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EMI मोरेटोरियम: ग्राहकों के 5 अहम सवाल, SBI, HDFC बैंक, PNB के सुनिए जवाब

ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने इसके मुताबिक अपने ग्राहकों को राहत दे दी है.

ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने इसके मुताबिक अपने ग्राहकों को राहत दे दी है.

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EMI मोरेटोरियम: ग्राहकों के 5 अहम सवाल, SBI, HDFC बैंक, PNB के सुनिए जवाब

EMI moratorium SBI PNB HDFC bank are answering some important questions related ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने इसके मुताबिक अपने ग्राहकों को राहत दे दी है.

केंद्रीय बैंक ने रिटेल लोन की EMI भरने पर 3 महीने का मोरेटोरियम लगाया है. यह 1 मार्च 2020 और 31 मई के बीच आने वाली किस्तों पर लगाया गया है. ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने इसके मुताबिक अपने ग्राहकों को राहत दे दी है. लेकिन ग्राहकों के दिमाग में इस मोरेटोरियम से जुड़े कई सवाल हैं. ग्राहकों के इन सवालों के कई बैंकों ने जवाब दिए हैं. आइए जानते हैं कि SBI, PNB, HDFC इन सवालों के क्या जवाब दे रहे हैं.

इस मोटेरोरियम में क्या सभी तरह के लोन शामिल हैं ?

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SBI: यह सभी श्रेणी के सभी टर्म लोन के लिए है, इससे टर्म लोन के सेगमेंट और टेन्योर का कोई असर नहीं है. सभी पर यह लागू है.

PNB: सभी रिटेल लोन जिसमें होम लोन, पर्सनल लोन, एजुकेशन, ऑटो और कोई भी लोन जिसका फिक्स्ड टेन्योर हो, वह इसमें शामिल है.

HDFC: सभी बैंक के ग्राहक जिनके पास 1 मार्च 2020 से पहले कोई रिटेल इंवेस्टमेंट लोन या दूसरी रिटेल क्रेडिट सुविधाएं ली हैं, वह इसका फायदा ले सकते हैं. इसमें बैंक के सभी एग्री लोन और माइक्रोफाइनेंस ग्राहक के साथ कॉरपोरेट और SME ग्राहक भी योग्य हैं.

मोरेटोरियम का विकल्प चुनने पर क्या अतिरिक्त ब्याज लगेगा ?

SBI: मोरेटोरियम की अवधि के दौरान टर्म लोन की बकाया राशि पर ब्याज लगता रहेगा. उदाहरण के लिए अगर आपने 30 लाख का लोन लिया है और आपकी मेच्योरिटी 15 साल बची है, तो आपको लगभग अतिरिक्त 2.34 लाख का भुगतान करना होगा.

HDFC: मोरेटोरियम की अवधि के दौरान लोन की प्रिंसिपल बकाया राशि पर ब्याज लगता रहेगा लेकिन इसकी दर कम रहेगी. इसके साथ लोन की अवधि मोरेटोरियम के समय के मुताबिक बढ़ जाएगी. ऐसे ब्याज को लोन की अवधि को उसी मुताबिक बढ़ाकर लिया जाएगा.बैंक के मुताबिक मान लीजिए कि किसी व्यक्ति ने 8 लाख रुपये का ऑटो लोन लिया है और बचा हुआ टेन्योर 36 महीने का है. आखिरी ईएमआई 7 फरवरी 2023 का है और आपने तीन महीने मार्च, अप्रैल और मई 2020 के लिए मोरेटोरियम लिया है. ऐसे में अतिरिक्त ब्याज 25,500 रुपये का होगा. इसके साथ टेन्योर 4 महीने तक बढ़ जाएगा और आखिरी ब्याज की रिकवरी 7 जून 2023 को होगी.

PNB: टर्म लोन की बकाया राशि पर ब्याज मोरेटोरियम की अवधि के दौरान लगता रहेगा.

क्या इससे क्रेडिट रेटिंग या स्कोर पर असर होगा ?

SBI: रिलीफ पैकेज के तहत, भुगतान नहीं करने पर 1 मार्च के बाद तीन महीने के लिए क्रेडिट ब्यूरो या CRILC को सूचना नहीं दी जाएगी. इसी तरह SEBI ने क्रेडिट रेटिंग एजेसियों को देरी को लिस्टेड कंपनियों के लिए डिफॉल्ट नहीं मानने के लिए कहा है.

HDFC: ईएमआई मोरेटोरियम को चुनने पर क्रेडिट रेटिंग या स्कोर पर कोई असर नहीं होगा.

PNB: एक बार बैंक से राहत मिलने पर नहीं भुगतान होने पर क्रेडिट स्कोर पर कोई असर नहीं होगा.

मोरेटोरियम की अवधि के बाद ब्याज का भुगतान कब करना होगा ?

SBI: बैंक सभी कर्जधारकों के लिए टर्म लोन की किस्तों का भुगतान करने की अवधि को 90 दिन तक बढ़ा देगा. उदाहरण के लिए 1 मार्च 2020 को जो लोन की मेच्योरिटी है, वह अब 1 जून 2025 को होगा.

HDFC: जितनी अवधि के लिए मोरेटोरियम लिया है, उतनी अवधि के लिए लोन बढ़ जाएगा. उदाहरण के लिए अगर मार्च के लिए ईएमआई का भुगतान किया गया है और अप्रैल, मई के लिए नहीं, तो यह 2 महीने के लिए बढ़ेगी.

PNB: जमा हुए ब्याज को तीन महीने की अवधि पूरे होने के तुरंत बाद रिकवर कर लिया जाएगा.

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क्या इसमें क्रेडिट कार्ड का बकाया भी शामिल है ?

SBI: यह राहत क्रेडिट कार्ड के भुगतान के लिए भी है. आरबीआई के सर्रकुलर के मुताबिक तीन महीने तक इसे क्रेडिट ब्यूरो को नहीं जानाकरी दी जाएगी. हालांकि, क्रेडिट कार्ड जारी करने वाला अभी न भुगतान की गई राशि पर ब्याज लेगा. हालांकि, इसमें कोई जुर्माने की ब्याज नहीं लगेगी. लेकिन आपको जानकारी होनी चाहिए कि क्रेडिट कार्ड के बकाये पर ब्याज दर सामान्य क्रेडिट कार्ड से बहुत ज्यादा है.

HDFC: सभी क्रेडिट कार्ड के बकाये और उस पर लिए लोन पर 1 मार्च से 31 मई तक मोरेटोरियम उपलब्ध है.

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