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Phone Fraud: फोन पर अपने कार्ड की डिटेल देना अन्य लेनदेन की तुलना में अधिक जोखिम भरा है. (pixabay)
Reduce the Chance of Fraud: आज के दौर में शॉपिंग करने पर डिजिटल पेमेंट करनी इतना आम बात हो गई है कि हममें से ज्यादातर लोग कार्ड स्वाइप करने या टैप या फिर मोबाइल पेमेंट करते समय कुछ नहीं सोचते हैं. हालांकि, हम फोन पर अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड की डिटेल देने को लेकर सतर्क रहते हैं. विक्रताओं को फोन पर हमसे क्रेडिट कार्ड डिटेल मांगने की अनुमति है - यह पूरी तरह से कानूनी है. लेकिन कंज्यूमर डेटा की सुरक्षा के लिए मिनिमम स्टैंडर्ड और सुरक्षा के उपायों का पालन करना होगा. तो क्या फोन पर अपने कार्ड की डिटेल देना अन्य लेनदेन की तुलना में अधिक जोखिम भरा है, आप इस जोखिम को कैसे कम कर सकते हैं? आपके कार्ड का डेटा कैसे सुरक्षित है?
किसी विक्रेता को कार्ड से लेनदेन करने के लिए, उनसे पेमेंट कार्ड इंडस्ट्री डेटा सिक्योरिटी स्टैंडर्ड का अनुपालन करने की अपेक्षा की जाती है. यह सुरक्षा आवश्यकताओं का एक सेट है जिसे कार्डधारक डेटा और हर साल खरबों डॉलर के लेनदेन की सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया है. अनुपालन में मजबूत गवर्नेंस और नियमित सेफ्टी के मूल्यांकन के साथ-साथ तमाम सुरक्षा उपाय (जैसे एन्क्रिप्शन और एक्सेस कंट्रोल ) शामिल हैं. अगर विक्रेता द्वारा जुटाई गई जानकारी किसी अनधिकृत पार्टी द्वारा एक्सेस की जाती है, तो एन्क्रिप्शन यह सुनिश्चित करता है कि यह पढ़ने योग्य नहीं है. इसका मतलब है कि डेटा चुराने से अपराधी कार्ड डिटेल का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
मानकों को पूरा करने की अपेक्षा
इस बीच, पहुंच नियंत्रण यह सुनिश्चित करता है कि केवल अधिकृत व्यक्तियों के पास ही कार्डधारक डेटा तक पहुंच हो. हालांकि कार्ड प्रॉसेसिंग करने वाली सभी कंपनियों से अनुपालन मानकों को पूरा करने की अपेक्षा की जाती है, सिर्फ बड़ी मात्रा में प्रॉसेसिंग करने वाली कंपनियां ही अनिवार्य नियमित ऑडिट के अधीन हैं. अगर बाद में कोई डेटा लीक या दुरुपयोग होता है जिसे अनुपालन विफलता के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, तो कंपनी को ऐसे स्तर पर दंडित किया जा सकता है, जो लाखों डॉलर तक हो सकता है. ये आवश्यकताएं सभी कार्ड लेनदेन पर लागू होती हैं, चाहे व्यक्तिगत रूप से, ऑनलाइन या फोन पर. फोन लेनदेन में कोई व्यक्ति कार्ड डिटेल कलेक्ट करता है और उन्हें कंप्यूटर सिस्टम में दर्ज करता है, या कागजी फॉर्म के माध्यम से पेमेंट प्रॉसेसिंग की संभावना होती है.
पेमेंट कार्ड सिक्योरिटी स्टैंडर्ड काउंसिल के पास बेस्ट प्रैक्टिस के रूप में डिटेल गाइडलाइसं है. आप धोखाधड़ी का शिकार बनने या अपनी डिटेल लीक होने की संभावना को कम करने के लिए कुछ कदम उठा सकते हैं.
1. कॉल करने वाले को वेरिफाई करें
अगर आपने कॉल नहीं की है, तो फोन काट दें और सीधे कंपनी को कॉल करके इस बारे में डिटेल वेरिफाई करें. स्कैम करने वाले अक्सर एक जानी मानी कंपनी (उदाहरण के लिए, एक ऑनलाइन रिटेलर या कूरियर) के प्रतिनिधि के रूप में बात करते हैं और आपको समझाते हैं कि पेमेंट फेल हो गया है या डिलीवरी जारी करने के लिए पेमेंट की आवश्यकता है. कोई भी जानकारी देने से से पहले, तस करें कि कॉल करने वाला वैलिड है और कॉल का उद्देश्य वास्तविक है.
2. संदेह करें
अगर आपको कोई ऐसा डील ऑफर किया जा रहा है, जिसके सही होने में संदेह है, तो फोन बंद कर दें. अगर कॉल करने वाला वैलिड निकला तो आप उन्हें बाद में कभी भी कॉल कर सकते हैं.
3. सुरक्षित पेमेंट मेथड
सुरक्षित पेमेंट मेथड का उपयोग करें. अगर आपने पहले कंपनी को अन्य (अधिक सुरक्षित) तरीकों से भुगतान किया है, तो उसी तरीके का उपयोग करने के लिए कहें.
4. रिकॉर्ड रखें
आप जिस कंपनी के प्रतिनिधि से बात कर रहे हैं उसकी और ली जाने वाली राशि की डिटेल का रिकॉर्ड रखें. आपको ऑर्डर या लेनदेन रिफरेंस भी मांगना चाहिए. उसको रसीद भेजने के लिए कहना न भूलें. जांच करें कि आपके कार्ड से किया गया लेनदेन रसीद से मेल खाता है - अपने बैंकिंग ऐप का उपयोग करें, स्टेटमेंट आने का इंतजार न करें.
5. वर्चुअल क्रेडिट कार्ड
एक वर्चुअल क्रेडिट कार्ड इस तरह की कार्ड धोखाधड़ी के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है. अगर आपने मोबाइल पेमेंट के लिए अपने फोन में क्रेडिट कार्ड जोड़ा है तो आपके पास पहले से ही वर्चुअल कार्ड का एक रूप है. अगर आपको कोई चिंता है तो वर्चुअल कार्ड/नंबर को रद्द कर सकते हैं.
अगर लगे कि कार्ड डिटेल चोरी हो गई है तो क्या करें?
-अपने बैंक को कॉल करें और कार्ड ब्लॉक करवाएं ताकि आपको अपना पैसा न गंवाना पड़े.
-अपनी स्थिति के आधार पर, आप अपने बैंकिंग ऐप या वेबसाइट के माध्यम से कार्ड को ब्लॉक/रद्द भी कर सकते हैं.
-पुलिस या अन्य संबंधित निकाय को समस्या की रिपोर्ट करें.
-किसी भी असामान्य लेनदेन के लिए अपने खाते की निगरानी करें.
-अपने बैंकिंग ऐप या वेबसाइट में कार्ड सेटिंग्स का पता लगाएं.