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कई बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स अपने क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा देते हैं.
Credit Card Balance Transfer: क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल आमतौर पर आसानी से ट्रांजेक्शन करने और अपने खर्चों के मैनेज करने के लिए किया जाता है. रोजमर्रा की तमाम जरूरतों को आसानी से पूरा करने के लिए भी कई यूजर इस कार्ड को इस्तेमाल में लाते हैं. कई बार क्रेडिट कार्ड यूजर को ऐसी स्थिति का भी सामना करना जाता है, जहां उन्हें अपनी बकाया राशि (outstanding balances) को एक कार्ड से दूसरे कार्ड में ट्रांसफर करना पड़ जाता है. इस तरह की प्रैक्टिस ‘क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर’ (Credit Card Balance Transfer) की कैटेगरी में आता है.
क्या है क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर?
‘बैलेंस ट्रांसफर’ की सुविधा क्रेडिट कार्ड यूजर को अपनी बकाया राशि एक क्रेडिट कार्ड से दूसरे में ट्रांसफर करने में सक्षम बनाता है. इस प्रक्रिया में यूजर द्वारा आम तौर पर बकाया राशि को हाई-इंटरेस्ट रेट वाले क्रेडिट कार्ड से कम ब्याज दर या बेहतर रिपेमेंट शर्तों वाले नए क्रेडिट कार्ड में ट्रांसफर देखने को मिलता है. ऐसा करके क्रेडिट कार्ड यूजर संभावित रूप से ब्याज भुगतान पर पैसे की बचत कर सकते हैं और वे अपनी डेट रिपेमेंट स्ट्रैटेजी को सुव्यवस्थित भी कर पाते हैं.
कई बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूट्स अपने क्रेडिट कार्ड यूजर्स के लिए बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा देते हैं. इसके लिए विभिन्न वित्तीय संस्थाओं में उपलब्धता और शर्तें अलग-अलग हो सकते हैं. ऐसे में क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले बैंक या वित्तीय संस्थाओं के खास सर्विस ‘बैलेंस टांसफर’ पॉलिसी और उससे जुड़े चार्ज के बारे में जानकारी हासिल कर लेना चाहिएं.
'बैलेंस ट्रांसफर' कैसे करता है काम
बैलेंस ट्रांसफर की शुरूआत के लिए यूजर को आमतौर पर नए क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना होता है. अप्रूवल मिलने के बाद यूजर अपने मौजूदा क्रेडिट कार्ड से दूसरे यानी नए कार्ड में बैलेंस ट्रांसफर करने के लिए रिक्वेस्ट कर सकते हैं. ऐसा करने पर बैंक पिछले क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता के साथ बकाया राशि का निपटान करेगा और फिर प्रभावी रूप से डेट यानी उधार को नए कार्ड में ट्रांसफर कर देगा.
कम ब्याज दर वाले क्रेडिट कार्ड की ओर रुख करके, यूजर अपने डेट की कुल लागत को कम कर सकते हैं. हालांकि, ऐसा करने से पहले यह ध्यान रखना जरूरी है कि बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा के लिए नए क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर की तरफ से प्रासेसिंग फीस या दूसरे फीस लगाए जा सकते हैं. ऐसे में इन चार्ज के बारे में सावधानीपूर्वक समझना लेना चाहिए ताकि पैसे बचाए जा सकें.
बैंक बाजार डॉट कॉम के सीईओ आदिल सेट्टी (Adhil Shetty) बताते हैं कि बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा से जुड़े फीस और चार्ज का आकलन जरूर कर लेना चाहिए. कुछ क्रेडिट कार्ड प्रोवाइडर बैलेंस ट्रांसफर फीस लगा देते हैं जो आमतौर पर ट्रांसफर के गई राशि के परसेंटेज के हिसाब लिए जाते हैं. ऐसे में समझ ले कि क्या पोटेंशियल इंटरेस्ट सेविँग इन फीस से अधिक है. इसके अलावा नए क्रेडिट कार्ड से जुड़े किसी भी तरह के सालाना चार्ज या अन्य फीस के बारे में सावधानीपूर्वक समझ लेना चाहिए. दरअसल ये ट्रांसफर की समग्र लागत-प्रभावशीलता को प्रभावित कर सकते हैं.
(Article : Sanjeev Sinha)