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RD: 12 लाख निवेश पर मिलेगा 16.26 लाख, आपके खाते में कैसे जुड़ता जाता है ब्याज

Interest Rate on RD: रिकरिंग डिपॉजिट (RD) निवेश का एक सुरक्षित विकल्प है. आरडी पर न सिर्फ सेविंग्स अकाउंट की तुलना में बल्कि कई फिक्स्ड इनकम स्कीम से ज्यादा ब्याज मिलता है.

Interest Rate on RD: रिकरिंग डिपॉजिट (RD) निवेश का एक सुरक्षित विकल्प है. आरडी पर न सिर्फ सेविंग्स अकाउंट की तुलना में बल्कि कई फिक्स्ड इनकम स्कीम से ज्यादा ब्याज मिलता है.

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Sushil Tripathi
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Interest Rate on RD

Interest Rate on RD: रिकरिंग डिपॉजिट (RD) निवेश का एक सुरक्षित विकल्प है. आरडी पर न सिर्फ सेविंग्स अकाउंट की तुलना में बल्कि कई फिक्स्ड इनकम स्कीम से ज्यादा ब्याज मिलता है.

Interest Rate on RD: रिकरिंग डिपॉजिट (RD) निवेश का एक सुरक्षित विकल्प है. आरडी पर न सिर्फ सेविंग्स अकाउंट की तुलना में बल्कि कई फिक्स्ड इनकम स्कीम से ज्यादा ब्याज मिलता है. यह स्कीम मार्केट लिंक्ड नहीं होने से निवेशकों के लिहाज से गारंटेड रिटर्न देने वाली मानी जाती है. आरडी खाता किसी भी डाकघर, सरकारी या प्राइवेट बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन में खुलवाया जा सकता है. डाकघर में आरडी पर 5.8 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज मिल रहा है. वहीं अलग अलग बैंकों में 5.5 से 6 फीसदी के बीच ब्याज मिल रहा है.

आरडी भी एफडी की ही तरह फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट आप्शन है, लेकिन यहां निवेश को लेकर सहूलियत ज्यादा है. एफडी में जहां आपको किसी भी स्कीम में एक मुश्त पैसा लगाना पड़ता है. आरडी में आप एसआईपी की तरह अलग अलग इंस्टालमेंट में मंथली बेसिस पर निवेश कर सकते हैं. इसमें आपके खाते में ब्याज तिमाही आधार पर कंपाउंडिंग होकर जुड़ती है.

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मंथली 10,000 रुपये पर कितना फायदा

डाकघर में अभी आरडी पर ब्याज 5.8 फीसदी सालाना (तिमाही कंपांउंडिंग) है. अगर आप हर महीने में आरडी में 10,000 रुपये जमा करते हैं तो यह सालाना 1,20,000 रुपये होगा. आरडी 5 साल से 10 साल तक की जा सकती है. अगर 10 साल तक निवेश जारी रखते हैं तो आपका कुल निवेश 12 लाख रुपये होगा. वहीं मेच्योरिटी पर आपकी कुल रकम 16,26,476 हो जाएगी. यानी 4,26,476 रुपये ब्याज मिलेगा.

कैसे होता है कैलकुलेट

आरडी पर ब्याज कैलकुलेट करने के लिए अलग अलग फॉर्मूला हैं.

अगर आप मंथली निवेश करते हैं….

M = R <(1+i)n – 1> divided by 1-(1+i)(-1/3)

M: RD की मेच्योरिटी वैल्यू

R: RD के मंथली इंस्टालमेंट की संख्या

n: टेन्योर (कुल तिमाही की संख्या)

I: ब्याज दर/400

अगर एक मुश्त रकम जमा करते हैं….

A = P (1 + r/n) ^ nt

A: फाइनल अमाउंट

P: कुल कितना निवेश किया

r: ब्याज दर

n: एक साल में ब्याज कितनी बार कंपांउंड हुआ

t: आरडी का कुल टेन्योर

(Note: इसके अलावा तमाम बैंक या इंस्टीट्यूशंस भी आरडी कैलकुलेटर की सुविधा देती हैं. इसका इस्तेमाल कर आप अपने निवेश की करीब करीब वैल्यू जान सकते हैं.)

RD खाते 2 तरह की स्कीम के साथ आते हैं.

1. रेगुलर रेकरिंग डिपॉजिट

इसमें आपको एक अवधि और एक रकम तय करनी होती है. मान लीजिए आपने तय किया कि आप अगले 10 साल तक हर महीने अपने RD खाते में 6 हजार रुपए जमा करेंगे. एक बार सब तय करने के बाद आपको 10 साल तक हर महीने 6 हजार रुपए ही जमा करने होंगे. सामान्य RD खाते में आप जमा होने वाली रकम में कभी भी बदलाव नहीं कर सकते. अगर आप कम पैसा जमा करेंगे, तो आप पर पेनल्टी लगेगी.

2. फ्लेक्सी रेकरिंग डिपॉजिट

इसमें आपको समय तो तय करना होगा, लेकिन उसमें जमा होने वाली रकम को आप घटा-बढ़ा सकते हैं. मान लीजिए आपने 10 साल तक 6 हजार रुपये महीना जमा करने का लक्ष्य तय किया, लेकिन बीच में अगर दिक्कत हुई तो इसे घटा सकते हें. या आमदनी बढ़ी तो बढ़ा भी सकते हैं. सामान्य RD खाते की ब्याज दर फ्लेक्सी RD खाते से कुछ ज्यादा है.

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