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कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड (EPF) पर वित्त वर्ष 2019-20 के लिए तय 8.5 फीसदी के ब्याज को मेंबर इंप्लॉई के खाते में दिसंबर आखिर तक डाल सकता है. अगर ऐसा हुआ तो 2020 के आखिरी महीने में एक ही बार में लगभग 6 करोड़ सब्सक्राइबर्स के खातों में यह ब्याज पहुंच जाएगा. यह जानकारी सूत्रों से मिली है. इस साल मार्च में EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने श्रम मंत्री संतोष गंगवार की अगुवाई में EPF पर वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 8.5 फीसदी ब्याज देने का फैसला किया था.
इसी साल के सितंबर माह में EPFO ने ट्रस्टीज की बैठक में तय किया था कि कोविड19 महामारी के कारण पैदा हुए असाधारण हालात को देखते हुए वित्त वर्ष 2019-20 के लिए EPF पर दिए जाने वाले 8.5 फीसदी के ब्याज को दो हिस्सों में कर्मचारी के अकाउंट में डाला जाए. इस फैसले के तहत पहली किस्त में 8.15 फीसदी और दूसरी किस्त में 0.35 फीसदी का ब्याज क्रेडिट किए जाने की तैयारी थी. सूत्र का कहना है कि अब बाजार हालात अनुकूल से ज्यादा हैं क्योंकि बेंचमार्क इंडिसेज रिकॉर्ड हाई पर हैं. इसलिए सब्सक्राइबर्स के अकाउंट में 8.5 फीसदी की ब्याज दर एक बार में क्रेडिट करने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए.
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वित्त मंत्रालय की मुहर लगने की है देर
सूत्र के मुताबिक, श्रम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें EPF अकाउंट्स में दिसंबर आखिर तक वित्त वर्ष 2019-20 की 8.5 फीसदी की ब्याज दर को क्रेडिट किए जाने पर सहमति मांगी गई है. इस बारे में वित्त मंत्रालय का फैसला कुछ ही दिनों में आ सकता है और अगर सहमति मिल गई तो EPF सब्सक्राइबर्स के खातों में इस माह के आखिर तक यह ब्याज डाल दिया जाएगा. सूत्र ने यह भी कहा कि इससे पहले वित्त मंत्रालय ने पिछले वित्त वर्ष के लिए EPF पर ब्याज दर को लेकर कुछ स्पष्ट्रीकरण मांगे थे, जिनका समाधान हो चुका है.