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कंपनी FD पर मिल रहा है 8.5 से 9% सालाना ब्याज, ये स्कीम कैसे करती है काम, ट्रेडिशनल एफडी से क्या है अंतर

Fixed Deposit: कॉरपोरेट एफडी किसी कंपनी द्वारा जारी की जाती है. ज्यादातर कॉरपारेट एफडी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां या हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों द्वारा जारी की जाती हैं.

Fixed Deposit: कॉरपोरेट एफडी किसी कंपनी द्वारा जारी की जाती है. ज्यादातर कॉरपारेट एफडी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां या हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों द्वारा जारी की जाती हैं.

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Sushil Tripathi
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What is Company FD

Corporate FD: कॉरपोरेट एफडी की बात करें तो यह बैंक एफडी की तुलना में कुछ जोखिम भरा हो सकता है. (file image)

Corporate FD: निवेश और बचत की बात आती है तो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारत में बहुत ज्यादा लोकप्रिय है. देश के ज्यादातर बैंक और साथ ही डाकघर में फिक्स्ड डिपॉजिट की सुविधा मिल रही है. यह निवेश का एक सुरक्षित विकल्प है, जहां तय ब्याज के हिसाब से रिटर्न मिलता है. यह एक टर्म डिपॉजिट है, जहां निवेशक एकमुश्त राशि एक तय समय के लिए जमा करता है और मेच्योरिटी डेट तक रेगुलर इंटरवल पर उसे ब्याज मिलता है. यह सिंगल टाइम इन्वेस्टमेंट होता है और इसमें हर महीने जमा करने की जरूरत नहीं होती है. बैंक के अलावा बाजार में कॉरपोरेट एफडी भी मौजूद है, जहां बैंक की तुलना में ब्याज ज्यादा है.

क्या है कॉरपोरेट FD

कॉरपोरेट एफडी किसी कंपनी द्वारा जारी की जाती है. ज्यादातर कॉरपारेट एफडी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां या हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों द्वारा जारी की जाती हैं. आमतौर पर इनकर मैच्योरिटी की अवधि 6 माह से 10 साल तक की होती है. कॉरपोरेट एफडभ्ढी कंपनियों द्वारा बाजार से पैसा जुटाने के लिए जारी की जाती हैं. इसी वजह से निवेशक इनकी ओर अट्रैक्ट हों, कंपनियां इन पर ट्रेडिशनल एफडी की तुलना में ज्यादा ब्याज देती हैं.

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बेस्‍ट कॉरपोरेट एफडी

Shriram Finance

रेटिंग: AA+/CRISIL
टैन्‍योर: 1-5 साल
ब्‍याज: 7.60% - 8.50%
अमाउंट: 5000 रुपये - 1 करोड़ रुपये
सीनियर सिटीजंस: 0.50% एक्‍स्‍ट्रा
महिला निवेशक: 0.10% एक्‍स्‍ट्रा

Bajaj Finance

रेटिंग: AAA/CRISIL
टेन्‍योर: 1-5 साल
ब्‍याज: 7.40%-8.35%
अमाउंट: 15000 रुपये - 5 करोड़
सीनियर सिटीजंस: 0.25% एक्‍स्‍ट्रा

Mahindra Finance

रेटिंग: FAAA/CRISIL
टेन्‍योर: 1-5 years
ब्‍याज: 7.40% - 8.05%
अमाउंट: 5000 रुपये - 2 करोड़ रुपये
सीनियर सिटीजंस: 0.25% एक्‍स्‍ट्रा

LIC HOUSING LIMITED

रेटिंग: FAAA/CRISIL
टेन्‍योर: 1-5 साल
ब्‍याज: 7.25%-7.75%
अमाउंट: 20000 रुपये - 2 करोड़ रुपये
सीनियर सिटीजंस: 0.25% एक्‍स्‍ट्रा

PNB HOUSING FINANCE

रेटिंग: FAA/CRISIL
टेन्‍योर: 1-10 साल
ब्‍याज: 7% - 7.70%
अमाउंट: 10000 रुपये - 5 करोड़ रुपये
सीनियर सिटीजंस: 0.30% एक्‍स्‍ट्रा

ICICI Housing Finance

रेटिंग: FAAA/CRISIL
टेन्‍योर: 1-10 साल
ब्‍याज: 7%-7.60%
अमाउंट: 10000 रुपये - 2 करोड़ रुपये
सीनियर सिटीजंस: 0.25% एक्‍स्‍ट्रा

