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एक्सपेंस रेश्यो: म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं तो इस बात का रखें ध्यान, नहीं तो रिटर्न पर चल जाएगी कैंची

Mutual Funs Investment: अगर म्यसूचुअल फंड का एक्‍सपेंस रेश्‍यो ज्‍यादा है तो स्‍कीम में मिलने वाली असली रिटर्न पर असर पड़ता है. फंड का एक्सपेंस रेश्यो ही यह तय करता है कि उस स्कीम में निवेश करना आपको सस्ता पड़ेगा या महंगा.

Mutual Funs Investment: अगर म्यसूचुअल फंड का एक्‍सपेंस रेश्‍यो ज्‍यादा है तो स्‍कीम में मिलने वाली असली रिटर्न पर असर पड़ता है. फंड का एक्सपेंस रेश्यो ही यह तय करता है कि उस स्कीम में निवेश करना आपको सस्ता पड़ेगा या महंगा.

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Sushil Tripathi
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Mutual Funds

Expense Ratio: म्यूचुअल फंड के प्रबंधन पर जो खर्च आता है, इसी खर्च का अनुपात एक्सपेंस रेश्यो कहलाता है. (file image)

Mutual Funds Investment: निवेशक जब किसी म्‍यूचुअल फंड स्‍कीम की तलाश करते हैं तो उनके मन में सिर्फ यह होता है कि इसका पिछला रिटर्न कैसा रहा है और आगे इसमें अच्‍छा रिटर्न मिलेगा या नहीं. लेकिन वह उस स्‍कीम के एक्सपेंस रेश्यो यानी निवेश की लागत पर नजर नहीं डालते हैं. ऐसे में अगर एक्‍सपेंस रेश्‍यो ज्‍यादा है तो स्‍कीम में मिलने वाली असली रिटर्न पर असर पड़ता है. फंड का एक्सपेंस रेश्यो ही यह तय करता है कि उस स्कीम में निवेश करना आपको सस्ता पड़ेगा या महंगा.

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क्यों देना पड़ता है एक्सपेंस रेश्यो

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म्यूचुअल फंड के प्रबंधन पर जो खर्च आता है, इसी खर्च का अनुपात एक्सपेंस रेश्यो कहलाता है. फंड को मैनेज करने के लिए फंड हाउसेज के तमाम खर्च होते हैं. फंड हाउस में प्रोफेशनल्स की टीम होती है जो मार्केट पर नजर रखती है. इसमें ट्रांसफर और रजिस्ट्रार से संबंधित खर्च भी शामिल होते हैं. एक्सपेंस रेश्यो एक सालाना फीस होती है. यह प्रति यूनिट आने वाले खर्च को दिखाता है. एक्सपेंस रेश्यो फंड हाउस द्वारा ली जा रही एक सालाना फीस होती है. इसलिए फंड में निवेश के वक्त एक्सपेंस रेश्यो देखें.

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आपके रिटर्न पर कैसे चलती है कैंची

इसे ऐसे समझ सकते हैं कि मान लिया आपने किसी फंड में 1 साल के लिए 1,00,000 रुपये निवेश किया है. इस निवेश पर आपसे कुछ चार्ज लिए जाते हैं. इनमें सिक्‍योरिटी ट्रांजेक्‍शन टैक्‍स (STT), जो किसी सिक्‍योरिटी को खरीदने के लिए लिया जाने वाला डायरेक्‍ट टैक्‍स है. मान लिया कि STT 0.005 फीसदी है. यानी आपका असली निवेश 1 लाख नहीं बल्कि 99,995 रुपये (Rs 1,00,000 – Rs 5) होगा. अब इस पर एक साल में आपको 2.5 फीसदी एक्‍सपेंस रेश्‍यो भी देना है.

कुल निवेश: 1,00,000 रुपये
STT: 0.005 फीसदी यानी 5 रुपये
एक्‍चुअल इन्‍वेस्‍टमेंट: 99,995 रुपये
फंड का रिटर्न: 10 फीसदी सालाना
रिटर्न के बाद कुल वैल्यू: 1,09,994.5 रुपये
एक्‍सपेंस रेश्‍यो: 2.5%
एक्‍सपेंस रेश्‍यो के लिए चार्ज: 2749.8625 रुपये
असली रिटर्न: 97245.1375 (99,995-2749.8625 रुपये)
Actual return (%): 7.35%

यानी आपने जो 1 लाख रुपये निवेश किया है, उस पर 10 फीसदी रिटर्न के लिहाज से उस निवेश की वैल्‍यू 1,09,994.5 रुपये होनी चाहिए. लेकिन 2749.8625 रुपये एक्‍सपेंस रेश्‍यो देने की वजह से आपका असल में 97245.1375 रुपये ही मिलेंगे. ऐसे में अगर एक्‍सपेंस रेश्‍यो 2.5 फीसदी की जगह 1 फीसदी या इसे भी कम होता तो आपका रिटर्न बढ़ जाता.

(नोट: हालांकि यहां यह बात ध्यान देने की होती है कि कम या ज्यादा एक्सपेंस रेश्यो से रिटर्न की गारंटी नहीं तय होती है. कई बार ज्यादा एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड कम एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड के मुकाबले ज्यादा रिटर्न देते हैं.)

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