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Pension Scheme: हर महीने PF खाते में कर्मचारी की बेसिक सैलरी + डीए का 12 फीसदी जमा होता है.
Higher Pension Option Deadline: 1 सितंबर, 2014 से पहले से EPFO के मेंबर थे और इसके बाद भी वे मेंबर बने रहे, तो आपके पास रिटायरमेंट के बाद हायर पेंशन पाने का विकल्प अभी भी मौजूद है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने हायर पेंशन पाने के लिए आवेदन करने की समय सीमा को बढ़ाकर 26 जून कर दिया गया है. असल में अगर आप प्राइवेट नौकरी में हैं, प्रोविडेंट फंड (PF) में आपका पैसा कटता है और 10 साल तक नौकरी कर ली है तो आप पेंशन के हकदार हैं. आपके PF खाते में जमा रकम का एक हिस्सा पेंशन फंड के लिए कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है.
क्या है हायर पेंशन का विकल्प?
केंद्र सरकार ने नॉर्मल पेंशन स्कीम के अलावा अब हायर पेंशन का भी विकल्प दिया है. ऐसे कर्मचारी जो 1 सितंबर, 2014 से पहले EPF के मेंबर थे और इसके बाद भी वे मेंबर बने रहे, वे हायर पेंशन विकल्प के लिए योग्य हैं. इसके तहत आपको कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के लिए अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता (अगर लागू हो) का 8.33 फीसदी योगदान करने का विकल्प होगा. यहां एक बात ध्यान देने वाली है कि अगर आपने हायर पेंशन का विकल्प चुना है तो EPFO आपके PF खाते से EPS की राशि को काट लेगा. यह आपकी ज्वॉइनिंग डेट या 1 नवंबर, 1995, जो भी बाद में हो, इसके आधार पर होगा.
मौजूदा समय की बात करें तो हर महीने PF खाते में कर्मचारी की बेसिक सैलरी + डीए का 12 फीसदी जमा होता है. एम्प्लॉयर का योगदान भी 12 फीसदी ही होता है. कंपनी द्वारा किए जाने वाले योगदान में से 8.33 फीसदी राशि कर्मचारी के पेंशन फंड (EPS) में जाती है और बाकी 3.67 फीसदी राशि ही पीएफ खाते में जाती है. मौजूदा नियमों के अनुसार पेंशन योग्य सैलरी की अधिकतम सीमा 15 हजार रुपए है. ऐसे में 15000 X 8.33 /100 = 1250 रुपए हर महीने उसके पेंशन खाते में जाएंगे. लेकिन नए लिमिट में मौजूदा बेसिक सैलरी पर पेंशन बनेगी, ना कि पेंशन योग्य सैलरी की अधिकतम सीमा तय होगी.
हायर पेंशन स्कीम: कितनी बनेगी पेंशन
वैसे तो अभी EPFO ने हायर पेंशन विकल्प के लिए कोई नया कैलकुलेटर नहीं दिया है; लेकिन अगर पुराने कैलकेलुटर के आधार पर देखें तो इसका फॉर्मूला ये है-
कर्मचारी की मंथली पेंशन = पेंशन योग्य वेतन X पेंशन योग्य सेवा /70.
पिछले 60 महीनों की बेसिक सैलरी 1 लाख
मान लिया कि आपने 25 साल में नौकरी शुरू की है और 58 साल की उम्र में आप रिटायर हो रहे हैं. यानी आपके नौकरी की अवधि 33 साल रही. मान लिया की EPS से बाहर निकलने से पहले पिछले 60 महीनों में आपकी बेसिक सैलरी 1,00,000 रुपये है. किसी भी कर्मचारी का EPS से बाहर निकलने से पहले पिछले 60 महीनों का पेंशन योग्य वेतन उसका औसत मासिक वेतन होता है. नए नियम में एक्चुअल बेसिक सैलरी के आधार पर पेंशन के लिए कैलकुलेशन होगा.
मंथली पेंशन: 1,00,000 X 33/70 = 47143 रुपए
पिछले 60 महीनों की बेसिक सैलरी 50 हजार
मंथली पेंशन: 50,000 X 33/70 = 23571 रुपए
(बता दें कि मौजूदा पेंशन स्कीम में अधिकतम पेंशन योग्य सैलरी पर कैपिंग है और 15000 रुपये तक ही बेसिक सैलरी के आधार पर पेंशन बनती है. लेकिन नए नियम में एक्चुअल बेसिक सैलरी को आधार माना जाएगा.)
अभी कितनी बनती है पेंशन
20 साल की नौकरी पर पेंशन
अगर किसी की मंथली सैलरी (आखिरी 60 महीनों की सैलरी का औसत) 15 हजार रुपए है और नौकरी की अवधि 20 साल है तो….
मंथली पेंशन: 15000X 20/70 = 4286 रुपए
25 साल की नौकरी पर पेंशन
मंथली पेंशन: 15000X 25/70 = 5357 रुपए
30 साल की नौकरी पर पेंशन
मंथली पेंशन: 15000X 30/70 = 6429 रुपए
EPFO Portal: हायर पेंशन के लिए कैसे करें आवेदन
- इसके लिए पहले EPFO के ई-सेवा पोर्टल पर जाएं.
- लिंक: https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/
- इसके बाद पेज पर नीचे राइट साइड में ‘पेंशन ऑन हायर सैलरी’ के ऑप्शन को सेलेक्ट करें.
- जिसाके बाद नया पेज खुल जाएगा, जिस पर एप्लीकेशन फॉर्म फॉर ज्वॉइंट ऑप्शंस को चुनें.
- यूएएन, नाम, डेट ऑफ बर्थ, आधार संख्या, आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर और अंत में कैप्चा कोड डिटेल्स भरकर ओटीपी के विकल्प पर क्लिक करें.
- इसके बाद आपके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर ओटीपी आ जाएगा, जिसे भरने के बाद डिटेल्स वेरीफाई करें.
- अगर प्रोविडेंट फंड से पेंशन फंड में कोई एडजस्टमेंट होना है या फंड में दोबारा जमा किया जाना है तो आवेदन पत्र में सहमति मांगी जाएगी. अगर फंड को छूट प्राप्त प्रोविडेंट फंड ट्रस्ट से पेंशन फंड में ट्रांसफर करने की जरूरत है तो भुगतान की तारीख तक ब्याज के साथ घोषणा पत्र जमा करना होगा.
- अब यह पुष्टि करनी होगी कि फॉर्म में दर्ज सभी जानकारियां सही हैं.
- इसके बाद आवेदन को अंतिम रूप से जमा करने के लिए सबमिट बटन पर क्लिक करें.
- आवेदन जमा होने के बाद कंप्यूटर स्क्रीन पर रसीद संख्या दिखेगी. आवेदक उस संख्या नोट कर लें.