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Corporate FD की खासियत

  • कॉरपोरेट एफडी पर CRISIL, ICRA और CARE जैसी मान्यता प्राप्त रेटिंग एजेंसियां क्रेडिट रेटिंग जारी करती हैं. यह रेटिंग इंटरेस्‍ट और प्रिंसिपल पेमेंट में डिफाल्ट के हाई रिस्‍क के लिए हाइएस्‍ट सेफ्टी का संकेत देती है और इस प्रकार डिपॉजिटर्स को इन वित्तीय संस्थानों की विश्वसनीयता का आकलन करने में मदद मिलती है.
  • NBFCs/HFCs वेरियस इंटरेस्‍ट पेमेंट का विकल्प प्रदान करते हैं, जिन्‍हें डिपॉजिटर्स अपनी आवश्यकताओं के आधार पर चुन सकते हैं. इनमें मंथली, तिमाही, छमाही और सालाना पेमेंट के विकल्प शामिल हैं. वैकल्पिक रूप से, डिपॉजिटर्स कम्‍युलेटिव एफडी का विकल्प चुन सकते हैं, जिसमें इंटरेस्‍ट कंपोनेंट का रीइन्‍वेस्‍टमेंट किया जाता है. इस तरह कंपाउंडिंग की ताकत का फायदा मिलता है. कम्‍युलेटिव विकल्प डिपॉजिटर्स को नॉन-कम्‍युलेटिव विकल्पों की तुलना में अधिक रिटर्न जेनरेट करने में मदद करेगा.
  • कंपनियां निवेशकों को समय से पहले निकासी की सुविधा भी देती हैं. हालांकि अधिकांश NBFCs और HFCs इसके लिए पब्लिक डिपॉजिट्स पर पेनल रेट (जो 2% तक जा सकती है) लगाती हैं. कुछ डिपॉजिट 3 महीने की लॉक-इन अवधि के साथ आती हैं, जिसमें जमा राशि निकाली नहीं जा सकती है.
  • निवेशक कॉरपोरेट एफडी पर कम्‍युलेटिव और नॉन-कम्‍युलेटिव दोनों एफडी योजनाओं पर लोन ले सकते हैं. हालांकि, कुछ कंपनियां एफडी की ब्‍याज दर से ज्‍यादा ब्‍याज लोन देने के बदले लेती हैं. कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट से अर्जित इंटरेस्‍ट इनकम पर निवेशक के टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्‍स लगाया जाता है.

बैंक एफडी की तुलना में क्यों है जोखिम

कॉरपोरेट एफडी की बात करें तो यह बैंक एफडी की तुलना में कुछ जोखिम भरा हो सकता है. क्योंकि कॉरपोरेट एफडी आरबीआई की सहायक कंपनी डीआईसीजीसी द्वारा प्रदान किए गए डिपॉजिट इंश्‍योरेंस कार्यक्रम के तहत कवर नहीं होती हैं. जबकि बैंक एफडी की बात करें तो उनके पास निवेशक की 5 लाख रुपये तक की जमा पर इंश्‍योरेंस कवर होता है. यानी बैंक के डूब जाने पर भी आपका 5 लाख रुपये सुरक्षित रहेगा.

कॉरपोरेट FD के लिए किन डॉक्‍युमेंट्स की जरूरत

  • आधार कार्ड
  • वोटर ID कार्ड
  • राशन कार्ड
  • पासपोर्ट
  • PAN कार्ड
  • एड्रेस प्रूफ
  • 2 कलर पासपोर्ट साइज फोटो

निवेश के पहले किन बातों का रखें ध्यान

  • कॉरपोरेट FD चुनते समय ये बातें ध्यान रहें
  • अगर AAA या AA रेटिंग वाली कंपनियां एफडी आफर कर रही हैं तो उनमें निवेश किया जा सकता है. यानी निवेश से पहले कंपनी की क्रेडिट रेटिंग जरूर देखें. जितनी बेहतर कंपनी की रेटिंग होगी उतना ही कम जोखिम होता है.
  • कई बार कम रेटिंग वाली कंपनियां ज्यादा ब्याज देती हैं लेकिन सुरक्षा अधिक रेंटिंग वाली कंपनियों में होता है.
  • कॉरपोरेट एफडी के मामले में लंबी अवधि की बजाए छोटी अवधि की स्कीम को चुनें. छोटी अवधि की एफडी पर रिस्क कम हो जाता है.
  • बैंक एफडी के मुकाबले कंपनी के एफडी में केवल तभी निवेश करें जब दोनों के बीच अंतर 3 से 4 फीसदी तक हो.
  • कॉरपोरेट एफडी में निवेश करने से पहले उस कंपनी का 10-20 साल का रिकॉर्ड देख लें. उन्हीं कंपनियों के डिपॉजिट में निवेश करें जो मुनाफा कमा रही हैं और जो आपको 5 साल से डिविडेंड दे रही हैं.
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