वरिष्ठ नागरिकों को भी पड़ती है. वैसे तो होम लोन की प्रकृति मानी जाती है, लेकिन इसके बाद भी बैंक वरिष्ठ नागरिकों के होम लोन एप्लिकेशन का मूल्यांकन करते समय बेहद सतर्क दृष्टिकोण का पालन करते हैं. ऐसे में जरूरी है कि ज्यादा उम्र में लोन लेने का मन बना रहे हैं तो अपना एप्लिकेशन मजबूत रखें. यहां ऐसे ही कुछ टिप्स दिए गए हैं जो वरिष्ठ नागरिकों को होम लोन हासिल करने की संभावना को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं.
को-एप्लिकेंट
आय की कमी और लाइफ स्पैन को लेकर अनिश्चितता वरिष्ठ नागरिकों द्वारा किए गए होम लोन के आवेदन रिजेक्ट होने के 2 प्रमुख कारण हैं. इस परेशानी को दूर करने का सबसे अच्छा उपाय है कि एक होम लोन के लिए सह-आवेदक यानी को एप्लिकेंटको-एप्लिकेंट का चयन किया जाए. को-एप्लिकेंट एक स्थिर आय और बेहतर क्रेडिट प्रोफाइल के साथ लोन आवेदन करने वाले के परिवार का एक अर्निंग मेंबर होना चाहिए. चूंकि प्राइमरी बॉरोअर की आयु अधिक होगी, इसलिए ज्यादातर लेंडर द्वारा दिए गए लोन का टेन्योर कम हो सकता है.
इसके अलावा, को-एप्लिकेंट की इनकम भी लोन एप्लिकेशन का मूल्यांकन करते समय फैक्टर की जाती है, इसलिए को-एप्लिकेंट को जोड़ने से लोन पास होने की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा ज्यादा लोन पाने की भ्ज्ञी संभावना बढ़ती है. हालांकि, होम लोन चुकाने में किसी भी देरी या डिफाल्ट का प्राइमरी बॉरोअर के साथ को-एप्लिकेंट के भी क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
लोन वैल्यू रेश्यो
लोन टु वैल्यू (LTV) रेश्यो संपत्ति की लागत का अनुपात है जिसे लेंडर्स द्वारा लोन के रूप में स्वीकृत किया जाता है. प्रॉपर्टी की शेष लागत को डाउन पेमेंट के रूप में बॉरोअर द्वारा फाइनेंस किया जाना चाहिए. RBI के दिशानिर्देशों के अनुसार, होम लोन का अधिकतम LTV रेश्यो प्रॉपर्टी की लागत का 75-90 फीसदी तक जा सकता है.
चूंकि कम LTV रेश्यो लेंडर के लिए क्रेडिट जोखिम को कम करता है, वरिष्ठ नागरिक ज्यादा डाउन पेंमेंट करके अपने होम लोन की पात्रता बढ़ा सकते हैं.ज्यादा डाउन पेमेंट करने से आटोमैटिक रूप से LTV रेश्यो कम हो जाएगा और साथ ही जरूरी लोन की राशि का साइज भी कम हो जाएगा।
देखें कितनी दे सकते हैं ईएमआई
आपके होम लोन के आवेदन का अप्रूवल, ईएमआई वहन करने की आपकी क्षमता पर लेंडर द्वारा मूल्यांकन पर निर्भर करेगा. होम लेंडर्स को आवेदक की ईएमआई की जरूरत होती है, जिसमें नए होम लोन की ईएमआई और किसी भी मौजूदा ईएमआई आवेदक की शुद्ध मासिक आय का 50-55 फीसदी होनी चाहिए. इसलिए, होम लोन आवेदक को आवेदन करने से पहले देखना चाहिए कि वह कितनी ईएमआई दे सकता है. इसका पता लगाने के दौरान, आवेदक को अपने जरूरी खर्चों, स्वास्थ्य से संबंधित खर्च और महत्वपूर्ण वित्तीय लक्ष्यों के लिए मंथली योगदान का देखना चाहिए.
अच्छा क्रेडिट स्कोर मेनटेन करें
आपके आवेदन का मूल्यांकन करते समय लेंडर आपके क्रेडिट स्कोर पर जरूर विचार करते हैं. 750 और उससे अधिक के क्रेडिट स्कोर वाले लोगों को वित्तीय रूप से अनुशासित माना जाता है. अब तो कई बैंकों ने हाई क्रेडिट स्कोर वाले लोगों के लिए कम उधार दरों की पेशकश करना शुरू कर दिया है.
(लेखक: रतन चौधरी, हेड, होम लोन, Paisabazaar.com)