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निवेश का फैसला बहुत देरी से करना भी अच्छा नहीं रहता है.
Dussehra 2020 Financial Tips: आज यानी 25 अक्टूबर को देशभर में दशहरे का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. दशहरा यानी विजयादशमी का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन श्रीराम ने रावण का वध किया था. आज के दिन हम सभी को भी अपने अंदर की बुरी आदतों को छोड़ने का संकल्प लेना चाहिए. कुछ आदतें हमारी पैसे-रुपये, बचत और निवेश से भी जुड़ी हैं, जिन्हें हमें समय रहते छोड़ देना चाहिए. इसका सकारात्मक असर हमारे निवेश और रिटर्न पर दिखाई देगा. आइए जानते हैं पैसे-रुपये से जुड़ी ऐसी 10 आदतों के बारे में, जिनका हमें अपने भीतर से अंत कर देना चाहिए. .
1. अपना निवेश जल्दी शुरू नहीं करना
बहुत से लोग निवेश नौकरी लगने के कई साल बाद शुरू करते हैं. वे अपने भविष्य के लिए निवेश और फाइनेंशियल प्लानिंग को 40-45 साल में करते हैं. अगर वे इस निवेश को 24-25 साल की उम्र में अपनी नौकरी के लगते ही तुरंत साथ में शुरू करते हैं, तो उन्हें आगे चलकर ज्यादा फायदा होता है. वे ज्यादा कॉर्पस जमा कर पाते हैं.
2. मुद्रास्फीति को न ध्यान में रखना
समय के साथ महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में निवेश करते समय बढ़ती महंगाई दर को ध्यान में रखना जरूरी है. इसे ध्यान में नहीं रखने से आपका निवेश, फाइनेंशियल प्लानिंग बिगड़ सकते हैं.
3. पर्याप्त हेल्थ कवर नहीं लेना
कोरोना महामारी के समय में हेल्थ कवर की अहमियत बढ़ी है. लोगों को समझ आया है कि हेल्थ इंश्योरेंस कवर लेना बहुत जरूरी है. कई लोग पर्याप्त कवर नहीं लेते और कोरोना जैसी बीमारियों की स्थिति में उन्हें उनके महत्व के बारे में पता चलता है.
4. ज्यादा कर्ज लेना
अपने खर्च को काबू में रखना जरूरी है जिससे आपकी उधारी या कर्ज न बढ़ जाए. ऐसे में इस पर ध्यान देना जरूरी है. भविष्य में होम लोन या कार लोन आदि के लिए आवेदन करते समय बैंक भी इसे देखते हैं.
5. इक्विटी निवेश में घबराकर विद्ड्रॉ करना
शेयर बाजार में गिरावट होने पर लोग घबराहट में अपने निवेश को बंद कर देते हैं. निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश करते समय संयम बरतना चाहिए और सेच-समझकर फैसला लेना चाहिए. शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव आम बात है.
6. एक एसेट क्लास में निवेश करना
पैसे को निवेश करते समय उसे अलग-अलग एसेट क्लास में विभाजित करना चाहिए. कुछ लोग केवल एक जगह जैसे सोने या प्रॉपर्टी में लगा देते हैं. लेकिन अपनी राशि को अलग-अलग पोर्टफोलियो में विभाजित करना चाहिए.
7. बीमा और निवेश को एक मान लेना
कई लोग बीमा और निवेश में अंतर नहीं करते और बीमा को ही निवेश मान बैठते हैं. भारत में अधिकतर लोग निवेश के तौर पर केवल बीमा पॉलिसी को खरीदते हैं, जो सही नहीं है. बीमा और निवेश को स्वतंत्र तौर पर देखना चाहिए.
8. ज्यादा जटिल प्रोडक्ट्स में निवेश करना
कई लोग ऐसे प्रोडक्ट्स में निवेश करते हैं, जिनके बारे में उनको पर्याप्त या बेहद कम जानकारी है. इससे बचना चाहिए. निवेश करते समय इस बात का ध्यान रखें कि निवेश से पहले आप उस प्रोडक्ट के बारे में पूरी जानकारी ले लें.
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9. केवल टैक्स बचत के लिए निवेश करना
व्यक्ति को कभी भी मजबूरी में निवेश नहीं करना चाहिए. बहुत से लोग केवल अपनी इनकम टैक्स में बचत के लिए निवेश करते हैं. निवेश को केवल टैक्स बचत का माध्यम नहीं मानना चाहिए.
10. निवेश को रिव्यू नहीं करना
अपने पोर्टफोलियो को एक निश्चित अंतराल के बाद रिव्यू करते रहना भी जरूरी है. इससे आपको भविष्य में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता और निवेश सुरक्षित रहता है.
(BPN फिनकैप के डायरेक्टर ए. के. निगम से बातचीत पर आधारित)
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