/financial-express-hindi/media/media_files/2025/05/15/E7dEpl6LdjRvXxO7m7ZT.jpg)
Most Affordable Home Loans: आरबीआई की 0.50% रेपो रेट कटौती के बाद कई बैंकों ने होम लोन की ब्याज दरें घटा दी हैं. (Image : Freepik)
Cheapest home loans in June 2025: अगर आप होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो ये समय आपके लिए अच्छा हो सकता है. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार 6 जून को रेपो रेट में 0.50% की बड़ी कटौती की है और अब यह घटकर 5.5% हो गया है. फरवरी 2025 से अब तक RBI ने कुल 1% की कटौती कर दी है.
इस फैसले का सीधा फायदा ग्राहकों को मिल रहा है. कई बैंकों ने अपने होम लोन की ब्याज दरें (Home Loan Interest rate) घटा दी हैं, जिससे आपकी मंथली किस्त यानी ईएमआई (Home Loan EMI) पहले से कम हो सकती है. अच्छी बात यह है कि यह राहत सिर्फ नए लोन लेने वालों के लिए नहीं है, बल्कि जिनके पास पहले से लोन है, उन्हें भी इसका फायदा मिलेगा.
बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB)
इस बैंक ने RBI की कटौती का पूरा फायदा ग्राहकों को दिया है. बैंक ने अपनी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (Repo Linked Lending Rate - RLLR) में 0.50% की कटौती की है, जो अब घटकर 8.15% हो गई है. वेबसाइट के अनुसार, होम लोन की शुरुआती दर 8% से शुरू हो रही है, हालांकि नई कटौती के बाद की रेट्स अभी साफ नहीं हैं.
पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
PNB ने भी ग्राहकों को राहत दी है. बैंक ने अपनी RLLR को 8.85% से घटाकर 8.35% कर दिया है, जो कल यानी सोमवार 9 जून से लागू होगी. बैंक ने सोशल मीडिया पर लिखा – “ग्राहकों के लिए खुशखबरी! अब आपकी EMI और भी सस्ती.” अब PNB से होम लोन लेने वालों को 7.45% की शुरुआती ब्याज दर मिलेगी और व्हीकल लोन की दर 7.80% सालाना होगी.
बैंक ऑफ इंडिया (BOI)
इस बैंक ने भी 0.50% की कटौती की है. अब इसकी RLLR घटकर 8.35% हो गई है. यह जानकारी बैंक ने एक्सचेंज फाइलिंग में दी.
Also read : DigiPin: कैसे पाएं अपना डिजिपिन, क्या ये 10 डिजिट अल्फान्यूमेरिक कोड लेगा पिनकोड की जगह?
UCO बैंक
UCO बैंक ने भी उधार लेने वालों को राहत दी है. बैंक ने अपनी MCLR दरों में 0.10% की कटौती की है, जो 10 जून से लागू होगी. नई दरें इस प्रकार हैं
लोन टेन्योर - पुरानी दर - नई दर
ओवरनाइट: 8.25% - 8.15%
एक महीना: 8.45% - 8.35%
तीन महीने: 8.60% - 8.50%
छह महीने: 8.90% - 8.80%
एक साल: 9.10% - 9.00%
कम EMI, ज्यादा बचत
लगातार दो बार रेपो रेट में कटौती का सीधा फायदा अब ग्राहकों तक पहुंच रहा है. जिनका लोन रेपो रेट से जुड़ा है (जैसे RLLR वाले होम लोन), उनकी EMI अब पहले से कम हो गई है. इसका मतलब है – अब घर खरीदने का सपना थोड़ा और आसान हो गया है.