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ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज के शेयर में मुनाफे की उम्मीद
ब्रोकरेज फर्म Edelweiss ने छह सप्ताह पहले Britannia को अपने टॉप चुनिंदा शेयरों में शामिल किया था. उस समय से यह शेयर अब तक 18 फीसदी बढ़ चुका है और इसने FMCG इंडेक्स को 600 बेसिस प्वाइंट से मात दे दी है. Edelweiss का कहना है कि वित्त वर्ष 2021-22 में तिमाही आधार पर इस शेयर में अगर कमजोरी भी आती है तो निवेशकों को इसे अपने पोर्टफोलियों में जोड़ने के मौके के तौर पर देखना चाहिए.
ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि ब्रिटानिया के शेयर मोबिलिटी बढ़ने और रीजनल प्लेयर्स की ओर से अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश के बीच उबरते दिख रहे हैं. कंपनी के प्रोडक्ट अपने मार्केट में विस्तार कर रहे हैं. इस बीच इसके प्रोडक्ट के दाम भी बढ़े हैं. वित्त वर्ष 2021-22 की दूसरी छमाही में अब तक माहौल कंपनी के अनुकूल रहा है. इसलिए इस शेयर को 4,670 रुपये के टारगेट प्राइस पर 'BUY'की रेटिंग दी जा रही है.
क्यों बढ़ेंगे ब्रिटानिया के शेयर? ये है वजह
ब्रिटानिया के शेयरों की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना साफ दिख रही है . इसकी कई वजह हैं - कंपनी की WIN in Many India's स्ट्रैटजी काम कर रही है. इसके मार्केट शेयर में बढ़ोतरी जारी है. ई कॉमर्स में इसके लिए काफी जगह है. मोबिलिटी बढ़ने, मॉल खुलने की वजह से कंपनी के प्रीमियम प्रोडक्ट की मांग बढ़ी है. इसके साथ ही कंपनी काफी इनोवेटिव है और इसकी आरएंडडी की ताकत भी ज्यादा है.
ज्यादातर राज्यों में रूरल ग्रोथ बढ़ने से कंपनी के प्रोडक्ट की मांग बढ़ती दिख रही है. कंपनी ने महाराष्ट्र और तमिलनाडु में अपनी क्षमता बढ़ाई है और इजिप्ट और यूगांडा में मैन्यूफैक्चरिंग के लिए पार्टनरशिप को कॉमर्शिलाइज्ड किया है. कंपनी ने ज्यादा बैलेंस्ड ग्रोथ ने कीमतों में बढ़ोतरी और प्रोडक्ट मिक्स में सही तालमेल बिठाया है. ब्रिटानिया नुस्ली वाडिया ग्रुप की कंपनी है और इसकी गो एयरलाइंस के 36 अरब रुपये के आईपीओ को मंजूरी मिल चुकी है. ऐसे में कंपनी के शेयरों में तगड़ा ग्रोथ देखने को मिल सकता है. हालांकि कंपनी के शेयरों के सामने कुछ जोखिम भी है. जैसे काजू और पाम ऑयल की कीमतों में बढ़ोतरी. दूसरी तिमाही में कंपनी का बेस काफी ऊंचा है इसलिए दूसरी छमाही में ही इसमें अच्छी ग्रोथ दिख सकती है.
आउटलुक
ब्रिटानिया बिस्कुट कैटेगरी में वैल्यू लीडर है इसका मार्केट शेयर बरकरार है. कंपनी गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे अपने कमजोर राज्यों के रूरल मार्केट में डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क मजबूत कर रही है. मार्केट शेयर बढ़ने से कंपनी की एग्रीगेट ग्रोथ बढ़ी है. कंपनी की लागत घटाने की कोशिश में कामयाबी दिख रही है. इसका लक्ष्य हर साल के रेवेन्यू में लागत नियंत्रण की हिस्सेदारी 2.1 फीसदी करने की है. कंपनी की कंपीटिटर पार्ले भी दूसरी कंपनियों की मार्केट हिस्सेदारी पर कब्जा करती जा रही है. लेकिन Edelweiss ने ब्रिटानिया 4670 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ 'BUY' की रेटिंग दी है.
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)