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Gold Safe Heaven: गोल्ड बाजार की अनिश्चितताओं, महंगाई, ब्याज दरों के बढ़ने के माहौल में आपको सुरक्षा देता है. (reuters)
Gold Investment Strategy: गोल्ड यानी सोना निवेश का एक ऐसा विकल्प है जो बाजार की अनिश्चितताओं, महंगाई, ब्याज दरों के बढ़ने के माहौल में आपको सुरक्षा देता है. गोल्ड में बीच बीच में भले ही उतार चढ़ाव देखने को मिलता हो, साल दर साल इस पीली धातु की कीमत में इजाफा होता जा रहा है. यह निवेशकों के लिए स्टेबल रिटर्न देने वाला विकल्प है. इसी वजह से बाजार का जो भी माहौल रहे, इसमें चमक बनी रहती है. अगर आप भी गोल्ड में निवेश करने का मन बना रहे हैं तो यह बहुत अच्छा समय है. आने वाले दिनों में दशहरा, धनतेरस और दिवाली के अलावा वेडिंग सीजन के चलते गोल्ड की डिमांड बढ़ने वाली है. इसी वजह से एक्सपर्ट इसके शार्ट टर्म और लॉन्ग् टर्म आउटलुक को लेकर बेहद बुलिश हैं और कीमतों में गिरावट आने पर निवेश की सलाह दे रहे हैं.
किन फैक्टर्स से गोल्ड को मिलेगा सपोर्ट
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के हेड, कमोडिटी एंड करंसी, अनुज गुप्ता का कहना है कि सोने को लेकर आउटलुक पूरी तरह से पॉजिटिव नजर आ रहा है. मॉर्गन स्टैनले ने पहले यूएस की रेटिंग डाउनग्रेड की और अब जेपी मॉर्गन ने चीन को डाउनग्रेड किया है. यानी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में अनिश्चितता बनी हुई है. यूरोप में भी अनिश्चितता बढ़ी है. यूएस में महंगाई बहुत कंट्रोल में नहीं है, जिसके चलते यूएस फेड ने हाल ही में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी. आगे एक और बढ़ोतरी की आशंका दिख रही है. ऐसे में गोल्ड आउटलुक लंबी अवधि में पॉजिटिव है ही, डोमेस्टिक लेवल पर आने वाले फेस्टिव सीजन और वेडिंग सीज को देखते हुए डिमांड बढ़ने की उम्मीद है.
गोल्ड में ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी
अनुज गुप्ता का कहना है कि सोना अभी 58750 रुपये प्रति 10 ग्राम के आस पास ट्रेड कर रहा है. इसे 60,000 के लेवल पर मजबूत रेजिस्टेंस है. ऐसे में दिवाली तक इसमें पहला टारगेट 60000 रुपये का होगा. अगर यह लेवल ब्रेक होता है तो सोना 62000 के लेवल तक भी जा सकता है. उनका कहना है कि सोने को 57500 पर सपोर्ट मिल रहा है. इसलिए 57500 पर स्टॉप लॉस लगाकर 58000 रुपये के भाव र इसमें एंट्री की जा सकती है.
इंटरनेशनल लेवल पर गोल्ड को 2000 रुपये पर मजबूत रेजिस्टेंस है. यह लेवल ब्रेक हुआ तो गोल्ड 2100 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है. इसे इंटरनेशनल मार्केट में 1850 के लेवल पर सपोर्ट है. इसलिए 1850 पर स्टॉप लगाकर 1870 के लेवल पर एंट्री करने की सलाह है.
LKP सिक्योरिटीज के VP रिसर्च एनालिस्ट, जतीन त्रिवेदी का कहना है कि डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी के संकेत दिख रहे हैं और भारत में त्योहारी सीजन नजदीक है, ऐसे में निवेशकों को गोल्ड में पॉजिटिव रुख का फायदा उठाने पर विचार करना चाहिए. भारत में मजबूत त्योहारी मांग सोने की कीमतों को स्टेबल बनाए रखने के लिए तैयार है. गोल्ड में 58500 और 57000 के लेवल पर एंट्री की जा सकती है. ग्लोबल सेंट्रल बैंकों द्वारा गोल्ड में बॉइंग का ट्रेंड, अनिश्चित ग्लोबल इकोनॉमिक सिनेरियो, मजबूत डॉलर और ऊंची ब्याज दरों के चलते गोल्ड की कीमतें स्थिर रहने की उम्मीद है, भले ही इसमें बहुत ज्यादा तेजी न आए. उनका कहना है कि इन फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए, निवेशक साल के अंत तक 61000 से 62000 के बीच टारगेट रखकर इसमें निवेश कर सकते हैं.