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Financial Planning: बेहतर फाइनेंशियल हेल्थ के लिए इन 6 बातों का रखें ध्यान, नहीं होगी कभी पैसों की दिक्कत

फाइनेंशियल हेल्थ का मतलब है अपने जीवन को पैसों से जुड़े मामलों में सही निर्णय के ज़रिए अधिक आरामदायक और स्टेबल बनाना और वित्तीय अनिश्चितताओं के लिए तैयार रहना.

फाइनेंशियल हेल्थ का मतलब है अपने जीवन को पैसों से जुड़े मामलों में सही निर्णय के ज़रिए अधिक आरामदायक और स्टेबल बनाना और वित्तीय अनिश्चितताओं के लिए तैयार रहना.

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FE Hindi Desk
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Financial Planning

अपनी फाइनेंशियल हेल्थ का ध्यान रखना बेहद जरूरी है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.

Financial Planning: अपनी फाइनेंशियल हेल्थ का ध्यान रखना बेहद जरूरी है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. यह उतना ही जरूरी है जितना कि आपका फिजिकल या मेंटल हेल्थ. फाइनेंशियल हेल्थ को लेकर लापरवाह रहने वाले लोगों को अक्सर पैसों को लिए भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कई लोग कर्ज के जाल में फंस जाते हैं वहीं रोजमर्रा के खर्चों में भी दिक्कत होने लगती है. फाइनेंशियल हेल्थ का मतलब है अपने जीवन को पैसों से जुड़े मामलों में सही निर्णय के ज़रिए अधिक आरामदायक और स्टेबल बनाना और वित्तीय अनिश्चितताओं के लिए तैयार रहना. बेहतर फाइनेंशियल हेल्थ के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, जिनके बारे में हमने यहां आपको बताया है.

उतना ही लें कर्ज, जितने की हो जरूरत

पैसे उधार तभी लें जब आप इसे अपने फाइनेंशियल गोल्स को परेशान किए बिना आसानी से चुका सकें. उधार लेने से पहले आपके पास यह प्लान होना चाहिए कि आप इसे किस तरह चुकाएंगे. कम कर्ज का मतलब है कि उधार तभी लें जब आपको इसकी जरूरत हो. इसके साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखें कि उधार उतना ही लें जितने की जरूरत हो. यह आपको खुश रहने और आपकी वित्तीय ताकत को बढ़ाने में भी मदद करेगा.

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नियमित रूप से करें निवेश

अगर आप आर्थिक रूप से बढ़ते रहना चाहते हैं, तो आपको लंबी अवधि में महंगाई को ध्यान में रखते हुए वेल्थ क्रिएट करने पर ध्यान देना चाहिए. सुनिश्चित करें कि आपके निवेश से आपको मौजूदा मुद्रास्फीति दर से अधिक रिटर्न मिले. इस तरह, आप धन बनाने और आर्थिक रूप से स्वस्थ जीवन जीने में सक्षम होंगे. अधिक रिटर्न अर्जित करने की योजना बनाते समय, आपको अपनी जोखिम उठाने की क्षमता को भी ध्यान में रखना होगा. आप अपनी रिस्क लेने की क्षमता के आधार पर सही निवेश विकल्पों का चयन करें.

समय पर चुकाएं EMI

अगर आपने पहले से ही लोन ले रखा है तो आपको सबसे पहले उन्हें चुकाने के लिए प्लान बनाना चाहिए. अगर आप समय पर अपने लोन की EMI चुकाते हैं तो इसका फायदा आपके क्रेडिट स्कोर पर भी होगा. Bankbazaar.com के CEO आदिल शेट्टी बताते हैं, “कर्ज चुकाने में देरी आपके क्रेडिट स्कोर में गिरावट का कारण बन सकती है. इसके चलते आपके अन्य फाइनेंशियल गोल्स भी प्रभावित हो सकते हैं. बेहतर क्रेडिट स्कोर होने से आपको नए लोन हासिल करने में आसानी होगी. इमरजेंसी में, आसान लोन के लिए एलिजिबिलिटी एक बड़ी वित्तीय सहायता साबित हो सकती है.”

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फाइनेंशियल गोल्स को ध्यान में रखते हुए करें निवेश

पैसा कमाने का मकसद है अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करना. इसलिए, अगर आप आर्थिक रूप से एक स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं, तो आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों पर टिके रहना चाहिए और किसी भी स्थिति में विचलित नहीं होना चाहिए. समय के साथ आपको यह चेक करते रहना चाहिए आपने जहां इन्वेस्टमेंट किया है, उसका रिटर्न पर्याप्त है या नहीं. अगर आपका रिटर्न फाइनेंशियल गोल्स के आधार पर पर्याप्त नहीं है तो आपको दूसरे विकल्प तलाशने होंगे.

इरमजेंसी फंड होना है जरूरी

हो सकता है कि आपके पास वर्तमान समय के हिसाब से पर्याप्त धन और बचत हो, लेकिन यह भविष्य में सभी तरह की फाइनेंशियल इमरजेंसी के लिए पर्याप्त नहीं है. इसलिए, इमरजेंसी को ध्यान में रखते हुए वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए आपके पास पर्याप्त इमरजेंसी फंड का होना जरूरी है. शेट्टी का सुझाव है कि समय-समय पर अपने इमरजेंसी फंड के आकार की समीक्षा करना और अपनी जीवनशैली में बदलाव के साथ तालमेल बिठाना जरूरी है.

इंश्योरेंस कवर का होना है जरूरी

कर्ज मुक्त, विवाद मुक्त संपत्ति का होना पूरे परिवार को मानसिक तौर पर खुश रखता है. आपको जीवन बीमा पॉलिसी लेकर पर्याप्त रूप से बीमाकृत रहना चाहिए ताकि अगर आप अपने पीछे भारी कर्ज छोड़ते हैं तो इसका बोझ परिवार के सदस्यों पर न पड़े. हेल्थ इंश्योरेंस एक ऐसी चीज है जो आपको आर्थिक रूप से सुरक्षा प्रदान करती है. जैसे-जैसे मेडिकस इन्फ्लेशन बढ़ता है, आपकी पूरी सेविंग इसमें खर्च हो सकती है. इसलिए, पर्याप्त आकार का स्वास्थ्य बीमा कवर लेकर आप आसानी से स्वास्थ्य जोखिमों से बच सकते हैं.

(Article: Sanjeev Sinha)

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