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FD Laddering: फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसे लगाकर कैसे पास सकते हैं मैक्सिमम रिटर्न, एफडी लैडरिंग टेक्निक आएगी काम

FD Laddering Benefits: एफडी लैडरिंग एक टेक्निक है जिसमें निवेशकों को एकसाथ कई एफडी अकाउंट खोलने होते हैं, जिनकी मैच्‍योरिटी अलग अलग होती है. इसके कई फायदे हैं, जिन्हें जानना चाहिए.

FD Laddering Benefits: एफडी लैडरिंग एक टेक्निक है जिसमें निवेशकों को एकसाथ कई एफडी अकाउंट खोलने होते हैं, जिनकी मैच्‍योरिटी अलग अलग होती है. इसके कई फायदे हैं, जिन्हें जानना चाहिए.

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Sushil Tripathi
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What is FD Laddering

FD Laddering Technique: एफडी लैडरिंग का फायदा यह है कि इसमें बिना किसी पेनल्टी आपको समयम समय पर लिक्विडिटी मिलती रहेगी. (pixabay)

What is FD Laddering: देश में सुरक्षित निवेश के विकल्‍पों में फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट (Fixed Deposit- FD) सबसे लोकप्रिय निवेश में शामिल है. बैंक एफडी पर तय ब्‍याज के हिसाब से रिटर्न देते हैं और पूरे टेन्‍यारे के दौरान इसमें बदलाव नहीं किया जा सकता है. इनमें बाजार के उतार चढ़ाव का भी कोई असर नहीं होता है. यानी इसमें निवेश करने वालों को गारंटीड रिटर्न मिलता है. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि अचानक से इमरजेंसी पड़ जाने पर हमें अपनी एफडी मैच्‍योरिटी के पहले तोड़नी पड़ती है, जिसका असर रिटर्न पर पड़ता है. एफडी को बीच में ब्रेक करने पर कुछ पेनल्टी भी भरनी पड़ती है. ऐसे में हम एफडी लैडरिंग टेक्निक का सहारा ले सकते हैं, जिसके जरिए एफडी पर मैक्सिमम रिटर्न हासिल किया जा सकता है, वह भी बिना इसे ब्रेक किए.

क्या है बैंक FD लैडरिंग?

हम सभी अपने भविष्य को सुरक्षित करने और अपने सपनों को हासिल करने के लिए समझदारी से फाइनेंशियल प्‍लानिंग करने के महत्व को समझते हैं. ऐसी ही एक समझदारी जिसने हाल ही में लोकप्रियता हासिल की है वह है एफडी लैडरिंग. जैसा कि नाम से पता चलता है, एफडी लैडरिंग एक निवेश रणनीति है जिसमें आपके निवेश को अलग-अलग मैच्‍योरिटी डेट के साथ कई एफडी योजनाओं में डिवाइड किया जाता है. सरल शब्दों में, यह एक टावर बनाने जैसा है, जिसमें प्रत्येक डिपॉजिट अमाउंट अलग-अलग समय पर मैच्‍योर होता है.

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यानी FD लैडरिंग एक टेक्निक है जिसमें निवेशकों को एकसाथ कई एफडी अकाउंट खोलने होते हैं, जिनकी मैच्‍योरिटी अलग अलग होती है. उदाहरण के तौर पर अगर आपके पास 20 लाख रुपये हैं, जिसे फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट करना है तो पहले इसे अलग अलग 5 हिस्‍सों में बांट लें. अब हर 2 लाख को 1 साल, 2 साल, 3 साल, 4 साल और 5 साल की मैच्‍योरिटी वाली एफडी योजना में जमा करें. इससे आपको समय-समय पर पैसा मिलता रहेगा, जिसे आप जरूरत के हिसाब से खर्च कर सकते हैं.

इसका फायदा यह है कि बीच में आपको पैसे की जरूरत पड़ी तो आपको अपनी एफडी तोड़नी नहीं पड़ेगी. वहीं अगर पैसों की जरूरत नहीं हो तो जैसे जैसे अलग अलग टेन्‍योर की एफडी मैच्‍योर हो, वैसे वैसे उसे फिर से अलग अलग मैच्‍योरिटी अवधि वाली एफडी में लॉक कर सकते हैं. ऐसे में लंबी अवधि में आपके पास एफडी की एक बढ़ी सीरीजल होगी और अच्‍छा खासा फंड आपके लिए तैयार हो जाएगा. एक और फायदा है कि समय समय पर आकलन कीजिए कि कहां एफडी पर रिटर्न बढ़ रहा है. मैच्‍योरिटी पूरी होने के बाद आपके पास विकल्‍प होगा कि उसे ज्‍यादा ब्‍याज देने वाले बैंक की एफडी में फिर जमा करें.

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हर साल रिटर्न भी मिलता रहेगा

FD लैडरिंग का यह फायदा बहुत बड़ा है. इसमें जैसे जैसे आपकी एफडी मैच्‍योर होगी, उस हिसाब से हर साल यानी 1 साल, 2 साल, 3 साल, 4 साल और 5 साल पर रिटर्न मिलता रहेगा. अगर मैच्‍योरिटी पूरे होने पर आपका पैसों का काम हैं तो इस्‍तेमाल करें और बचे पैसों को फिर एफडी कर दें.

एफडी लैडरिंग क्यों करें

हाई इंटरेस्ट अर्निंग
ब्याज दर घटने या बढ़ने के टेंशन से छुटकारा
बिना नुकसान के लिक्विडिटी
फ्लेक्सिबिलिटी
रिस्क मैनेजमेंट
लंबी अवधि में अपने निवेश के लक्ष्य पूरा करने के लिए
टैक्स सेविंग के लिए

FD लैडरिंग के पहले इन बातों का रखें ध्यान

लिक्विडिटी की जरूरत
इंटरेस्ट रेट कहां ज्यादा
अर्ली विदड्रॉ पर पेनल्टी
टैक्स के नियम

Fixed Deposits Fd Small Savings Scheme