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Gold Buying Trend : एक्सपर्ट का कहना है कि गोल्ड बेस्ड रेश्यो अब अलर्ट कर रहे हैं और संकेत दे रहे हैं कि पैटर्न कुछ दिनों के लिए उलट सकता है (Image : Pixabay)
Gold investors should alert : गोल्ड ने 22 अप्रैल 2025 को 1 लाख रुपये का ऐतिहासिक माइलस्टोन टच कर लिया. वहीं कॉमेक्स पर भी इसने 3500 डॉलर प्रति औंस (Gold Price) का बैरियर तोड़कर रिकॉर्ड बना दिया. फिलहाल घरेलू लेवल पर सोना 1 लाख का लेवल पार करनेके बाद 96,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आस पास (Gold Rates Today) ट्रेड कर रहा है. जबकि इंटरनेशनल मार्केट में भी यह बिकवाली का दबाव झे रहा है और 3,330 डॉलर के आस पास है. एक्सपर्ट का कहना है कि गोल्ड बेस्ड रेश्यो अब सलर्ट कर रहे हैं और संकेत दे रहे हैं कि पैटर्न कुछ दिनों के लिए उलट सकता है. यानी सोने में गिरावट आने वाली है.
गोल्ड के साथ चांदी, क्रूड, कॉपर और प्लैटिनम रेश्यो
केडिया एडवाइजरी की रिपोर्ट के अनुसाार गोल्ड और प्लैटिनम रेश्यो 3.48 के आस पास है, जबकि 2023 से अबतक 3.53 इसका पीक लेवल है. इसी तरह से गोल्ड सिल्वर रेश्यो 102 के पार है, जबकि 2023 के बाद से 107 इसका पीक लेवल है. यह दिखाता है कि सोना इंडस्ट्रियल मेटल के मुकाबले बुहत तेज प्रदर्शन कर रहा है. यह अनुपात तकनीकी रूप से ओवरबॉट जोन (overbought zone) में प्रवेश कर रहा है. यह बाजार में जोखिम से बचने के सेंटीमेंट और संभावित संतुलन की ओर इशारा करता है.
उनका कहना है कि गोल्ड क्रूड रेश्यो अभी 17.45 के लेवल पर है, जबकि पीक 18.46 है. इस रेश्यो से संकेत मिलता है कि निवेशक एनर्जी से हटकर सुरक्षित विकल्पों (safe-haven) की ओर रुख कर रहे हैं. इसी तरह से गोल्ड और कॉपर रेश्यो भी 112.20 है, जबकि 2013 के बाद से पीक 116.62 है. इसे इंडस्ट्रियल कमजोरी के दौर से जोड़ा जा सकता है.
क्या संकेत मिल रहे हैं?
- सोने का मजबूत प्रदर्शन बिना करेक्शन के जारी रहना मुश्किल हो सकता है.
- इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स में उछाल की संभावना है.
- यह ओवरबाट रेश्यो अक्सर सेक्टोरल बदलाव या सोने के बढ़ते रुझान में ठहराव का संकेत देते हैं.
- यह अंतर, कीमती धातुओं और औद्योगिक वस्तुओं के बीच, व्यापक बाजार संतुलन या जोखिम लेने की भावना की वापसी का शुरुआती संकेत हो सकता है.
गोल्ड में हालिया उतार-चढ़ाव के कारण
डॉलर के प्रति घटता भरोसा : निवेशकों ने डॉलर-समर्थित संपत्तियों से हटकर सोने की ओर रुख किया.
ट्रेड वॉर और फेड रिजर्व : अमेरिकी-चीन व्यापार विवाद और फेडरल रिजर्व अध्यक्ष को हटाने पर राष्ट्रपति ट्रंप के रुख में बदलाव के कारण बाजार में अनिश्चितता कम हुई.
डॉलर और सोने का उल्टा संबंध : पिछले कुछ घंटों में डॉलर मजबूत हुआ, जिससे सोने की कीमत गिरी.