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Best Investment Schemes: अगर आप निवेश करने की सोच रहे हैं और अच्छे ब्याज के साथ अपने पैसे की सुरक्षा चाहते हैं, तो सरकारी स्कीम्स में निवेश कर सकते हैं. इनमें पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स अच्छा विकल्प हैं जहां बेहतर ब्याज के साथ पैसे की गारंटी भी हैं. पोस्ट ऑफिस स्कीम्स में निवेश किए गए पूरे पैसे के 100 फीसदी सेफ रहने की गारंटी होती है. आज हम इनमें से तीन स्कीम्स की बात करेंगे, जहां आपको सबसे ज्यादा ब्याज मिलेगा. ये योजनाएं हैं- सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF).
सुकन्या समृद्धि स्कीम (SSY)
सबसे ज्यादा सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट पर सालाना 7.6 फीसदी का ब्याज मिल रहा है. इस स्कीम के तहत अपनी बच्ची के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अकाउंट खुलवा सकते हैं. SSY में माता-पिता 10 साल तक की आयु की बच्ची के नाम पर खाता खोल सकते हैं. एक बच्ची के नाम पर एक ही खाता खुलेगा. SSY अकाउंट को न्यूनतम 250 रुपये से शुरू कर सकते हैं. इसमें एक वित्त वर्ष में न्यूनतम जमा 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तय की गई है. सुकन्या समृद्धि स्कीम में अधिकतम 15 साल तक निवेश किया जा सकता है.
सुकन्या समृद्धि अकाउंट को लड़की के 21 साल का होने के बाद ही बंद किया जा सकता है. हालांकि, बच्ची के 18 साल की होने पर उसकी शादी होने पर नॉर्मल प्रीमैच्योर क्लोजर की अनुमति है. 18 साल की उम्र के बाद बच्ची SSY अकाउंट से आंशिक तौर पर कैश निकासी कर सकती है. निकासी की सीमा पिछला वित्त वर्ष खत्म होने पर अकाउंट में मौजूद बैलेंस का 50 फीसदी तक है SSY में जमा की जाने वाली रकम पर सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है. इसके अलावा जमा रकम पर आने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर मिलने वाला पैसा भी टैक्स फ्री है. इस तरह SSY ‘EEE’ कैटेगरी की टैक्स सेविंग स्कीम है.
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS)
SCSS पर मौजूदा ब्याज दर 7.4 फीसदी सालाना है. इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है. इस अकाउंट में केवल एक ही बार निवेश किया जा सकता है, जो न्यूनतम 1000 रुपये से लेकर अधिकतम 15 लाख रुपये तक है. SCSS के तहत 60 साल या उससे ज्यादा की उम्र का व्यक्ति अकाउंट खुलवा सकता है. अगर कोई 55 साल या उससे ज्यादा का है लेकिन 60 साल से कम का है और VRS ले चुका है तो वह भी SCSS में अकाउंट खोल सकता है. लेकिन शर्त यह है कि उसे रिटायरमेंट बेनिफिट्स मिलने के एक महीने के अंदर यह अकाउंट खुलवाना होगा और इसमें डिपॉजिट किया जाने वाला अमाउंट, रिटायरमेंट बेनिफिट्स के अमांउट से ज्यादा नहीं होना चाहिए. SCSS के तहत डिपॉजिटर इंडीविजुअली या अपनी पत्नी/पति के साथ ज्वॉइंट में एक से ज्यादा अकाउंट भी रख सकता है. लेकिन सभी को मिलाकर मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट लिमिट 15 लाख से ज्यादा नहीं हो सकती.
सीनियम सिटीजन सेविंग्स अकाउंट पर प्रीमैच्योर क्लोजर की अनुमति है लेकिन पोस्ट ऑफिस, अकाउंट को एक साल पूरा होने से पहले बंद कराने पर कोई ब्याज नहीं देगा. वहीं अकाउंट ओपनिंग के 1 साल बाद अकाउंट क्लोज करने पर डिपॉजिट का 1.5 फीसदी काटेगा, 2 साल बाद बंद करने पर डिपॉजिट का 1 फीसदी काटा जाएगा.
मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद अकाउंट को और तीन साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. इसके लिए मैच्योरिटी वाली तारीख के एक साल के अंदर एप्लीकेशन देनी होगी. टैक्स की बात करें तो अगर SCSS के तहत आपकी ब्याज राशि 50,000 रुपये सालाना से ज्यादा हो जाती है तो TDS कटने लगता है. हालांकि इस स्कीम में इन्वेस्टमेंट पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत छूट है. SCSS पर नॉमिनेशन सुविधा, अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर कराने की सुविधा, एक ही ऑफिस में कई SCSS अकाउंट खुलवाने की सुविधा है.
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पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पोस्ट ऑफिस PPF अकाउंट पर मौजूदा सालाना ब्याज दर 7.1 फीसदी है. अकाउंट को मिनिमम 500 रुपये से शुरू किया जा सकता है. अकाउंट पर मौजूदा सालाना ब्याज दर 7.1 फीसदी है. अकाउंट में एक वित्त वर्ष में मिनिमम 500 रुपये और मैक्सिमम 1.5 लाख रुपये जमा करना जरूरी है. अगर अकाउंट में मिनिमम सालाना अमाउंट डिपॉजिट न किया गया तो अकाउंट इनएक्टिव हो जाता है और फिर पिछला बकाया, 50 रुपये का चार्ज और एक इंस्टॉलमेंट भरने के बाद ही फिर से एक्टिव होता है. साथ ही अगर आप महीने के पूरे इंट्रेस्ट का फायदा लेना चाहते हैं तो हर माह की 5 तारीख तक PPF में डिपॉजिट कर दें. पोस्ट ऑफिस PPF पर नॉमिनेशन सुविधा, माइनर के नाम पर दूसरा PPF अकाउंट खुलवाने की सुविधा उपलब्ध है.
पोस्ट ऑफिस PPF का मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है और इससे पहले क्लोजर नहीं किया जा सकता. हालांकि चुनिंदा मामलों में 5 साल की अवधि पूरा होने के बाद जरूरत पड़ने पर इसे क्लोज कराया जा सकता है. ये मामले इस तरह हैं-
1. खाताधारक, उसके जीवनसाथी या निर्भर बच्चों को जानलेवा बीमारी होने पर
2. PPF खाताधारक या निर्भर बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए
3. खाताधारक के विदेश में बसने पर.
पोस्ट ऑफिस PPF में निवेश, इस पर आने वाले ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाले अमाउंट तीनों को आयकर कानून के तहत टैक्स से छूट प्राप्त है. मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद पोस्ट ऑफिस PPF अकाउंट को 5 साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है. इसके लिए मैच्योरिटी डेट से एक साल के अंदर एप्लीकेशन देनी होगी. अकाउंट एक्सटेंड कराने पर इसे आगे नए डिपॉजिट के साथ या बिना नए डिपॉजिट किए जारी रखा जा सकता है. मौजूदा बैलेंस पर ब्याज हासिल होता रहेगा.
पोस्ट ऑफिस PPF अकांउट के एक साल पूरा होने के बाद और 5 साल पूरे होने से पहले, इस पर लोन लिया जा सकता है. इसके अलावा अकाउंट के 5 साल पूरे होने के बाद इससे विदड्रॉअल भी किया जा सकता है. पोस्ट ऑफिस PPF पर इंट्रा ऑपरेबल नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के जरिए ऑनलाइन डिपॉजिट सुविधा, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक सेविंग्स अकाउंट से ऑनलाइन डिपॉजिट की सुविधा उपलब्ध है.