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Dhanteras 2023 Gold buying: पिछले साल धनतेरस के बाद से सोने की कीमतें 20 फीसदी से अधिक बढ़कर 61,000 रुपये प्रति दस ग्राम के आस पास हो गई हैं.(Reuters)
Buy Gold on Dhanteras 2023: आज 10 नवंबर को धनतेरस के मौके पर बुलियन कारोबारियों को गोल्ड की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है. असल में धनतेरस पर गोल्ड खरीदना भारत में एक परंपरा भी है. इस मौके पर बहुत से आगे रिटर्न की परवाह किए बिना सिर्फ परंपरा के लिए गोल्ड खरीदते हैं. हालांकि बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो बुलियन को लेकर आगे सेंटीमेंट और आउटलुक को देखते हुए निवेश करते हैं. गोल्ड लंबी अवधि में स्टेबल रिटर्न देने वाला विकल्प माना जाता है, इसलिए निवेशकों का रूझान अब इस एसेट क्लास की ओर बढ़ रहा है. फिलहाल इस धनतेरस पर जहां कारोबारियों को गोल्ड की डिमांड बढ़ने की उम्मीद है. वहीं एक्सपर्ट का मानना है कि इस मौके पर सोना खरीदना समझदारी है और कई ऐसे फैक्टर हैं, जो आने वाले दिनों में कीमतों में तेजी आने के संकेत दे रहे हैं.
धनतेरस 2022 से धनतेरस 2023: 20% महंगा हुआ गोल्ड
पिछले साल धनतेरस के बाद से सोने की कीमतें 20 फीसदी से अधिक बढ़कर लगभग 61,000 रुपये प्रति दस ग्राम हो गई हैं. पिछले साल धनतेरस पर दिल्ली में सोने की कीमतें टैक्स को छोड़कर 50,139 रुपये प्रति 10 ग्राम थीं, जबकि साल 2021 धनतेरस पर यह 47,644 रुपये प्रति 10 ग्राम थी.
आज 25 फीसदी तक बिक्री बढ़ने की उम्मीद
बुलियन मार्केट में ज्वैलरी विक्रेता आज शुक्रवार को धनतेरस के दिन सोने की डिमांड को लेकर सतर्क हैं, लेकिन उन्हें बिक्री बढ़ने की उम्मीद भी है. जियो-पॉलिटिकल टेंशन के चलते सोने की कीमतों में तेजी के बीच कारोबारी वे सोने की ज्वैलरी और बुलियन की बिक्री में पिछले साल की तुलना में 10 फीसदी से 25 फीसदी की ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं. सामान्य तौर पर धनतेरस के दिन करीब 20-30 टन सोना बिक जाता है.
न्यूज एजेंसी के अनुसार ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल के चेयरमैन संयम मेहरा का कहना है कि सोने की कीमतों में सालाना 8-10 फीसदी की बढ़ोतरी हो रही है. और लोगों ने सोने का बेस प्राइस 58,000 रुपये प्रति दस ग्राम को स्वीकार कर लिया है. हम पिछले साल की तुलना में इस धनतेरस पर बिक्री में 10 फीसदी की बढ़ोतरी की उम्मीद कर रहे हैं. कई ज्वेलर्स द्वारा दी जा रही मेकिंग चार्ज में छूट का लाभ उठाते हुए कंज्यूमर्स ने धनतेरस के दिन डिलिवरी के लिए बुकिंग की है. हालांकि वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के भारत के रीजनल सीईओ सोमसुंदरम पीआर ने कहा कि कंज्यूमर्स सेंटीमेंट पॉजिटिव बने हुए हैं. सोने की ऊंची कीमत धनतेरस पर एक बड़ी रुकावट होगी. कुल धनतेरस बिक्री, साल 2021 और साल 2022 में हासिल किए गए लेवल तक पहुंचने की संभावना नहीं है. वहीं कुछ रिटेलर सोने की बिक्री में 25 फीसदी बढ़ोतरी की भी उम्मीद कर रहे हैं.
63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जाएगा गोल्ड
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में हेड- कमोडिटी एंड करंसी, अनुज गुप्ता हमारा अनुमान है कि गोल्ड की कीमतों में तेजी जारी रहेगी और मिड टर्म में कीमतें $2035/$2080 के स्तर तक बढ़ सकती हैं. निवेशकों को गोल्ड में गिरावट आने पर खरीदारी की रणनीति अपनानी चाहिए. घरेलू बाजार की बात करें तो गोल्ड शॉर्ट टर्म यानी 1 महीने में करीब 62000 रुपये प्रति 10 ग्राम का लेवल टच कर सकता है. वहीं 6 महीने से ज्यादा समय के लिए इसका टारगेट 63000 रुपये है. जियो-पॉलिटिकल टेंशन, ग्लोबल ग्रोथ में स्लोडाउन, फेड पॉलिसी और केंद्रीय बैंक की खरीदारी जैसे फैक्टर के चलते ग्लोबल फंड फ्लो सोने की कीमतों में मौजूदा तेजी को सपोर्ट दे रहे हैं. इसके अलावा, ईटीएफ की मांग में पॉजिटिव बदलाव आना शुरू हो गया है और हमें उम्मीद है कि यह निकट भविष्य में भी जारी रहेगा.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के अनुसार इस साल गोल्ड की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव दर्ज किया गया जिससे कि तेजी और मंदी दोनों ही के भागीदारों को अवसर मिले. प्रमुख केन्द्रीय बैंकों द्वारा दरों में आक्रामक बढ़ोतरी ने बुलियन बाजारों से कुछ समय के लिए चमक जरूर छीनी, लेकिन जियो पॉलिटिकल टेंशन और मौजूद मॉनेटरी पॉलिसी में बदलाव की उम्मीदों ने सोने की कीमतों को एक मजबूत आधार प्रदान किया है. इस मेटल के लिए कुछ बाधाएं जरूर हैं, जैसे- सॉफ्ट लेंडिंग की उम्मीद, कीमतों में बढ़ोतरी, जियो-पॉलिटिकल तनावों का खत्म होना और वास्तविक दरों में बढ़ोतरी. लेकिन फिर भी महामारी से लेकर रूस-यूक्रेन जंग और इजराइल-हमास जंग तक रिस्क प्रीमियम की कीमत गोल्ड में ही लगाई जा रही है. मिड टर्म में गोल्ड 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का लेवल छू सकता है.